कलेक्टर के बाजू में बैठकर लोगों ने उन्हें बतायी अपनी समस्याएँ
अमूमन जब कोई आम आदमी किसी वरिष्ठ अधिकारी के पास फ़रियाद लेकर जाता है तो वो उनके सामने खड़े होकर अपनी बात रखता है। लेकिन आज जनसुनवाई के दौरान लोगों को कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर जैसे अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बाजू में बैठकर अपनी समस्या बताने का मौका मिला। आम आदमी और अधिकारियों के बीच ख़त्म हुए इस फ़ासले को देखकर आवेदक बेहद उत्साहित नज़र आए।
जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अगुवायी में आज कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई का यह बेहतर और बदला हुआ स्वरूप दिखायी दिया। कलेक्ट्रेट में आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में आज हर सप्ताह के मुताबिक भीड़ अधिक रही इसके बावजूद जनसुनवाई ज्यादा व्यवस्थित दिखाई दी। नागरिकों की सुविधा को देखते हुये कक्ष क्रमांक सात में होने वाली जनसुनवाई आज कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिसमें आवेदकों को टोकन बांटे गये और नम्बर आने तक उनके बैठने के लिये कुर्सियां का इंतजाम भी किया गया।
अधिकारियों के बगल वाली कुर्सी बैठे आवेदक – जनसुनवाई में आये आवेदकों को आज भी चाय और बिस्किट वितरित किये गये। एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी रहा कि आवेदकों के लिये मार्गदर्शन कक्ष में लगाई गई कुर्सियों के साथ ही कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में भी उनके बैठने की सम्मानजनक व्यवस्था की गई थी। आवेदक अपनी समस्या अधिकारियों के सामने खड़े होकर नहीं बल्कि कुर्सी पर बैठकर बता रहे थे। इसके लिये कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं अपर कलेक्टर सहित सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के बगल वाली कुर्सियां आवेदकों के लिये सुरक्षित की गई थीं। कलेक्टर सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने आवेदकों को सम्मानपूर्वक इन कुर्सियों पर बैठाकर उनकी समस्याओं पर चर्चा की।
लोगों ने जताया कलेक्टर का आभार – कलेक्टर की पहल पर व्यवस्थाओं में हुये बदलाव का असर ये रहा कि पूर्व की अपेक्षा आज अधिक संख्या में होने के बावजूद दोपहर लगभग 1.30 बजे तक सभी आवेदकों की समस्या सुनी जा चुकी थी। व्यवस्थाओं में हुये बदलाव से जनसुनवाई में शामिल हुए लोगों ने भी काफी राहत महसूस की। लोगों ने उनकी सुविधाओं का ध्यान रखने के लिये कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन का आभार जताया तथा नई व्यवस्था को आगे भी जारी रखने की अपेक्षा उनसे की।
सुनवाई की मिली पावती – इस बार की जनसुनवाई से लोगों को उनके आवेदन की पावती देने की भी नई व्यवस्था की शुरू की गई है। इसके तहत सुनवाई करने के बाद प्राप्त आवेदन को स्कैन कर उत्तरा पोर्टल पर दर्ज किया गया तथा आवेदक को कम्प्यूटराइज्ड पावती प्रदान की गई। पावती में आवेदक का नाम, पता और मोबाइल नम्बर के साथ-साथ सबंधित अधिकारी का भी नाम, पदनाम एवं मोबाइल नम्बर दर्ज किया किया गया।
उत्तरा पर मिलेगा अपडेट – आवेदकों को दी गई पावती में उत्तरा पोर्टल का लिंक भी दिया गया है। इस लिंक पर जाकर आवेदक अपने आवेदन पर हुई कार्यवाही की अपडेट भी हासिल कर सकेंगे।