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लोन सुरक्षा बीमा के बावजूद कंपनी माँग रही गाड़ी की ईएमआई – पीड़िता का आरोप, कलेक्टर और एसपी से की जाँच की माँग

  • कोटेशन के वक़्त कंपनी ने लोन सुरक्षा बीमा का पैसा जोड़कर बताया
  • पति की मृत्यु के बाद कहा कि नहीं है कोई लोन सुरक्षा बीमा
  • पीड़िता ने फायनेंस कंपनी के किश्त माँगने पर लगाए आरोप
कंपनी से गाड़ी ख़रीदते समय रीतेश और उनके साथी

जबलपुर। शहर में बीमा कंपनी का एक मामला सामने आया है। जिसमें पीड़िता द्वारा बीमा कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। सिविल लाईन थाना अंतर्गत समीक्षा टाउन फेस-3 निवासी श्रृद्धा श्रीवास और रत्नेश श्रीवास ने घमापुर थाना और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक लिखित शिकायत दी है। जिसमें बताया गया है कि श्रृद्धा श्रीवास के पति रीतेश श्रीवास ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑथराइज्ड डीलर स्टार ऑटो मोबाइल त्रिपुरी चौक से एक बुलेरो गाड़ी खरीदी थी। रीतेश ने जब गाड़ी का कोटेशन लिया तब कंपनी के लोगों ने कोटेशन में यह भी बताया था कि गाड़ी के लोन का सुरक्षा बीमा भी कराना होगा जिसके लिये 53916 रूपए भी जमा करने होंगे। शर्तों को मानते हुए रीतेश ने गाड़ी की बुकिंग के लिये 10 हजार रूपए दे दिए और 4 लाख 77 हजार रूपए जमा कर दिए और बाकी की रकम महिन्द्रा एंड महिन्द्रा फायनेंस, राइट टाउन ने फायनेंस कर दिए। लेकिन कुछ माह बाद रीतेश श्रीवास का हृदय घात से 5 अप्रैल 2021 को निधन हो गया। रीतेश की पत्नि श्रृद्धा को कुछ दिन बाद कंपनी ने फोन कर गाड़ी की किश्त चुकाने के लिये कहा। तो श्रृद्धा ने कहा कि गाड़ी का बीमा और लोन सुरक्षा बीमा पहले से ही करा लिया है। जिस पर कंपनी ने कहा कि आपके द्वारा लोन सुरक्षा बीमा नहीं है और किश्त में कोई माफी या छूट नहीं मिलेगी। जिस पर श्रृद्धा श्रीवास को शक हुआ कि उनके पति के साथ कंपनी द्वारा धोखाधड़ी की गई है। जिस पर श्रृद्धा और रीतेश के बड़े भाई रत्नेश ने सोमवार को थाना घमापुर, एसपी और कलेक्टर से इस बात की शिकायत कर जांच की मांग की गई है।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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