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गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
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स्‍टैम्‍प्‌ की ज़रूरत नहीं है, मेरा साइन ही स्‍टैम्‍प्‌ है

इंदौर, आमतौर पर रेस्टोरेंट्स में खाना खाने के बाद बिना बिल चुकाये वहाँ से गायब होने की घटनाएँ सामने आती हैं। लेकिन रविवार को इंदौर में एक अनोखा मामला देखने को मिला, जहाँ एक युवक ने 20 टिफ़िन खाना ऑर्डर किया और बिना बिल चुकाये टिफ़िन सहित गायब हो गया।

एमआईजी थानांतर्गत पीड़ित राजीव अरोरा विगत कई वर्षों से एक टिफ़िन सेंटर का संचालन कर रहे हैं। उनके पास रविवार की दोपहर इंदौर के ही कान्हा होटल में कमरा नंबर 106 में रुका हुआ युवक रोहित नामदेव फोन करता है और 20 टिफ़िन खाना डिलीवर करने का ऑर्डर देता है। उसके मुताबिक वो अपने दोस्तों के साथ 3-4 दिन से इंदौर में रुका हुआ है लेकिन उसे अच्छा खाना नहीं मिल रहा है। भरपेट खाना न मिल पाने की वजह से वो टिफ़िन भेजने का निवेदन करने लगा। जिसके बाद टिफ़िन सेंटर ने रविवार को अवकाश होते हुए भी अन्य कर्मचारियों को बुलाकर खाना बनवाया और रात को लगभग सवा दस बजे उनके एक कर्मचारी ने होटल में आरोपी के रूम तक खाना भी डिलीवर किया। जब पेमेंट की बारी आई तो आरोपी युवक ने 500 रुपये देकर कहा कि अनलाइन पेमेंट नहीं हो पा रही है। कल सुबह ले लेना। आज सुबह सोमवार तक आरोपी ने पेमेंट नहीं भेजी और पेमेंट की मांग करने पर बहाने बनाता रहा। जब पीड़ित राजीव अरोरा पेमेंट लेने और खाली टिफ़िन कलेक्ट करने होटल कान्हा पहुँचे तो वहाँ होटल स्टाफ ने बताया कि वो युवक रविवार रात 11:30 बजे चेक आउट करके जा चुका है। पीड़ित ने आरोपी रोहित नामदेव से उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अब वो उनका फोन नहीं उठा रहा है। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस की शरण ली।

पीड़ित द्वारा जुटाए गए आरोपी के आधार कार्ड के मुताबिक आरोपी का पूरा नाम रोहित नामदेव पिता संजय कुमार नामदेव है, जिसकी उम्र 28 वर्ष है। जो जबलपुर के महाराणा प्रताप वॉर्ड अंतर्गत बचकेरा तालाब, गंगानगर कालोनी में निवासरत है।

जब इसकी शिकायत इंदौर के एमआईजी थाना में पीड़ित द्वारा एक लिखित आवेदन के माध्यम से की गई, तो मौक़े पर मौजूद उप निरीक्षक एम एल चौहान ने आवेदन पर थाना का स्‍टैम्‍प्‌ न लगाने का कारण दिया कि “स्‍टैम्‍प्‌ की ज़रूरत नहीं है, मेरा साइन ही स्‍टैम्‍प्‌ है।”, पीड़ित ने इस बारे में बहस न करने में भलाई समझी। लेकिन जब प्राथमिक मीडिया ने घटना का आवेदन देखा तो संबंधित थाना से इस बारे में जानकारी मांगी, तब बताया गया कि “उनके नाम की सील नहीं मिल रही होगी इसलिए उन्होंने ऐसा कह दिया होगा।” घटना के बार में बात करते हुए पुलिस ने आगे कार्यवाही करने की बात भी कही। प्राथमिक मीडिया ने आरोपी युवक रोहित नामदेव को भी फोन करके उसका पक्ष जानना चाहा लेकिन युवक द्वारा फोन नहीं उठाया गया।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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