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मंगलवार, अक्टूबर 29, 2024
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आपका पसंदीदा वर्ल्ड फेमस “मोमोज़” आखिर आया कहाँ से?

नेपाल की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक नेवाड़ी में ‘मोमो’ का अर्थ है भाप से पका खाना। ‘मोमो’ नेपाल के लिए वही है जो इटली के लिए पिज़्ज़ा है। काठमांडू और नेपाल के अन्य हिस्सों के हर रेस्तरां, होटल और घर में उपलब्ध है। माउंट एवरेस्ट की तरह मोमो भी नेपाल के प्रतीकों में से एक है। दूसरे देशों में रहने वाले नेपाली लोगों की वजह से आज इसकी लोकप्रियता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है। मोमो की मोमो की बढ़ती लोकप्रियता के और भी कारण हैं। सबसे पहले, यह सस्ता है। एक प्लेट ( 6 से 12 पीस) के लिए मोमो की कीमत बीस रुपये से लेकर सौ रुपये तक होती है। हल्के लंच के लिए एक प्लेट मोमो काफी है। यह स्वादिष्ट भी होता है। मोमो विशेष मसालों से तैयार किया जाता है, जो नेपाली स्वाद के मूल स्वाद जोड़ता है। तीसरा कारण मोमो का लंबा इतिहास है। मोमो सदियों से नेपाली मेनू में शामिल है और यह नेपाल की संस्कृति से निकलकर दूसरे देशों के खान-पान का हिस्सा बन गया है। चौथा इसकी उपलब्धता है। यह देश के हर कोने में और हर रेस्टोरेंट और होटल में पाया जाता है, चाहे वह बड़ा हो या छोटा। तो मोमो कैसे बनाया जाता है? मोमो गेहूं के आटे, वनस्पति तेल, कटा हुआ प्याज, लहसुन, तिल, हरी मिर्च, टमाटर, चिकिन के टुकड़े(मांसहारियों के लिए) और बारीक कटी हुई सब्ज़ियां (शाकाहारियों के लिए), सरसों के पाउडर, अदरक के रस और नेपाली हर्बल मसालों के मिश्रण से बनाया जाता है।

सबसे पहले गेहूं के आटे में पानी डालें और परिणामस्वरूप आटे को एक चिकना पेस्ट बना लें। फिर छोटे, पतले डिस्क में मोल्ड करें। चिकिन/मटन/ सब्ज़ी को पीसकर पेस्ट बना लें और उसमें कटा हुआ प्याज, लहसुन और अदरक का रस मिलाएं। फिर वनस्पति तेल और मसाले डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। प्रत्येक डिस्क पर चिकिन/मटन/सब्ज़ी, लहसुन, प्याज और मसालों का मिश्रण फैलाएं और आधा वृत्ताकार के आकार में मोड़ें।

फिर इसके विशेष रूप से बनाए गए बहु-परत पैन में मोमो को भाप दें। नीचे की परत में पानी डालें, नमक, लहसुन, टमाटर, मिर्च और मसाले डालें और एक स्टोव पर उबाल लें। फिर स्टफ्ड मोमो को स्टीमिंग पैन की ऊपरी परतों पर रखें और ढक्कन से ढक दें। 15 मिनट तक भाप लें।

मोमो सॉस जिसे ‘आचार’ कहा जाता है। उसे बनाने के लिए टमाटर, कटा हुआ प्याज, कटी हुई हरी मिर्च और लहसुन मिलाकर दस मिनट तक पकाएं। नमक, तिल का पाउडर, सरसों का पाउडर और विशेष जड़ी-बूटी का मसाला डालें। आचार अब तैयार है।

15 मिनट तक पकने के बाद गैस बंद कर दें। ढक्कन हटाकर मोमोज निकाल लीजिए। 8-10 को एक प्लेट में रखें और आचार डालें। बर्तन की निचली परत में बने कुछ सूप को एक डिश में डालें और मसाले के साथ सीज़न करें। मोमो के साथ परोसें।

नेपाल में मोमो का इतिहास चौदहवीं शताब्दी का है। मोमो शुरू में काठमांडू घाटी में एक नेवाड़ी भोजन था। इसे बाद में तिब्बत, चीन और जापान से दूर एक नेपाली राजकुमारी द्वारा पेश किया गया था, जिसकी शादी पंद्रहवीं शताब्दी के अंत में एक तिब्बती राजा से हुई थी। मोमो नेपाली खाने की आदत और संस्कृति का हिस्सा बन गया है। नेपाल के सबसे मूल और सबसे पुराने भोजन के रूप में, इसे दुनिया में भी लोकप्रिय मिलने लगी है।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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