आज 24 मार्च को नगर निगम के इतिहास में सबसे बड़ा 14 अरब का ऐतिहासिक बजट महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने सदन में पेश किया। जिसमें उन्होंने आधा सैंकड़ा विकास कार्यों को प्रस्तावित करते हुए वित्तीय वर्ष 2023-2024 का अनुमानित और वर्ष 2022-2023 का पुनरीक्षित आय-व्ययक निगम परिषद के समक्ष रखा। जिसमें 2023-24 की कुल आय 14 अरब 03 लाख 21 हजार और कुल व्यय 14 अरब 01 लाख 96 हजार के साथ सवा लाख रुपये की बचत अनुमानित है। बजट में जिन कार्यों को प्रस्तावित किया गया और जो चर्चा की गई वो यहाँ बिन्दुवार दी जा रही है।
आधा सैंकड़ा विकास कार्य प्रस्तावित – घाटों के सौंदर्यीकरण, रोप वे स्थापना और छप्पन भोग मार्केट के अलावा बजट में 48 और विकास कार्य प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही नगर निगम द्वारा रीडैंसिफिकेशन (Redensification) स्कीम के अन्तर्गत शहर में अरबों रूपये के विकास कार्य किये जायेंगे जिसकी शुरूआत इस वर्ष कर दी जायेगी।
नर्मदा के लिए एस.टी.पी. प्लांट – नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों पर इस साल एस.टी.पी. प्लांट लगाकर उसका पानी पीने योग्य बनाने का प्रयास। जिसके लिए लगभग 17.5 करोड़ के एस.टी.पी. के टेण्डर किये जा चुके हैं।
75 मीटर का तिरंगा – नगर में ऐतिहासिक और स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रतीक गांधी स्मारक की महत्ता को अक्षुण्ण रखने की दृष्टि से प्रदेश का सबसे ऊंचा 75 मीटर का फहराता हुआ राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) स्थापित किया जायेगा।
50 करोड़ का बिजली बचाने सोलर पैनल सिस्टम – वर्तमान में लगभग 50 करोड़ से अधिक बिजली बिल का भुगतान नगर निगम को करना पड़ता है। इसलिए नगर निगम में खपत होने वाली बिजली का सौर ऊर्जा (सोलर) से संचालन किये जाने का कार्य किया जायेगा। जिससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी एवं बड़ी बचत भी होगी।
ग्रीन बॉन्ड – नगर निगम के महत्वाकांक्षी विकास कार्यों को पूर्ण कराने के लिये नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा ग्रीन बॉन्ड जारी किये जायेंगे ताकि उनसे पर्याप्त धनराशि एकत्र की जा सके जिससे बड़े विकास कार्य किये जा सकें।
भारत माता मंदिर की स्थापना – नगर में जन-जन तक राष्ट्र भक्ति की भावनाओं को सदैव पुष्पित और पल्लवित रखने की दृष्टि से एक भव्य और आकर्षक ’’भारत माता’’ का मंदिर एवं उद्यान निर्मित कराया जायेगा जिससे नागरिकों में सदैव राष्ट्र प्रेम के प्रति जागृति बनी रहे।
घाट और पर्यटन महत्त्व के स्थानों का सौंदर्यीकरण – नर्मदा नदी के शहर में स्थित सभी घाटों को हरिद्वार के घाटों के समान विकसित और सौन्दर्यीकृत किया जायेगा। जबलपुर की भौगोलिकता, ऐतिहासिकता, प्राचीनता, प्राकृतिक सुषमा और भेड़ाघाट की संगमरमरी चट्टानों के मध्य स्थित धुंआधार जलप्रपात तथा कल्चुरी और गोंडवाना साम्राज्य की धरोहरों को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने की दिशा में हर सम्भव कार्य किये जायेंगे ताकि जबलपुर नगर पर्यटन हब के रूप में बहुचर्चित पहचान बना सके। इसके लिए मदन महल किला से होते हुये पिसनहारी की मढ़िया, भैरव बाबा मंदिर से धुंआधार तरफ एक रोप वे की स्थापना की जायेगी।
अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम की पहल – उन्होंने कहा कि नगर में विगत अनेक वर्षों से खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के द्वारा एक अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम की मांग की जाती रही है। अतः इस संबंध में इस वर्ष स्टेडियम का कार्य शुरू कराने का प्रावधान किया जा रहा है। नगर में खेलकूद गतिविधियों को आकर्षित बनाने एवं बढ़ावा देने के लिये महापौर कप के अन्तर्गत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जायेगा।
वार्ड्स में संजीवनी क्लिनिक – सभी वार्डो में एक-एक संजीवनी क्लीनिक की स्थापना की जायेगी ताकि नागरिकों को प्राथमिक उपचार मिल सके।
फिल्म सिटी का निर्माण – जबलपुर नगर की ऐतिहासिकता और प्राकृतिक सुषमा को दृष्टिगत रखते हुये फिल्म सिटी का निर्माण कराने का प्रावधान किया गया है जिससे देश विदेश के फिल्मकार अपनी फिल्मों का फिल्मांकन कर सकें।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन – नगर में साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं देशभक्ति से परिपूर्ण विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया जायेगा जिनमें विशेष रूप से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, मुशायरा सम्मेलन और नाटकों का मंचन, चित्रकला, संगीत इत्यादि कार्यक्रम रहेंगे। सड़कें और मल्टीलेवल पार्किंग – मां नर्मदा के तट पर स्थित ग्वारीघाट में श्रद्धालुओं और नागरिकों की निरंतर बढ़ती संख्या को देखते हुये खारीघाट से ग्वारीघाट एवं ललपुर से तिलवारा घाट तक सड़कें बनाई जायेंगी। साथ ही ग्वारीघाट एवं तिलवाराघाट में मेगा पार्किंग स्थल बनाया जायेगा। नगर की आवागमन व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिये विभिन्न स्थानों पर मल्टीलेवल पार्किंग स्थल बनाये जायेंगे।
दूर होगा पेयजल संकट – नगर मे ग्रीष्म ऋतु के दौरान सम्भावित पेयजल संकट को दूर करने के लिये जल परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जायेगा जिसके लिये टैंकरों की संख्या पर्याप्त बढ़ाई जायेगी। बोरिंग की जायेगी एवं पाईप लाईन का विस्तार किया जायेगा। अमृत फेस- टू के 280 करोड़ प्रोजेक्ट का भी कार्य स्वीकृति उपरान्त शुरू किया जायेगा। आने वाले वर्षों में हर घर मॉं नर्मदा जल पहुंचाने की मुहिम शुरू की जायेगी। नगर में क्रियान्वित की जा रही अमृत योजना फेस-1 के अंतर्गत नागरिकों को उनके घर पर लगाये जा रहे नल कनेक्शन के लिये निर्धारित व्यय राशि को एकमुश्त में न लेकर कनेक्शन लगाने के पूर्व 50 प्रतिशत पहली किश्त के रूप में तथा आगामी दो वर्षों के देयकों से प्रतिवर्ष 25-25 प्रतिशत की राशि ली जावेगी। शहर के विभिन्न शासकीय कार्यालयों, शाला भवनों और प्रमुख भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किये जायेंगे और नागरिकों को निजी भवनों में यह व्यवस्था करने के लिये प्रेरित किया जायेगा।
बढ़ेंगे अग्नि शमन केन्द्र – ग्रीष्म ऋतु के दौरान संभावित अग्नि दुर्घटनाओं तथा अन्य आपदाओं के घटित होने पर त्वरित राहत प्रदान करने हेतु नगर में अग्नि शमन केन्द्र बढ़ाये जायेंगे। अग्नि एवं धुंए में घुसकर नागरिकों को बचाया जा सके इस हेतु फायर एन्ट्री सूट खरीदे जायेंगे।
रियायत दरों पर पास – नगर के छात्र-छात्राओं, दिव्यांगों और सीनियर सिटीजन आदि पात्र व्यक्तियों को मेट्रो बस यात्रा के लिये रियायत दरों पर नगर निगम द्वारा पास जारी किये जायेंगे।
अपडेटेड सॉफ्टवेयर – वर्तमान में प्रचलित एवं प्रवर्तित स्वकर निर्धारण प्रणाली को सहज तथा सरल बनाया जायेगा। इसका पूर्ण सॉफ्टवेयर तैयार करके मध्यप्रदेश शासन को अनुमति के लिये भेजा जायेगा।
निगम के स्कूलों के विद्यार्थियों को उत्साहवर्धन पुरुस्कार – नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा संचालित उच्चतर माध्यमिक शालाओं के उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं के उत्साह-वर्द्धन हेतु पुरूस्कृत किया जायेगा। इसके अन्तर्गत कक्षा 9वीं, 10वी, 11 वीं एवं 12वीं कक्षाओं के उन छात्र-छात्राओं को जो शाला की प्रवीण्य सूची में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम स्थान के लिये रूपये 5100/- द्वितीय स्थान के लिये रूपये 2100/- एवं तृतीय स्थान के लिये रूपये 1100/-की निधि प्रदान की जायेगी।
गड्ढा मुक्त सड़कें और सुगम यातायात – आदि शंकराचार्य चौक से गौरीघाट तक की सड़क रेल्वे से समझौता उपरांत महत्वाकांक्षी सड़क बनाकर शहर की यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने का बड़ा कदम उठाया जायेगा। शहर में खूबसूरत सड़कें हों एवं आने वाले समय में सड़कें गढ्ढा मुक्त हो इसके लिये प्रावधान किये गये हैं। नगर की यातायात और आवागमन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में ट्रेफिक मैनेजमेंट/आई.टी.एम.एस/सिग्नल/जेब्रा क्रासिंग/रोड मार्किंग/केट आई इत्यादि प्रबन्ध किये जायेंगे और ब्लेक स्पॉट भी समाप्त किये जायेंगे और अन्य व्यवस्थायें की जायेंगी।
हर वॉर्ड में मिल्क कॉर्नर – नगर के सभी वार्डों के लिये माननीय पार्षदों की अनुशंसा एवं महापौर की सहमति से लगभग 500 दुग्ध और डेली नीड्स के पार्लर स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। इससे 1000 रोजगार का सृजन होगा एवं आम नागरिकों की सुविधाओं में इजाफा होगा।
शहर में लगेंगे सी.सी.टी.वी. – नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुये नगर के सभी वार्डों के प्रमुख चौराहों व स्थानों पर माननीय पार्षदों की अनुशंसा एवं महापौर की सहमति पर सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किये जायेंगे। आने वाले वर्षों में शहर के अधिकांश भाग को सी.सी.टी.वी. निगरानी में कर दिया जायेगा।
विकास कार्यों के लिए निगम देगा आधी राशि – नगर के वार्डों में समुचित विकास और उन्नयन कार्यों के लिये नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा अधिकतम 50 लाख की राशि उन विकास कार्यों के लिये उपलब्ध करायी जायेगी जिनके लिये माननीय सांसदों और विधायकों द्वारा उतनी ही बराबर राशि का आवंटन किया जायेगा।
मानस भवन में 36 कार्यक्रमों का आवंटन कर सकेंगे महापौर – वर्तमान में महापौर की अनुशंसा पर मानस भवन प्रेक्षागार का आवंटन रियायत दर पर पूरे एक वर्ष के दौरान केवल 24 विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक एवं अन्य गतिविधियों के लिये आवंटित किया जाता हैं जिन्हें अब बढ़ाकर 36 कार्यक्रमों के लिये आरक्षण रहेगा।
वृक्षारोपण और करदाताओं का सम्मान – नगर के पर्यावरण और हरियाली को सन्तुलित बनाने के लिये एक लाख आठ हजार पौधों का रोपण किया जायेगा। इस कार्य में नागरिकों की बढ़-चढ़कर भागीदारी ली जायेगी ताकि लोगों में जागरूकता बनी रहे। इस वर्ष से नगर के उन बड़े करदाताओं को सम्मानित किया जायेगा जिनके द्वारा निर्धारित समय पर कर की अदायगी की जायेगी।
नगर निगम कार्यालय और स्कूल बनेंगे स्मार्ट – नगर निगम के स्वामित्व के भवनों में संचालित समस्त शालाओं को स्मार्ट स्कूल बनाने की दिशा में हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। नगर में संचालित अखाड़ों और खेल प्रांगणों को उन्नत बनाने का प्रावधान बजट में किया गया है तथा ओपन जिम भी आवश्यकतानुसार स्थापित किये जायेंगे। नगर निगम जबलपुर के मुख्यालय एवं सभी संभागीय कार्यालयों में नागरिकों की सुविधा हेतु निःशुल्क वाईफाई की व्यवस्था की जायेगी।
उद्यानों का निर्माण और तालाबों का जीर्णोद्धार – शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों, उद्यानों, ऐतिहासिक इमारतों, शैलपर्ण, डुमना नेचर पार्क और संग्राम सागर आदि क्षेत्रों मे अपेक्षित विकास कार्य कराये जायेंगें। साथ ही नगर के आठ बड़े तालाबों का जीर्णोद्धार तथा सौन्दर्यीकरण कराने का प्रावधान किया गया है। नगर की विभिन्न सड़कों के किनारे एवं प्रमुख स्थानों के आसपास रिक्त भू-भागों पर लघु उद्यान बनाये जायेंगे ताकि पर्यावरण संतुलित रहे एवं ए.क्यू.आई. भी कन्ट्रोल हो सके।
शहर को मिलेगा 56 भोग मार्केट – नगर में इन्दौर के समान राजवाड़ा की तर्ज पर स्थापित 56 भोग मार्केट का निर्माण कराया जायेगा ताकि नागरिकों को भिन्न-भिन्न प्रकार के स्वादिस्ट व्यंजनों का रसास्वादन मिल सके।
गौवंश, सूकर और श्वानों का प्रबंधन – नगर निगम द्वारा गौवंश संरक्षण एवं सड़क आवागमन को व्यवस्थित रखने की दृष्टि से गौशाला की स्थापना कराने के सम्बन्ध में कार्ययोजना तैयार की जायेगी ताकि गौ मूत्र और गोबर आदि का सदुपयोग भी हो सके। सूकरों से निजात मिले एवं श्वानों को एन.जी.ओ. एवं श्वान प्रेमियों के ज़रिए उपयुक्त एवं व्यवस्थित स्थानों पर नियमानुसार रखा जाये ऐसी व्यवस्था की जायेगी।
विकास के लिए पार्षदों को मिलेगी अतिरिक्त राशि – इस वर्ष पार्षदों की अनुशंसा पर 69 वार्ड में 70-70 लाख रूपये और 10 वार्ड जिनमें ग्रामीण क्षेत्र वर्ष 2015 में जुड़े थे उनमें 10-10 लाख रूपये की अतिरिक्त राशि विकास कार्य में खर्च की जायेगी। इसके लिए बजट में 56 करोड़ 30 लाख की राशि का प्रावधान किया गया है।
इन पर भी दिया प्रस्ताव –
स्वच्छता में शहर की रेंक सुधारने प्रयास होंगे।
अवैध कालोनियों को नियमानुसार वैध करने की कार्यवाही की गति बढ़ेगी।
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और बेहतर होगा।
अवैध नल कनेक्शन वैध करने एक वर्ष का जल शुल्क और नये नल कनेक्शन की राशि को जोड़कर लिया जायेगा।
नये पांच हॉकर्स जोन का निर्माण कराया जाएगा
नगर निगम के सभी प्रकार के जनोपयोगी रेकॉर्ड्स का डिजिटलाईजेशन और ऑन लाईन उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
शहर में वर्षा ऋतु के दौरान होने वाले जलप्लावन को रोकने के लिये कदम उठाये जायेंगे।
सभी श्मशानघाटों/कब्रिस्तानों को सुव्यवस्थित और सुनियोजित किया जायेगा, साथ ही जरूरतमंदों को रियायती शुल्क से शवदाह संस्कार कराने की व्यवस्था सुनिश्चित् की जायेगी।
विशेषज्ञों से सलाह लेकर तैयार हुआ है बजट – महापौर ने सदन को संबोधित करते हुए बताया कि यह बजट शहर के सभी प्रमुख प्रबुद्धजनों, विकास कार्यो से संबंधित अलग अलग विषयों के विशेषज्ञों, भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त 11 अधिकारियों के अलावा अन्य वर्गों के लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद तैयार किया गया है। यह बजट निश्चित रूप से नगर निगम के इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा वास्तविक बजट कहलाएगा।
बजट पेश करने के दौरान महापौर ने शायराना अंदाज में कहा कि –
‘‘तुम्हारी खूबसूरती को जो कर सके बयां, वो शब्द बना रहा हूँ।
अभी लिख रहा हूँ कागज पर पूरे उतरे नहीं हो तुम,
कुछ वक्त गुजरेगा तो बताऐगें कि कितने खूबसूरत हो तुम’’
जिसपर सदन के सभी सम्माननीय सदस्यों ने तालियों की गडगड़ाहट से महापौर के इस अंदाज का स्वागत किया। उन्होंने सदन से आग्रह किया कि मेयर-इन-काउन्सिल द्वारा प्रस्तुत वित्तीय वर्ष 2022-2023 का पुनरीक्षित एवं वर्ष 2023-2024 का अनुमानित आय-व्यय (बजट) सर्वसम्मति से पारित किया जावे जिससे शहर विकास को तेजी से पंख लग सकें एवं हमारा शहर शीर्घ्र विकसित, सुन्दर, सुविधापूर्ण एवं व्यवस्थित बन सके। उन्होंने बताया कि नागरिकों की सुविधा के लिए शुरू की गई ’’महापौर हेल्प लाईन’’ के अन्तर्गत किसी भी नागरिक द्वारा घर बैठे निगम से संबंधित त्वरित कार्यों की अपेक्षा की जाती है, उस समस्या की शिकायत का समाधान तय समय सीमा में किया जा रहा है। साथ ही 1 जनवरी 2023 से घर-घर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है जो निरन्तर जारी रहेगा।