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रविवार, अप्रैल 20, 2025
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कवरेज से लौटते समय मीडियाकर्मी पर अज्ञात लोगों ने किया हमला

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Unidentified people attacked a media person while returning from coverage

आपके मोबाईल या लैपटॉप जिस पर भी ये फोटो आप देख रहे हैं वो एकदम ठीक है, ये फोटो काली ही है। ये काला रंग आपके मोबाईल, लैपटॉप और अखबार के टेक्स्ट का भी है। लेकिन आज ये फोटो काली क्यूँ है? क्यूंकि समाज में घटने में सच्चाई को दिखाने वाले एक मीडियाकर्मी पर हमला हुआ है। उसे पहुंची हुई चोट लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर पहुंची हुई उन कई चोटों में से एक है, जो ये बताती हैं कि इस देश में लोकहित में सुशासन और सुव्यवस्था के लिए मीडिया ने भी कभी आवाज़ उठायी थी।

शहर में तापमान की गिरावट से न सिर्फ लोग वाक़िफ़ हैं बल्कि बढ़ती हुई सर्दी की वजह से रात के समय लोगों ने घर से निकलना भी बंद कर दिया है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो अपना कर्तव्य पूरा करने सड़कों पर देर रात भी निकलते हैं। जिनमें पुलिसकर्मियों के अलावा निगम के सफाईकर्मी, संस्थानों के सुरक्षाकर्मी और विभिन्न मीडिया हाउसेज़ के मीडियाकर्मी भी शामिल हैं।

मंगलवार की रात को इन्साइट इंडिया न्यूज़ के संपादक और प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक समाचार पत्र के उपसंपादक नील कमल तिवारी भी रात को बढ़ती हुई ठंड के हालात को कैमरा पर कैद करने निकले। इस दौरान उन्होंने शहर में जलते हुए अलावों के साथ-साथ साफ-सफाई में जुटे कर्मियों की तस्वीरें लीं और उनसे बातचीत भी की। इसके बाद वो लगभग रात्रि 12:30 बजे रद्दीचौकी से घमापुर की ओर जाने वाली सड़क पकड़कर अपने दुपहिया से घर लौटने लगे। लेकिन इसी बीच सिन्धी कैम्प के पास अचानक एक दुपहिया वाहन में तीन अज्ञात तत्त्व उनके समीप पहुँचे और उन्होंने बेसबॉल के बल्ले से पहले उनके कैमरा पर प्रहार किया जिससे वो क्षतिग्रस्त हो गया।

इससे पहले वो कुछ समझ पाते तभी उनमें से एक ने उन्हें गिराने के उद्देश्य से उनकी चलती बाइक पर लात से प्रहार किया। जिससे नील कमल का वाहन थोड़ा डगमगाया लेकिन उन्होंने उसे संभाल लिया। इसके बाद नील कमल ने उनका थोड़ी दूर पीछा करने की कोशिश की कि तभी एक अन्य दुपहिया वाहन में सवार कुछ अज्ञात तत्त्वों ने उनकी बाइक को कट मारकर गिरा दिया। जिससे नील कमल को चेहरे, घुटने और पंजे में काफी चोट आई।

दुर्घटना की आवाज सुनकर कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी को और उन्हें उठाकर घर पहुंचाया। इसके बाद नील कमल ने घटना की जानकारी हनुमानताल थाना में दर्ज करवायी। नील के मुताबिक वे इन हमलावरों को नहीं पहचानते हैं। घटना को लेकर पत्रकारों में भी आक्रोश व्याप्त है। श्रमजीवी पत्रकार परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष विलोक पाठक ने कहा है कि यदि नील कमल तिवारी पर हमला करने वाले अपराधियों को शीघ्र नहीं पकड़ा गया तो परिषद् गृहमंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी।

वो फोटो जिसे मंगलवार देर रात नील कमल ने कैप्चर किया

जबलपुर में देहदान के प्रति जागरूक हो रहे नागरिक

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श्रीमती सुभद्रा मेमोरियल वेलफेयर फाउंडेशन की सदस्य एवं न्यू रामनगर अधारताल की निवासी श्रीमती विशाखा अनिल तिवारी जी के द्वारा आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर देहदान करने के लिए इच्छा पत्र भरकर देहदान करने की सहमति व्यक्त की।

श्रीमती सुभद्रा मेमोरियल वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक हेमंत पटेल के द्वारा बताया गया कि श्रीमती विशाखा तिवारी जी के द्वारा देहदान की इच्छा व्यक्त की गई थी, जिस पर कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम प्रभारी श्री उमाशंकर अवस्थी जी से संपर्क करने पर आज दिनांक 30 दिसंबर 2022 को दोपहर 1:00 बजे देहदान से संबंधित फॉर्म को भरवाया गया तथा अन्य औपचारिकताओं को पूर्ण किया गया।

श्रीमती सुभद्रा मेमोरियल वेलफेयर फाउंडेशन की समस्त टीम के द्वारा श्रीमती विशाखा तिवारी के इस निर्णय की तारीफ की गई है तथा राष्ट्रहित में उनके द्वारा देह दान के रुप में अपने देह को दान करने का संकल्प लेकर देश को अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया है , इतना बड़ा और महान निर्णय श्रीमती विशाखा तिवारी जी एवं परिवार के द्वारा लेने पर संस्था उनके तथा उनके पूरे परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया ।

शिवराज सिंह चौहान को विजय रुपाणी बनाने की कोशिश मध्यप्रदेश में बीजेपी को भारी पड़ सकती हैं? – अभिमनोज

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मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव 2023 हैं और यहा सत्ता विरोधी लहर के बहाने गुजरात फार्मूला लागू करने की सियासी चर्चाएं हैं, लेकिन यदि एमपी में सीएम शिवराज सिंह चौहान को विजय रुपाणी बनाने की कोशिश की गई, तो बीजेपी को भारी पड़ सकती है?  
मजेदार बात यह है कि चर्चाओं में किसी मूल भाजपाई के बजाए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सबसे ऊपर है?
वजह…. बोनसाई पॉलिटिक्स के लिहाज से ज्योतिरादित्य सिंधिया सबसे बेहतर हैं, क्योंकि मूल बीजेपी संगठन पर उनकी पकड़ नहीं है और वे मोदी-शाह के पॉलिटिकल नेटवर्क से बीजेपी में आए हैं, मतलब…. वे सियासी लक्ष्मण रेखा नहीं लांघ सकते हैं?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकल्प के रूप में देखे जा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए समर्थकों ने चर्चाएं भी शुरू कर दी हैं और 2023 में कामयाबी के लिए गुजरात के फॉर्मूले पर काम करने की बात भी कही जा रही है.
हालांकि, शिवराज सिंह चौहान को हटाने के मुद्दे पर बीजेपी मूल के भी कई सीएम पद के दावेदार नेता अभी खुश हो सकते हैं, परन्तु ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम आते ही ये भी शिवराज सिंह चौहान को हटाने पर सहमत नहीं होंगे.
याद रहे, मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कुछ समय को छोड़ दें तो लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं और जिस तरह गुजरात में पीएम मोदी की पकड़ है, वैसी ही पकड़ सीएम शिवराज सिंह चौहान की मध्यप्रदेश में हैं.
उल्लेखनीय है कि यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ को भी हटाने की सियासी चर्चाएं थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो पाया?
देखना दिलचस्प होगा कि- क्या बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान को बदलने की पॉलिटिकल रिस्क लेगा?

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)

अस्वीकरण – लेख में व्यक्त विचार लेखक के स्वयं के हैं। प्राथमिक मीडिया का इससे कोई सरोकार नहीं है।

तीर्थस्थल को पर्यटन स्थल घोषित किये जाने से नाराज़ जैन समुदाय ने विरोध स्वरूप कुंडम में निकाली रैली

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कल बुधवार को कुंडम नगर में कुंडम, बघराजी और आसपास क्षेत्र के जैन समाज के बच्चों सहित महिलाओं और वरिष्ठजनों द्वारा एकत्रित होकर रैली निकाली गई। यह रैली 20 जैन तीर्थंकरों की मोक्ष स्थल श्री सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पर्वत राज गिरिडिह झारखंड की स्वतंत्र पहचान और पवित्रता के संरक्षण हेतु निकाली गई। इस दौरान जैन समाज ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार कुंडम प्रदीप कौरव और नायब तहसीलदार नेहा जैन को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने मांग की कि श्री सम्मेद शिखर जी ‘पारसनाथ पर्वतराज’ को वन्य जीव अभयारण्य, पर्यावरण पर्यटन के लिए इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान, पर्यटन स्थल, धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाएँ। और ‘पारसनाथ पर्वतराज’ और मधुबन को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत घोषित कर पारसनाथ पर्वत को वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग लिखकर प्राचीन जैन तीर्थ की स्वतंत्र पहचान और पवित्रता नष्ट करने वाली झारखण्ड सरकार की अनुशंसा पर केन्द्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना क्र. 2795 (ई) दिनांक 2 अगस्त्त 2019 से बाहर किया जाए। साथ ही श्री सम्मेद शिखर जी ‘पारसनाथ पर्वतराज’ और मधुबन को माँस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र “जैन तीर्थस्थल” घोषित किया जाए। इसके अलावा ‘पारसनाथ पर्वतराज’ वन्दना मार्ग को अतिक्रमण व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, यात्री सामान जांच के लिए स्कैनर सहित पर्वत के आरम्भ में और शीतल नाला पर चेक पोस्ट और पर्वत पर सोलर लाइट्स और शुद्ध जल व्यवस्था जैसी सुविधाएँ उपलब्ध करायी जाएँ।

विदित हो कि जैन समुदाय अपने तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल बनाने से नाराज़ है, जिसके विरोध में पूरे देश में जैन समुदाय द्वारा रैली एवं जन सभाओं का आयोजन किया गया। जिसे व्यापरी संगठनों का भरपूर समर्थन मिला।

दो भाईयों ने एक किशोर के साथ मिलकर की थी गोहलपुर में युवक की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

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गुरुवार की रात गुप्ता कॉलोनी, जागृतिनगर, गोहलपुर में हुई मृतक राहुल रजक की अंधी हत्या को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या के संबंध में दो भाईयों और एक 16 वर्षीय किशोर के शामिल होने की बात सामने आई है। हत्या की जांच के दौरान सामने आया कि मृतक राहुल रजक का आकाश रजक से घटना के कुछ देर पहले ही वाद विवाद हुआ था। जिसके बाद आकाश रजक उम्र 22 वर्ष निवासी जागृति नगर को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो एक और पुराना विवाद सामने आया। जिसमें पता लगा कि कुछ दिनों पहले शनिवार 11 दिसंबर को आकाश रजक के दोस्त का मृतक राहुल रजक के दोस्त से वाद विवाद हुआ था, जिसकी रिपोर्ट आकाश रजक के दोस्त ने की थी, रिपोर्ट करने की बात को लेकर राहुल रजक ने आकाश रजक को बुलवाया और दोस्त के खिलाफ रिपोर्ट कराने से नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए मारने दौड़ा तो आकाश रजक भाग कर एक घर मे घुस गया और वहीं से अपने भाई विकास रजक को विवाद होने की जानकारी दी। तो विकास रजक अपने एक 16 वर्षीय दोस्त को लेकर पहुंचा, और जिस घर में भागकर आकाश रजक घुसा था वहाँ से कुल्हाड़ी लेकर राहुल रजक के सिर पर चोट पहुंचायी। इसके बाद विकास रजक और उस 16 वर्षीय किशोर ने ईंट और बेस बॉल के डण्डे से राहुल रजक को मारकर भाग गये। आकाश रजक के भाई विकास रजक उम्र 18 वर्ष और 16 वर्षीय किशोर को तलाश कर गिरफ़्तारी की गई। पूछताछ के दौरान उनकी निशानदेही पर उनसे घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी, बेस बॉल का डण्डा और घटना के वक्त पहने हुये कपड़े जप्त किये गए। तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

विदित हो कि 25 वर्षीय मृतक राहुल रजक की लाश गुरुवार को जागृतिनगर में पायी गई थी। मृतक के सिर पर गम्भीर चोट के भी निशान पाए गए थे। जिसके बाद जबलपुर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के निर्देश पर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर गोपाल खाण्डेल और नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गोहलपुर विजय तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित कर हत्या की जांच शुरू की गई। इस अंधी हत्या का खुलासा करने, दोनों आरोपी भाईयो और 16 वर्षीय किशोर को 24 घंटे के अंदर पकडने में उप निरीक्षक अमित मिश्रा, लवकुश साकेत, सहायक उप निरीक्षक मान सिंह, प्रधान आरक्षक राघवेन्द्र सिंह, आशीष असाटी, धर्माजी पवार, राजा भैया, सुरेश मिश्रा, सादिक अली, आरक्षक हुलेश, दिलीप, धीरेन्द्र, विनय एवं क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक रामसनेह शर्मा प्रधान आरक्षक हरिशंकर गुप्ता, अरविंद श्रीवास्तव, आरक्षक राजेश केवट की सराहनीय भूमिका रही।

शराब दुकान के सामने गंदगी फैलाने पर संचालक को देना पड़ा 50 हजार रूपये का जुर्माना

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शुक्रवार को संभाग क्रमांक 10 के अंतर्गत वार्ड भ्रमण के दौरान सहायक आयक्त आनंद मिश्रा और मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अनिल मिश्रा के ने देखा कि देशी शराब दुकान के सामने संचालक द्वारा गंदगी फैलाई जा रही थी, जिसपर तत्काल ही चालानी कार्यवाही करते हुए देशी शराब दुकान संचालक के ऊपर 50 हजार रूपये राशि का जुर्माना लगाकर स्पॉट फाइन की वसूली की गयी और मौके पर ही पी.ओ.एस. मशीन से तत्काल में रसीद प्रदान की गयी। उक्त कार्यवाही में सहायक आयुक्त आनंद मिश्रा, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अनिल मिश्रा, सुपरवाइजर श्रीनिवासलू एवं राजेश चौधरी उपस्थित रहें।

विदित हो कि नगर निगम द्वारा शहर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान के अंतर्गत साफ-सफाई से संबंधित अन्य जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। प्रतिदिन नगर निगम टीम के सदस्यों के द्वारा सभी से आग्रह किया जा रहा है कि अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों के सामने गंदगी न फैलाएँ और साफ सफाई बेहतर रखें। प्रचार वाहनों के माध्यम से भी स्वच्छता के महत्व को लगातार निगम प्रशासन द्वारा लोगों को बतलाया जा रहा है तथा गंदगी न करने और न ही गंदगी फैलाने के लिए समझाईश भी दी जा रही है। इन सबके बावजूद भी कोई घरों एवं प्रतिष्ठानों के सामने गंदगी फैलाता है तो उनके विरूद्ध चालानी कार्यवाही भी की जा रही है।

तापसी पन्नू और शाहरुख की फिल्म “डंकी” की शूटिंग हुई भेड़ाघाट में, शहर के कलाकार भी इसमें शामिल

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गुरूवार को शाहरूख खान की फिल्म डंकी की शूटिंग भेडाघाट में करने फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी अपने दो दर्जन क्रू मेंबर्स के साथ भेड़ाघाट पहुंचे। जहां उन्होंने भेड़ाघाट और बंदरकूदनी के कई सीन कैमरे में कैद किए। फिल्म की शूटिंग में यहाँ शाहरूख तो नहीं लेकिन उनका डुपलीकेट जरूर मौजूद है।

जबलपुर के कलाकार भी हैं डंकी में – इस फिल्म में जबलपुर के फिल्म और रंगमंच से जुड़े कलाकारों को भी शूटिंग लोकैशन में स्पॉट किया गया। जिसमें कुछ कलाकार जैसे गौरव सैनी सिख युवक की भूमिका में दिखाई दिए। गौरव रंगमंच से जुड़े कलाकार हैं जिन्हें शहर में विभिन्न नाटकों के मंचन में देखा जा चुका है। साथ ही गौरव सक्रियता से अभिनय के क्षेत्र में जबलपुर का नाम रोशन कर रहे हैं। इस फिल्म में काम करने से पूर्व वे काफी वेब सीरीज़ और फिल्मों में अहम किरदार निभा चुके हैं।

ये संयोग की बात है कि हिरानी पहली बार जबलपुर में शूट कर रहे हैं और पहली बार शाहरुख को लेकर फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म की रिलीज 22 दिसंबर 2023 को तय की गई है। लेकिन लोगों के मन में सवाल है कि फिल्म के टाइटल का मतलब क्या है और इसकी कहानी से शीर्षक का क्या संबंध है?

फिल्म का टाइटल डंकी क्यूँ? – राजकुमार हिरानी की फिल्में अधिकतर सामाजिक मुद्दों से जुड़ी होती हैं। जिसमें सामाजिक कुरीतियों या मान्यताओं को चुनौती दी जाती है। डंकी भी सामाजिक मुद्दे से जुड़ी हुई फिल्म है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डंकी असल में एक कोडवर्ड है। जो ‘डॉन्की फ्लाइट्स’ शब्द से आया है, जिसे इलीगल बॉर्डर इमिग्रेशन यानी अवैध तरीके से अप्रवासियों को सीमा पार कराने के तरीके के तौर पर देखा जाता है। भारतीय लहजे में डॉन्की को डंकी बोला जाता है, इसलिए फिल्म का टाइटल डंकी रखा गया है। ऐसा माना जा रहा है कि राजकुमार हिरानी की फिल्म इसी डंकी फ्लाइट्स के मुद्दे को उठाती नज़र आएगी।

क्या होती हैं डंकी फ्लाइट्स? – डंकी फ्लाइट्स से तात्पर्य सिर्फ विमान सेवा के जरिए अवैध ढंग से अन्य देश तक पहुंचना नहीं है, बल्कि अवैध तरीके से सीमा पार जाने के तरीके को भी डंकी फ्लाइट्स कहा जाता है। सीधे शब्दों में यह अप्रवासियों के लिए किसी भी देश में घुसने का गैरकानूनी तरीका है। आमतौर पर जिन लोगों को वैध तरीके से किसी भी देश में एंट्री नहीं मिलती, वे दूसरे देशों से मुश्किल रास्तों को अपनाकर और अपनी पहचान छिपाकर उस देश में पहुंचने की कोशिश करते हैं। इसी तरीके को डंकी फ्लाइट्स कहा जाता है।

देशी पिस्टल और कारतूस के साथ ग्वारीघाट में युवक गिरफ़्तार

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ग्वारीघाट थाना प्रभारी भूमेश्वरी चौहान ने बताया कि कल शाम क्राईम ब्रांच को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना  मिली कि सिद्धधाट के उपर मोहित चाय दुकान में 3-4 लड़के खड़े हैं जिनमें से एक लड़का सफेद काले रंग की  टीशर्ट एवं जींस पहने है। जींस के पेंट की दाहिनी जेब में देशी पिस्टल रखा है। सूचना पर थाना और क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम ने मुखबिर के बताये स्थान पर दबिश दी। सिद्धधाट स्थित मोहित चाय दुकान  में मुखबिर के बताये हुलिये के लड़के को पकड़ा जिसने नाम पता पूछने पर अपना नाम अभय उपाध्याय, उम्र 25 वर्ष, निवासी राधा स्वामी का बाड़ा, फूटाताल,थाना बेलबाग बताया। जिसे मुखबिर की सूचना से अवगत कराते हुये तलाशी लेने पर पेंट की जेब में एक देशी पिस्टल और एक कारतूस रखे मिला। आरोपी के कब्जे से एक देशी पिस्टल, 1कारतूस और एप्पल कम्पनी का मोबाइल जप्त करते हुये आरोपी अभय उपाध्याय के खिलाफ़ धारा 25,  27 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए उक्त देसी पिस्टल कहां से और कैसे प्राप्त की, के संबंध में पूछताछ की जा रही है। आरोपी को पिस्टल एवं कारतूस के साथ पकड़ने में सहायक उप निरीक्षक रणजीत सिंह एंव क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक मृदुलेश शर्मा, प्रधान आरक्षक मानस उपाध्याय, शेषनारायण राय,  आरक्षक अनूप सिंह की सराहनीय भूमिका रही।

बिकने से पहले जब्त किये नशीले इंजेक्शन

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Intoxicant injection seized before sale
जब्त किए गए नशीले इन्जेक्शन

कल शाम मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बेलबाग थाना प्रभारी प्रियंका केवट ने अपनी टीम के साथ दंगल मैदान के पास खटीक मोहल्ला तरफ जाने वाले रास्ते पर एक व्यक्ति को 56 नशीले इन्जेक्शन के साथ दबोच लिया। वह व्यक्ति प्लास्टिक की बोरी में नशीले इंजेक्शन रखकर ग्राहकों का इंतजार कर रहा था। दबिश के दौरान उसने बोरी के साथ भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की घेराबंदी के चलते वह पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम बबलू उर्फ मुकेश सोनकर, उम्र 34 वर्ष, निवासी दंगल मैदान खटीक मोहल्ला  बेलबाग बताया। तलाशी लेने पर बोरी के अंदर कागज के डिब्बे में 28 नग बुप्रेनोरफिन इंजैक्शन तथा 28 फेनिरामाईन मैलेट इंजैक्शन मिले। उक्त 56 नग नशीले इंजैक्शन के बारे में पूछताछ करने पर उसने बताया कि जिसने उक्त इंजैक्शन सुमित सोनकर निवासी खटीक मोहल्ला से 1 हजार रूपये में खरीदे हैं। आरोपी मुकेश सोनकर के विरूद्ध धारा 5/13, 6 म.प्र. ड्रग्स कन्ट्रोल एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए सुमित सोनकर की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपी को नशीले इंजैक्शन के साथ गिरफ्तार करने में उप निरीक्षक मुनेश कोल, प्रधान आरक्षक भूपेन्द्र रावत,  प्रेमलाल विश्वकर्मा, आरक्षक मनीष बघेल की सराहनीय भूमिका रही। विदित हो कि पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के निर्देश और अति. पुलिस अधीक्षक शहर श्री गोपाल खाण्डेल के मार्गदर्शन में अवैध मादक पदार्थ, शराब की तस्करी और नशीले इंजैक्शन के कारोबार मे लिप्त असामाजिक तत्वों के खिलाफ़ तेज़ी से कार्यवाही की जा रही है।

ऐमज़ॉन मिनी पर रिलीज़ हुई जबलपुर के रोहित झा की वेब सीरीज़ “फ़िज़िक्स वाला”

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Jabalpur's Rohit Jha's web series Physics Wala released on Amazon Mini
रोहित झा

ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के इस दौर में दर्शकों को बेहद उम्दा कॉन्टेन्ट देखने मिल रहा है। और ऐसे किसी कॉन्टेट से शहर की किसी प्रतिभा का नाम जुड़ना संस्कारधानी के लिए सौभाग्य की बात है। ऐमज़ॉन मिनी पर ऐसा ही कॉन्टेन्ट “फिज़िक्स वाला” आज रिलीज़ हुआ है। जिसमें शहर के ही रोहित झा ने प्रॉडक्शन डिज़ाइन किया है। प्राथमिक मीडिया से फोन पर बात करते हुए रोहित झा ने बताया कि एक प्रॉडक्शन डिज़ाइनर की वेब सीरीज़, फिल्म और टीवी सीरियल्स के सेट्स को तैयार करने में अहम भूमिका होती है। वे कहानी के विजुअल्स में शूट किये जा रहे सेट की सेटिंग्स और स्टाइल को चुनने में भी निर्देशक और निर्माता के साथ मिलकर काम करते हैं। यहाँ तक सेट पर केरेक्टर्स के किस तरह के कॉस्टयूम बेहतर दिखाई देंगे इस पर भी उनका दखल रहता है। इस तरह से किसी भी फिल्म के सेट, लाइट, कैमरा से लेकर ऐक्शन तक में एक प्रॉडक्शन डिज़ाइनर की भागीदारी रहती है।

रोहित ने बताया कि उनकी वेब सीरीज़ “फ़िज़िक्स वाला” की शूटिंग देहरादून और मुंबई में हुई है। जिसमें उनके साथ उनकी टीम के असिस्टेंट प्रॉडक्शन डिज़ाइनर कुसुम बिष्ट, असिस्टेंट आर्ट डायरेक्टर राहुल वर्मा और हर्षित झा, आर्ट डिपार्ट्मन्ट में बतौर सहयोगी श्रियांशी मिश्रा और आनंद कुमार तिवारी साथ रहे हैं। रोहित झा जबलपुर से ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो बतौर प्रॉडक्शन डिज़ाइनर मुंबई में कार्यरत हैं और सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। उनके पिता स्वर्गीय कश्यप नारायण झा का नाम जबलपुर और प्रदेश के कला जगत में बेहद सम्मानपूर्वक लिया जाता है।

वेब सीरीज़ के बारे में उन्होंने बात करते हुए बताया कि ऐमज़ॉन की फ्री वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस अमेज़न मिनीटीवी पर “फ़िज़िक्स वाला” आज रिलीज़ हुई है। ये वेब सीरीज़ एडटेक यूनिकॉर्न फ़िज़िक्स वाला के फाउंडर और सीईओ अलख पांडे की इंस्पिरेशनल जर्नी से प्रेरित है। इस सीरीज में श्रीधर दुबे, अलख पांडे उर्फ फ़िज़िक्स वाला की भूमिका निभाते नजर आएंगे।

अलख पांडे के बारे में कहा जाता है कि ये उन महान टीचर्स और इंटप्रेन्योर्स में से एक हैं जिन्होंने भारत के एजुकेशन सिस्टम क्रांति लाई।अबाउट फिल्म्स द्वारा रचित और अभिषेक ढांढरिया द्वारा निर्मित और निर्देशित यह वेब सीरीज आज से ऐमज़ॉन शॉपिंग ऐप के भीतर ऐमज़ॉन मिनी टीवी पर बिल्कुल फ्री में देखी जा सकती है। इसका ट्रेलर उस टीचर (श्रीधर दुबे द्वारा अभिनीत) के जीवन की एक झलक देता है जो छात्रों को फिजिक्स सिखाने के लिए देश के उन जगहों पर इंस्टिट्यूट खोलना चाहता है जो बेहद दूर बसे हुए हैं और जहां पहुंचना मुश्किल है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए वो ऐसे मंच का निर्माण करता है न केवल बच्चों के हित के लिए काम करता है बल्कि देश में एजुकेशन के प्रति नजरिए को भी बदलता है। ट्रेलर में आप देखेंगे कि कैसे एक युवक फ़िज़िक्स की ऑनलाइन कोचिंग शुरू करता है और कम व्यूज़ के बाद भी अपने प्रयास जारी रखता है और एक दिन उसके लगातार प्रयासों के चलते उनका एक वीडियो वायरल होने के बाद उनकी किस्मत बदल जाती है।