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जबलपुर की पहली डिजिटल लायब्रेरी 1 जुलाई से होगी शुरू

15,000 से अधिक डिजिटल किताबें और 100 से अधिक कंप्यूटर स्क्रीन युक्त हैं गांधी भवन डिजिटल लाइब्रेरी

नगर निगम ने शहर और बाहरी इलाकों से जबलपुर आकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बड़े पैमाने पर सुविधाएं विकसित की हैं। निगमायुक्त प्रीति यादव ने बच्चों के लिए अध्ययन संबंधी खुशखबरी साझा करते हुए बताया कि 1 जुलाई से छात्र-छात्राएं डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस संदर्भ में अपर आयुक्त श्रीमती अंजू सिंह ठाकुर ने बताया कि निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव द्वारा गांधी भवन डिजिटल लाइब्रेरी की सदस्यता शुल्क और नियमों का निर्धारण किया गया है।

कैसे लें डिजिटल लाइब्रेरी की सदस्यता – अपर आयुक्त अंजू सिंह ठाकुर ने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी में अध्ययन करने वाले प्रत्येक पाठक के लिए सदस्यता अनिवार्य है। सदस्यता के लिए आधार कार्ड और बिजली बिल की छायाप्रति संलग्न करना होगा। बी.पी.एल. कार्डधारकों के लिए बी.पी.एल. कार्ड की प्रमाणित छायाप्रति संलग्न करना होगा, जिसे मूल कार्ड से मिलान करने के बाद स्वीकार किया जाएगा। सदस्यता प्राप्त करने के बाद निर्धारित स्थान पर ही बैठना होगा और किसी भी डेस्क को अपना निर्धारित स्थान नहीं समझना चाहिए, स्टाफ द्वारा फेरबदल कर अन्य स्थान पर बैठाया जा सकता है।

दो शिफ्टों में खुलेगी डिजिटल लायब्रेरी – प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक और दोपहर 02:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक। समय समाप्ति के 15 मिनट पहले सदस्य को अपनी सीट छोड़नी होगी और कंप्यूटर सिस्टम बंद करना होगा। अध्ययन के लिए केवल कॉपी और पेन ले जाने की अनुमति होगी, पुस्तकें ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। सीट बदलने की अनुमति नहीं होगी, और कंप्यूटर सिस्टम खराब होने की स्थिति में लाइब्रेरी स्टाफ को तुरंत सूचना देनी होगी। किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा के समय सहयोग प्रदान करना होगा। डिजिटल लाइब्रेरी में मोबाइल फोन और अन्य साधनों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा, केवल लाइब्रेरी सिस्टम का उपयोग करें। नियमों का उल्लंघन करने पर सदस्यता 1 सप्ताह के लिए निलंबित की जा सकती है। पुस्तकालय में प्रवेश के समय मोबाइल स्विच ऑफ या साइलेंट मोड पर रखना अनिवार्य होगा और सभी को रजिस्टर में विवरण दर्ज करना होगा। भोजन और नाश्ता अंदर ले जाना पूर्णतः प्रतिबंधित है।

डिजिटल लाइब्रेरी की सदस्यता शुल्क

  • मासिक ऑनलाइन पोर्टल शुल्क: 100 रुपये
  • बी.पी.एल. सदस्य के लिए ऑनलाइन पोर्टल और कंप्यूटर लाइब्रेरी उपयोग शुल्क: 100 रुपये
  • अन्य सदस्यों के लिए: 200 रुपये
  • छः माह के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुल्क: 500 रुपये
  • बी.पी.एल. सदस्य के लिए: 500 रुपये
  • अन्य सदस्यों के लिए: 800 रुपये
  • वार्षिक सदस्यता शुल्क: 1000 रुपये
  • बी.पी.एल. सदस्य के लिए: 1000 रुपये
  • अन्य सदस्यों के लिए: 1500 रुपये

क्या होगा कार्ड गुमने पर – सदस्यता कार्ड शुल्क सदस्यता शुल्क में शामिल है। कार्ड गुमने या क्षतिग्रस्त होने पर पुनः बनवाने के लिए 50 रुपये देना होगा। निर्धारित सदस्यता शुल्क 1 जुलाई 2024 से प्रभावशील होगी। नियमों का उल्लंघन या अनुचित व्यवहार करने पर स्थायी सदस्यता समाप्त की जा सकती है।

गांधी भवन डिजिटल लाइब्रेरी के पोर्टल में 15,000 से अधिक किताबें डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध हैं और 100 से अधिक कंप्यूटर स्क्रीन भी लगे हैं। सदस्यता लेकर लाइब्रेरी में या अपने घर पर लॉगिन पासवर्ड की मदद से पुस्तकें पढ़ सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थी टेस्ट सीरीज और मॉक टेस्ट भी दे सकते हैं। यह लाइब्रेरी ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में सभी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं प्रदान कर रही है। स्कूल के विद्यार्थियों के लिए कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी विषयों का कंटेंट उपलब्ध है, कॉलेज और परीक्षाओं के टेस्ट पेपर और किताबें भी उपलब्ध हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे पीएससी, बैंक, रेलवे आदि के कंटेंट और टेस्ट पेपर भी उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ डिजिटल तरीके से जर्मन, फ्रेंच जैसी भाषाएं सीखने का अवसर भी है। डिजिटल लाइब्रेरी के लिए सदस्यों को यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाता है। सदस्यता लेने के लिए स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, और ईमेल के माध्यम से लॉगिन आईडी और पासवर्ड प्राप्त कर सकते हैं।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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