जबलपुर, फ़ेसबुक पर @collectorjabalpur (कलेक्टर जबलपुर) नाम से एक पेज है, जिसे 86,923 लोगों ने लाइक किया है और एक लाख से ऊपर फ़ेसबुक यूज़र्स उसे फॉलो भी करते हैं. कलेक्टर जबलपुर द्वारा जो भी आदेश निकाले जाते हैं या जो काम उनके विभाग द्वारा किये जा रहे हैं उनके बारे में इसमें आप पोस्ट भी देख सकते हैं. कल शाम रविवार को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा दिए गए जनता कर्फ्यू के आदेश की पोस्ट इस पेज पर डाली गयी. जिसमें बताया गया है कि जनता कोरोना कर्फ्यू 1 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस पोस्ट पर यूज़र्स की प्रतिक्रिया कमेंट्स पर आनी भी शुरू हो गयी. लेकिन इनमें से अधिकतर कमेंट्स कोरोना कर्फ्यू को लेकर नहीं हैं, ये कमेंट्स हैं आयुध निर्माणियों में तेज़ी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर. समाचार लिखे जाने तक दो दर्जन से अधिक यूज़र्स ने इस बारे में कमेंट्स किये हैं.
इन कमेंट्स में आयुध निर्माणियों में फैल रहे कोरोना को लेकर यूज़र्स ने चिंता जतायी है. इन यूज़र्स की फ़ेसबुक प्रोफाइल देखने पर पता चलता है कि ये आयुध निर्माणियों में कार्यरत हैं और देश के विभिन्न ज़िलों के निवासी हैं. इन्होने व्हीकल फैक्ट्री खमरिया (वीएफ़जे) और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया (ओएफ़के) जैसी आयुध निर्माणियों की ओर इंगित करते हुए लिखा है कि वहाँ हज़ारों की संख्या में कर्मचारी काम कर रहे हैं और एक ही काम से जुड़ी चीज़ों को कई हाथों से होकर गुज़रना पड़ता है. इस तरह से फैल रहे संक्रमण से उनके आठ-नौ साथी जान गँवा चुके हैं. कलेक्टर से गुज़ारिश करते हुए वो लिखते हैं कि आयुध निर्माणियों में कोरोना से बचने के लिए किये गए उपाय नाकाफ़ी हैं और ज़िले के अस्पतालों की स्तिथि बहुत अच्छी नहीं है, इसलिए 50-50 के अनुपात में काम करवाया जाए ताकि लोग संक्रमित न हों.
समाचार लिखे जाने तक कलेक्टर जबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर उनके कार्यालय से किसी भी कमेन्ट पर कोई रिप्लाई नहीं दिया गया है. लेकिन जिस मुस्तैदी से जबलपुर कलेक्टर और उनके प्रशासनिक अधिकारी कोरोना के इस दौर में सक्रियता से कार्य कर रहे हैं, उम्मीद की जा रही है कि आयुधकर्मियों के द्वारा सोशल मीडिया पर किये गए कमेंट्स की वजह से वो शायद इस तरफ भी जल्दी ध्यान देंगे.
यहाँ उन कमेंट्स के स्क्रीनशॉट्स दिए जा रहे हैं
कलेक्टर जबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर कर्मचारियों द्वारा किये गए कमेंट्स के स्क्रीन शॉट्स