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सोमवार, अक्टूबर 28, 2024
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शेयर ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट करने से पहले जान लें ये बातें

अगर आप स्टॉक मार्केट में एकदम नये हैं या फिर यूट्यूब में दूसरे ट्रेडर्स को देखकर आपको भी शेयर मार्केट से पैसा कमाने का मन कर रहा है तो ये आलेख आपको भविष्य में होने वाले घाटे को कम करने में सहयोगी सिद्ध हो सकता है। स्टॉक मार्केट का नाम सुनते ही कुछ लोगों के मन में पहली चीज़ आती है कि जब दाम कम हो शेयर खरीद लो और दाम बढ़ जाएँ तो ज़्यादा में बेच दो। लेकिन अगर ऐसा होता तो सेबी के मुताबिक एक्विटी फ्यूचर एण्ड ऑपशंस में 89% लोगों को यानि दस में से नौ लोगों को 2022 के वित्तीय वर्ष में नुकसान नहीं हुआ होता। इसलिए शेयर मार्केट, म्यूचूअल फंड्स् या किसी भी निवेश बाज़ार में जब आप शुरुआत करते हैं तो आपको जोखिम चेतवानी भी दी जाती है। इससे डरने की ज़रूरत नहीं है। आपको अपना जोखिम “मैनेज” करने की ज़रूरत है। कैसे? यही आप जानेंगे इस आर्टिकल में…

घाटा!! जी हाँ आपने सही पढ़ा, घाटा। क्यूँकि स्टॉक मार्केट हो या म्युचल फंड्स, जोखिम हर जगह होता है और अगर आपने इस जोखिम को सही ढंग से उठाने की तैयारी की तो आप शेयर खरीद-फरोख्त या निवेश के समय होने वाले घाटे को सफलतापूर्वक मैनेज कर पाएंगे।

1. शुरुआत कहाँ से करूँ?

इंडेक्स, ऑप्शन्स, इक्विटी, डेरिवेटिव्स, करेंसी, क्रिप्टो ऐसे कई नाम आपने सुने होंगे, और अगर नहीं सुने हैं तो सुनेंगे। इन सभी के बारे में डिटेल्स में विडिओ यूट्यूब पर उपलब्ध हैं। साथ ही कुछ अनुभवी ट्रेडर्स और सेबी रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म भी इसकी स्टॉक मार्केट मेनी ट्रेडिंग करने की ट्रेनिंग देते हैं। इसके अलावा हाल ही के दिनों में यूट्यूब पर ट्रेडर्स की बाढ़ से आई हुई है। जो लाइव ट्रेड करते हैं और पैड ग्रुप जॉइन करने के लिए बार-बार कहते हैं। इनके ही फॉलोवर्स आपको इनके लाइव चैट सेक्शन में कमेन्ट करते भी दिख जाएंगे। लेकिन सावधान! आप इंटरनेट पर जो कुछ देखते हैं जरूरी नहीं वो सच हो। इसलिए हमारी आपको यही सलाह कि आप पहले स्टॉक मार्केट की ए बी सी डी जानें। उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करें। इसके बाद ही किसी सेगमेंट में ट्रेड करें। किसी की सुनी-सुनायी बात, टिप या बाइ-सेल कॉल पर आँख बंद करके भरोसा न करें। उदाहरण के लिए आपने सुना होगा कि बैंकनिफ्टी या निफ्टी का ऑप्शन फलाने प्रीमियम पर बाइ करके रखें और प्रॉफ़िट होने पर बेच दें। या फलाने व्यक्ति ने इतने का ऑप्शन खरीदा और बेचने पर लाखों का फायदा कमाया। पर क्या आपने इसका दूसरा पहलू देखा है? लोग स्टॉक मार्केट में गलत सलाह और अप्रमाणित व्यक्तियों या समूहों से सलाह लेकर ट्रेड करके काफी तेज़ी से पैसा गँवाते भी हैं। इसलिए सेबी रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म और व्यक्तियों से ट्रैनिंग लेकर ही इस क्षेत्र में कदम रखें।

2. पेपर ट्रेडिंग से करें शुरुआत

शेयर मार्केट में लेन-देन शुरू करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है। लेकिन बिना डीमैट अकाउंट मार्केट के जोखिम को समझने के लिए पेपर ट्रेडिंग एक बेहतर तरीका है। हालांकि पेपर ट्रेडिंग हर किसी प्लेटफॉर्म में उपलब्ध नहीं है लेकिन ट्रेडिंग व्यू एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ लोग राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय मार्केट के उतार-चढ़ाव को प्रतिदिन देख सकते हैं साथ ही पेपर ट्रेडिंग भी कर सकते हैं। ट्रेडिंग व्यू का इस्तेमाल ट्रेडर्स अपने-अपने पसंदीदा स्टॉक्स या इंडेक्स की चार्टिंग के लिए करते हैं। ट्रेडिंग व्यू में अकाउंट निःशुल्क खोलने के लिए दी गई लिंक पर क्लिक करें। इस लिंक के द्वारा अकाउंट खोलने पर आपको ट्रेडिंग व्यू की ओर से 15 डॉलर आपके अकाउंट में मिल सकते हैं। लेकिन इसके लिए उनकी शर्तों को पहले अवश्य पढ़ लें।

bit.ly/3C0F44c

ट्रेडिंग व्यू में निःशुल्क अकाउंट ओपनिंग और निःशुल्क प्लान में इसके कम फीचर्स का उपयोग करने मिलता है। लेकिन इसके पेड प्लांस में आपको ज़्यादा फीचर्स उपयोग करने मिल जाते हैं। हमारी सलाह है कि पहले आप इस प्लेटफॉर्म को समझें उसके बाद प्लान खरीदने का फैसला अपने विवेकानुसार ही करें।

3. ब्रोकर कैसे चुनें

आजकल मार्केट में काफी ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स हैं जो शेयर मार्केट में स्टॉक खरीदने-बेचने से लेकर अलग-अलग सेगमेंट्स में निवेश के विकल्प आपको देते हैं। लेकिन इनमें से कौन आपके लिए बेहतर है ये कहाँ से पता चलेगा? इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर्स के द्वारा अलग-अलग सेगमेंट्स और अलग-अलग ट्रेडिंग पर लिए जाने वाले ब्रोकरेज को कंपेयर करके देखना पड़ेगा। वर्तमान में जेरोधा और फ़ायर्स दो ऐसे ब्रोकर्स हैं जो अपने ग्राहकों को उचित सेवा देने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। एक तरफ जेरोधा डीमैट अकाउंट ओपनिंग के 200 रुपये और सालाना अकाउंट मैनटेनेंस के 300 रुपये देने पड़ते हैं वहीं फ़ायर्स में डीमैट अकाउंट ओपनिंग और सालाना अकाउंट मैनटेनेंस निःशुल्क है। हालांकि ज्यादातर सेगमेंट में दोनों के ब्रोकरेज चार्जेस लगभग एक जैसे ही है। लेकिन फिर भी अकाउंट ओपनिंग के दौरान आप कागज़ पर दोनों के शुल्क नोट करके कंपेयर करें। क्यूंकि बाज़ार में बने रहने की प्रतियोगिता के चलते ये अपने शुल्क को अपडेट करते रहते हैं। नीचे दोनों के लिंक दिए जा रहे हैं। जिस पर क्लिक करके आप अपना अकाउंट ओपन कर सकते हैं।

ज़ेरोधा – bit.ly/45u0BA1

फ़ायर्स – bit.ly/3OHINvq

4. कहाँ से सीखें?
आजकल ज्ञान हर जगह बँट रहा है। इसलिए ज्ञान का सही स्त्रोत खोजना और प्राप्त करना ज़रूरी है बहुत ज़रूरी है। इंटरनेट पर आको ढेरों वेबसाइट या सोशल मीडिया चैनल मिलेंगे जो ट्रेडिंग पर ज्ञान दे रहे हैं। लेकिन सेबी से रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म कम हैं। हालांकि एनएसई द्वारा स्वयं कुछ कॉर्सेस चलाए जा रहे हैं जिन्हें आप bit.ly/3WB6iI9 पर क्लिक करके देख सकते हैं।

5.कैपिटल कितना-कहाँ निवेश करें?

ऐसा कहा जाता है कि अपनी जमा पूंजी किसी एक ही क्षेत्र में लगाना जोखिम भरा काम होता है। इसलिए चाहे शेयर मार्केट हो या मेटल या ज़मीन-जायदाद। अपनी पूंजी का निवेश बेहद कुशलता से करें। गैर अनुभवी व्यक्तियों की सलाह न मानें। स्वयं के द्वारा की गई रिसर्च पर अमल करने से पहले किसी कुशल और प्रमाणित निवेश सलाहकार से उसकी राय लें। लेकिन याद रखें शेयर मार्केट हो या कोई अन्य क्षेत्र, भविष्य कोई नहीं जानता। भविष्य एक अनुमान पर ही आधारित होता है। इसलिए जोखिम ऐसा उठाएँ जिससे आपको अनुमानित लाभ न मिलने पर या हानि होने पर भारी पूंजीगत नुकसान न हो।

6. रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप लॉस
जब आप शेयर मार्केट के बारे में जानने के लिए इंटरनेट पर जाएंगे या फिर कोई कोर्स करेंगे तब आपका सामना “रिस्क मैनेजमेंट” शब्द से होगा। जिसमें आपको बताया जाएगा कि आपने जितनी पूंजी निवेश की है उसका कितना हिस्सा किस सेगमेंट या इंट्रा डे, शॉर्ट टर्म, लॉंग टर्म या बी टी एस टी या एस टी बी टी करते समय कितना नुकसान उठाएँ। इसी दौरान आपको स्टॉप लॉस नामक एक टर्म के बारे में भी सुनने मिलेगा, स्टॉप लॉस आपके काम तब आता है जब आपके द्वारा लिया गया स्टॉक आपके मुताबिक आपको लाभ न देकर विपरीत दिशा में जाने लगता है। उस दशा में यदि आपने पहले से तय किया हुआ है कि आप मार्केट में कितना नुकसान उठाकर अपने ट्रेड से एकज़िट ले सकते हैं, तो वो आपका स्टॉप लॉस कहलाता है। ये आपको अधिक पूंजी गँवाने से रोकने में कारागार होता है।

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग हो या निवेश, ये एक विशाल समंदर की तरह है। इसके बारे में पूरी जानकारी आपको एक लेख या एक विडिओ से नहीं मिलेगी। इसलिए यदि आप इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं तो स्टॉक मार्केट से संबंधित जानकारी सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स के प्लेटफॉर्म या फिर सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों से समय-समय पर लेते रहें। अप्रमाणित प्लेटफॉर्म या व्यक्तियों की इंटरनेट पर दी हुई सलाह पर आँख बंद करके भरोसा न करें।

अस्वीकरण – शेयर मार्केट में निवेश या लेन-देन जोखिमों के अधीन है। यह लेख आपकी फायनेंशल एजुकेशन को बढ़ाने के लिए लिखा गया है। इसमें किसी तरह की निवेश की सलाह नहीं है। इसलिए आपके द्वारा किए गए शेयर मार्केट संबंधी लेन-देन या डीमैट अकाउंट के द्वारा किए गए लेन-देन या अन्य तरह से किए गए निवेश में होने वाले जोखिम या हानि के लिए प्राथमिक मीडिया या लेखक उत्तरदायी नहीं होगा। लेख में दी गई लिंक्स थर्ड पार्टी की हैं। उसमें क्लिक करने से पूर्व या पश्चात आपके डेटा का उनके द्वारा किये जाने वाले उपयोग के लिए प्राथमिक मीडिया या लेखक उत्तरदायी नहीं होगा। निवेश संबंधी लेन-देन या डीमैट के ज़रिए लेन-देन करने से पूर्व अपने सेबी रजिस्टर्ड वित्तीय सलाहकार से सलाह-मशवरा करें। चित्रों का उपयोग मात्र प्रस्तुतीकरण के लिए गया है।

Chakreshhar Singh Surya
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चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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