17.1 C
Delhi
रविवार, नवम्बर 24, 2024
होममध्य प्रदेशजबलपुरशराब दुकान के सामने गंदगी फैलाने पर संचालक को देना पड़ा 50...

शराब दुकान के सामने गंदगी फैलाने पर संचालक को देना पड़ा 50 हजार रूपये का जुर्माना

शुक्रवार को संभाग क्रमांक 10 के अंतर्गत वार्ड भ्रमण के दौरान सहायक आयक्त आनंद मिश्रा और मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अनिल मिश्रा के ने देखा कि देशी शराब दुकान के सामने संचालक द्वारा गंदगी फैलाई जा रही थी, जिसपर तत्काल ही चालानी कार्यवाही करते हुए देशी शराब दुकान संचालक के ऊपर 50 हजार रूपये राशि का जुर्माना लगाकर स्पॉट फाइन की वसूली की गयी और मौके पर ही पी.ओ.एस. मशीन से तत्काल में रसीद प्रदान की गयी। उक्त कार्यवाही में सहायक आयुक्त आनंद मिश्रा, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अनिल मिश्रा, सुपरवाइजर श्रीनिवासलू एवं राजेश चौधरी उपस्थित रहें।

विदित हो कि नगर निगम द्वारा शहर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान के अंतर्गत साफ-सफाई से संबंधित अन्य जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। प्रतिदिन नगर निगम टीम के सदस्यों के द्वारा सभी से आग्रह किया जा रहा है कि अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों के सामने गंदगी न फैलाएँ और साफ सफाई बेहतर रखें। प्रचार वाहनों के माध्यम से भी स्वच्छता के महत्व को लगातार निगम प्रशासन द्वारा लोगों को बतलाया जा रहा है तथा गंदगी न करने और न ही गंदगी फैलाने के लिए समझाईश भी दी जा रही है। इन सबके बावजूद भी कोई घरों एवं प्रतिष्ठानों के सामने गंदगी फैलाता है तो उनके विरूद्ध चालानी कार्यवाही भी की जा रही है।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
सम्बंधित लेख

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

सर्वाधिक पढ़े गए

हाल ही की प्रतिक्रियाएँ

Pradeep on वक़्त