21 अप्रैल की घटना, अधेड़ की पत्नी बबली और बेटी रामेश्वरी की निशानदेही पर 40 दिन बाद पुलिस ने उठाया पर्दा
बेटी के अनुसार उसने पिता को हत्या करते देखा था, धमकी देकर कहा था- किसी को बताया तो जान से मार दूंगा
डिंडौरी | जिले के बजाग ब्लॉक के ग्राम सैलवार में रविवार को एक ऐसी घटना का खुलासा हुआ, जिसने आम नागरिकों सहित पुलिस को भी हैरान कर दिया। दरअसल, घटना करीब 40 दिन पुरानी है, जिसमें 40 वर्षीय अधेड़ रामस्वरूप मरकाम ने लिव-इन में रह रही 30 वर्षीय महिला अंजनी की हत्या कर लाश को ईंट भट्ठे में जला दिया था। यह जानकारी अधेड़ की 15 वर्षीय बेटी रामेश्वरी और पत्नी बबली के जरिए पुलिस को मिली है। दोनों के बयान के बाद बजाग पुलिस ने जेसीबी मशीन की मदद से मृतका की हडि्डयाें का अवशेष बरामद कर लिया है। बजाग थाना प्रभारी इंस्पेक्टर वेदराम हिनोते ने बताया कि फिलहाल अपराध साबित नहीं हुआ है। रामेश्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसकी बेटी ने बताया कि 21 अप्रैल को आपसी झगड़े के दौरान पिता ने सौतेली मां अंजनी के साथ मारपीट की, फिर उसकी गर्दन पर पैर रखकर मार डाला। दूसरे दिन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के उद्देश्य से उसने शव को ईंट भट्ठे में जला दिया। डिंडौरी SP संजय कुमार सिंह और ASP विवेक कुमार लाल की सख्त मॉनिटरिंग में इंस्पेक्टर वेदराम हिनोते एंड टीम ने कार्यवाही को अंजाम दिया।
इंस्पेक्टर हिनोते ने डिंडौरीडॉटनेट काे बताया कि रामस्वरूप, पत्नी बबली से काफी समय से अलग रहता था, जबकि बेटी रामेश्वरी साथ ही रहती थी। बीते दिनों क्षेत्र में आयोजित एक दशगात्र कार्यक्रम में बेटी ने मां को अंजनी की हत्या के संबंध में जानकारी दी। घटना के दिन वह घर पर ही मौजूद थी और बाप की हैवानियत की चश्मदीद थी। अधेड़ ने बेटी को जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने को कहा था। बेटी की निशानदेही पर पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर सक्षम न्यायालय की अनुमति से तहसीलदार राजाराम कोल व विशेषज्ञ डॉक्टर की मौजूदगी में जमीन में दफन हडि्डयां बरामद कीं। पंचनामा तैयार कर पुलिस ने हडि्डयाें का सैंपल फॉरेंसिक और DNA टेस्ट के लिए भेज दिया है।
पत्नी से अलग रहता था आरोपी, बेटी थी साथ
बेटी ने देख लिया था बाप का हैवानी रूप
21 अप्रैल को घटना के दिन रामेश्वर की बेटी ने उसे अंजनी की हत्या करते देख लिया था। चश्मदीद को जान से मारने की धमकी देकर रामेश्वर ने जबरन चुप करा दिया था। 15 वर्षीय रामेश्वरी 40 दिन तक डरी-सहमी और खामोश रही, लेकिन हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उसने मां को सारा वाकया कह सुनाया। बबली ने बिना देर किए पुलिस को घटना की जानकारी दी और मामले का खुलासा हो सका। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और चश्मदीद रामेश्वरी व बबली के बयान दर्ज कर रामेश्वर से पूछताछ कर रही है।