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बुधवार, अक्टूबर 30, 2024
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कलेक्टर ने एलपीजी फिलिंग स्टेशन और पेट्रोलियम डिपो के दो किलोमीटर परिधि में प्रतिबंधित की आतिशबाज़ी

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दीपावली के पर्व के अवसर पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टालने तथा लोक व्यवस्था सुनिश्चित करने के मद्देनजर, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शहपुरा भिटौनी में स्थित एलपीजी फिलिंग स्टेशन और पेट्रोलियम के बल्क डिपो के दो किलोमीटर की परिधि के अंदर पटाखा छोड़ने और आतिशबाज़ी प्रतिबंधित करने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के मुताबिक ज़िले के भीतर पेट्रोलियम पदार्थ और एलपीजी भंडारण-संग्रहण के समस्त केन्द्रों के दो किलोमीटर परिधि के अंदर भी पटाखा छोड़ना और आतिशबाजी करना प्रतिबंधित है। यह आदेश अगले महीने यानि 5 नवंबर तक लागू रहेगा। प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी।

आयुध निर्माणी डिपो के सौ मीटर परिधि में भी आतिशबाजी प्रतिबंधित – आयुध निर्माणी डिपो और आसपास के क्षेत्र में भी पटाखा छोड़ने और आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कलेक्टर ने इस संबंध में एक आदेश जारी कर आयुध निर्माणी के आस-पास 100 मीटर की परिधि में आतिशबाजी करते और पटाखा छोड़ते पाये जाने वाले व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।

रानी दुर्गावती पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन 21 को

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रानी दुर्गावती के शौर्य और बलिदान का महत्व छात्र-छात्राओं को ज्ञात हो सके इसके लिए उनके जीवन और उनके कार्यों पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता 21 अक्टूबर को भंवरताल उद्यान में वीरांगना दुर्गावती की प्रतिमा के समक्ष प्रात: 8.30 से 9.30 बजे तक आयोजित होगी। प्रतियोगिता का तत्काल निर्णय निर्णायक करेंगे और 10.15 बजे पुरुस्कार वितरण भी होगा। मित्रसंघ, जिला प्रशासन और नगर निगम जबलपुर के सहयोग से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

यह प्रतियोगिता दो वर्गों में होगी जिसमें ग्रुप ए कक्षा 5 वीं से 8 वीं तक और ग्रुप बी कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक के छात्र-छात्राएँ होंगे। दोनों ही ग्रुपों के विजेताओं को प्रथम पुरुस्कार 51 सौ, द्वितीय पुरुस्कार 21 सौ और तृतीय पुरुस्कार 11 सौ रुपये दोनों ही वर्गों में अलग-अलग दिए जायेंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र-छात्राएं 19 अक्टूबर तक मोबाईल नंबर 8889450003 पर नि:शुल्क पंजीयन करा सकते हैं।

मोबाईल फूड टेस्टिंग लैब ने 60 खाद्य पदार्थों की मौके पर की जांच

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रविवार वर्ल्ड फूड डे के अवसर पर आज खाद्य सुरक्षा प्रशासन जिला जबलपुर द्वारा हॉकर्स जोन सब्जी मार्केट बड़ा पत्थर रांझी मे जागरूकता कार्यक्रम व लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कैंप शाम 6:00 बजे से आयोजित किया गया। जिसमें जिसमें उपस्थित सब्जी विक्रेताओं को खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने लाइसेंस स्टेशन के साथ ही खाद्य कारोबार करने के संबंध में जानकारी दी गई चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा मौके पर ही 60 खाद्य पदार्थों के मौके पर भी जांच की गई। विदित हो कि आयुक्त खाद्य सुरक्षा मध्य प्रदेश भोपाल के निर्देश पर ये जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यालय खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, विनोद धुर्वे, मध्य प्रदेश पथ विक्रेता एकता संघ के अध्यक्ष प्रवीण तिवारी, उपाध्यक्ष सोनेलाल पटेल, रांची सब्जी मंडी के अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा के साथ मोहन कुशवाहा संतु जयसवाल एवं बल्ली कुशवाहा आदि लोग उपस्थित रहे।

रैन बसेरा में मरीज़ों के परिजन ही रुक पाएंगे, चौबीस घंटे रसोई सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे: कलेक्टर

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कल रविवार की दोपहर मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित रैनबसेरा का कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने निरीक्षण किया। जहां उन्होंने मरीज़ों के परिजनों को दी जाने वाली तमाम सुविधाओं और भोजन व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। जिसे उन्होंने बेहतर बनाने की आवश्यकता बताई। विदित हो कि कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी द्वारा किये जा रहे प्रयासों के परिणामस्वरूप मेडिकल कॉलेज स्थित रैनबसेरा का जीर्णोद्धार कर कई सुविधायें जुटाई गयीं और इसे आकर्षक स्वरूप दिया गया। जिसके अंतर्गत मरीजों के परिजनों की रुकने की व्यवस्था के साथ-साथ यहाँ कपड़े धोने और नहाने के लिये वाशिंग एरिया भी बनाया गया।

रैनबसेरा के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कमियों को दूर करने अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने वहाँ सिर्फ पेशेंट के अटेंडेंट्स को ही रुकने की इजाजत देने के निर्देश मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि रैनबसेरा की नई बिल्डिंग में भी मरीजों के परिजन रूक सकें इसके लिये सभी जरूरी इंतजाम शीघ्र किये जायें। 

कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि हमारी कोशिश रेन बसेरा में मरीजों के परिजनों के लिये ठहरने की सुविधाओं में और इज़ाफ़ा करने की है। उन्होंने कहा कि दूर से आने वाले कई मरीज ऐसे भी होते हैं जिन्हें उपचार के दो या तीन दिन के अन्तराल के बाद फॉलोअप के लिये दुबारा बुलाया जाता है। ऐसे मरीजों और उनके अटेंडेंट भी रैनबसेरा में रूक सकें इसके लिये भी समुचित इंतजाम किये जा रहे हैं। साथ ही हमारी कोशिश रैनबसेरा स्थित रसोई से चौबीस घण्टे मरीजों के परिजनों को भोजन की उपलब्ध करवाने की भी है। ताकि दूर से आने वाले मरीजों को अपने साथ भोजन बनाने के लिये सामग्री लेकर न आना पड़े। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर रसोई संचालित करने वालीं सामाजिक संस्थाओं से चर्चा चल रही है और संस्थायें इस पर सहमत भी हैं।

कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान रैनबसेरा परिसर में साफ-सफाई पर और अधिक ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि परिसर हमेशा साफ-सुथरा रहना चाहिये। रैनबसेरा परिसर में कोई भी खाना बनाते नहीं दिखना चाहिये। कलेक्टर ने रैनबसेरा के आसपास सफाई में कमी पाये जाने पर सफाई ठेकेदार को नोटिस जारी करने और अर्थ दण्ड लगाने के निर्देश भी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने रैनबसेरा परिसर निरीक्षण के पहले मेडिकल कॉलेज परिसर में नवनिर्मित पार्किंग का भी अवलोकन किया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ गीता गुईन, मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविन्द शर्मा भी मौजूद थे।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने सातवीं बार जीता महिला एशिया कप

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शनिवार को श्रीलंका के साथ हुए क्रिकेट के फाइनल मुक़ाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय सिलहट क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इस T20 मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला लिया। जो उनके लिए ग़लत साबित हुआ और श्रीलंका की टीम 9 विकट गँवाकर भारत को सिर्फ 65 रन का लक्ष्य दे पाई। जिसे भारत की स्मृति मन्धाना ने नौवे ओवर की तीसरी गेंद में एक बेहतरीन 6 रन के शॉट के साथ न सिर्फ़ अपना अर्द्धशतक पूरा किया बल्कि धमाकेदार ढंग से अपनी टीम को भी जीत दिलाई। प्लेयर ऑफ़ द मैच रेणुका सिंह रहीं जिन्होंने तीन विकेट लिए और प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ दीप्ति शर्मा रहीं। जीतने के बाद महिला क्रिकेट टीम ने मैदान में ही जमकर ख़ुशी मनाई। भारतीय टीम की एशिया कप पर ये ऐतिहासिक सातवीं जीत है।

12वीं पास एस सी-एस टी युवतियों के वॉक इन इंटरव्यू 17 को

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टाटा इलेक्ट्रिक प्रा.लि. में जूनियर टेक्निशियन की भर्ती के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिला अभ्‍यार्थियों से आवेदन पत्र लिए जा रहे हैं। इनकी उम्र 2022 में 18 से 20 वर्ष के बीच होना चाहिये। (उम्र 20 वर्ष से अधिक न हो)। साथ ही अभ्यर्थी को कक्षा 12 उत्‍तीर्ण होना अनिवार्य है। कलेक्ट्रेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय होम साइंस कॉलेज जबलपुर में छात्राओं के वॉक इन इंटरव्‍यू 17 अक्‍टूबर 2022 को सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक शासकीय होम साइंस कॉलेज, जबलपुर में होंगे। साक्षात्‍कार देने के लिए अभ्यर्थी को अपना नाम, पिता का नाम, जन्‍मतिथि, जाति/उपजाति, स्‍थायी निवासी का पता, आधार कार्ड क्रमांक, पेन कार्ड नम्‍बर, मोबाईल नम्‍बर, ई-मेल आईडी (यदि हो तो), शैक्षणिक योग्‍यता कक्षा 10वी एवं 12वी उत्‍तीर्ण की जानकारी अंकसूची के साथ देना होगा। किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिये आवेदिकागण उपरोक्त जानकारी से संबंधित अपने मूल दस्तावेज़, अंकसूची और प्रमाण-पत्र साथ लेकर ही इंटरव्यू में जाएँ। विदित हो कि महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की यह पहल मध्य प्रदेश शासन की ओर से है।

अर्जुन का धनुष बनाने में काम आया ये वृक्ष देता है धन लाभ

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‘शमी शम्यते पापम् शमी शत्रुविनाशिनी।
अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनी।।
करिष्यमाणयात्राया यथाकालम् सुखम् मया।
तत्रनिर्विघ्नकर्त्रीत्वं भव श्रीरामपूजिता।।’

इसका अर्थ है हे शमी वृक्ष आप पापों को नाश और दुश्मनों को हराने वाले हैं। आपने ही शक्तिशाली अर्जुन का धनुष धारण किया था। साथ ही आप प्रभु श्रीराम के अतिप्रिय है। ऐसे में आज हम भी आपकी पूजा कर रहे हैं। हम पर कृपा कर हमें सच्च व जीत के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दें। साथ ही हमारी जीत के रास्ते पर आने वाली सभी बांधाओं को दूर कर हमें जीत दिलाए।

खेजड़ी या शमी एक वृक्ष है जो थार के मरुस्थल एवं अन्य स्थानों में पाया जाता है। यह वहां के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। इसके अन्य नामों में घफ़ (संयुक्त अरब अमीरात), खेजड़ी, जांट/जांटी, सांगरी (राजस्थान), छोंकरा (उत्तर प्रदेश), जंड (पंजाबी), कांडी (सिंध), वण्णि (तमिल), शमी, सुमरी (गुजराती) आते हैं। इसका व्यापारिक नाम कांडी है।

गणेश होते हैं प्रसन्न – शमी को गणेश जी का प्रिय वृक्ष माना जाता है और इसकी पत्तियाँ गणेश जी की पूजा में भी चढ़ाई जाती हैं। जिसमें शिव का वास भी माना गया है, जो श्री गणेश के पिता हैं और मानसिक क्लेशों से मुक्ति देने वाले देव हैं। यही कारण है कि शमी पत्र का चढ़ावा श्री गणेश की प्रसन्नता से बुद्धि को पवित्र कर मानसिक बल देने वाला माना गया है। अगर आप भी मन और परिवार को शांत और सुखी रखना चाहते हैं तो नीचे बताए विशेष मंत्र से श्री गणेश को शमी पत्र अर्पित करें –

त्वत्प्रियाणि सुपुष्पाणि कोमलानि शुभानि वै।
शमी दलानि हेरम्ब गृहाण गणनायक।।

शमी भगवान श्री राम का प्रिय वृक्ष था और लंका पर आक्रमण से पहले उन्होंने शमी वृक्ष की पूजा कर के उससे विजयी होने का आशीर्वाद प्राप्त किया था। आज भी कई स्थानों पर ‘रावण दहन’ के बाद घर लौटते समय शमी के पत्ते स्वर्ण के प्रतीक के रूप में एक दूसरे को बाँटने की प्रथा हैं, इसके साथ ही कार्यों में सफलता मिलने कि कामना की जाती है।

शमी शमयते पापं शमी शत्रु विनाशिनी।
अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनी।।
करिष्यमाणयात्राया यथाकालं सुखं मया।
तत्र निर्विघ्न कर्तृत्वं भवश्रीरामपूजिता।।

शमी पापों का नाश करने वाले और दुश्मनों को पराजित करने वाले है.अर्जुन का धनुष धारण करने वाले ; श्रीराम को प्रिय है.जिस तरह श्रीराम ने आपकी पूजा करी , हम भी करते है. अच्छाई की जीत में आने वाली सभी बाधाओं को दूर कर उसे सुखमय बना देते है।

धन लाभ उपाय – यदि परिवार में धन का अभाव बना हुआ है। खूब मेहनत करने के बाद भी धन की कमी है और खर्च अधिक है तो किसी शुभ दिन शमी का पौधा खरीदकर घर ले आएं। शनिवार के दिन प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर नए गमले में शुद्ध मिट्टी भरकर शमी का पौधा लगा दें। इसके बाद शमी पौधे की जड़ में एक पूजा की सुपारी, अक्षत पौधे पर गंगाजल अर्पित करें और पूजन करें। पौधे में रोज पानी डालें और शाम के समय उसके समीप एक दीपक लगाएं। आप स्वयं देखेंगे धीरे-धीरे आपके खर्च में कमी आने लगेगी और धन संचय होने लगेगा।

रोगों से बचने के लिए – शनिवार को शाम के समय शमी के पौधे के गमले में पत्थर या किसी भी धातु का एक छोटा सा शिवलिंग स्थापित करें। शिवलिंग पर दूध अर्पित करें और विधि-विधान से पूजन करने के बाद महामृत्युंजय मंत्र की एक माला जाप करें। इससे स्वयं या परिवार में किसी को भी कोई रोग होगा तो वह जल्दी ही दूर हो जाएगा।

शीघ्र विवाह हेतु – कई सारे युवक-युवतियों के विवाह में बाधा आती है। विवाह में बाधा आने का एक कारण जन्मकुंडली में शनि का दूषित होना भी है। किसी भी शनिवार से प्रारंभ करते हुए लगातार 45 दिनों तक शाम के समय शमी के पौधे में घी का दीपक लगाएं और सिंदूर से पूजन करें। इस दौरान अपने शीघ्र विवाह की कामना व्यक्त करें। इससे शनि दोष समाप्त होगा और विवाह में आ रही बाधाएं समाप्त होंगी।

शनि का दुष्प्रभाव कम करने हेतु – जन्मकुंडली में यदि शनि से संबंधित कोई भी दोष है तो शमी के पौधे को घर में लगाना और प्रतिदिन उसकी सेवा-पूजा करने से शनि की पीड़ा समाप्त होती है। जिन लोगों को शनि की साढ़े साती या ढैया चल रहा हो उन्हें नियमित रूप से शमी के पौधे की देखभाल करना चाहिए। उसमें रोज पानी डालें, उसके समीप शाम के समय दीपक लगाएं। शनिवार को पौधे में थोड़े से काले तिल और काले उड़द अर्पित करें। इससे शनि की साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव कम होता।

ज्योतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो.9993874848

(अस्वीकरण: प्रस्तुत लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं जिनकी पुष्टि प्राथमिक मीडिया नहीं करता है, कृपया अपने बुद्धि-विवेक से इनका अनुसरण करें। लेखक से संपर्क करने के पश्चात उनके द्वारा सुझाए गए किसी भी उपाय या दी गई सलाह या अन्य किसी लेन-देन के लिए प्राथमिक मीडिया उत्तरदायी नहीं होगा। )

करवा चौथ के बाद दंपतियों ने मनायी “पॉटलक पार्टी”

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कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सुहागन स्त्रियाँ करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस दिन वे पति की लंबी उम्र की कामना लिए निर्जला उपवास करती हैं। जो रात को चंद्रमा के दर्शन के बाद ही खोला जाता है। करवा चौथ एक व्रत अवश्य है लेकिन स्त्रियाँ इस व्रत को इस तरह मिलकर मनाती हैं कि अब ये एक त्यौहार बन गया है। यही नहीं, बहुत से पुरुष भी इस दिन अपनी पत्नियों के निर्जल उपवास में सहभागी बनकर उन्हें मानसिक संबल प्रदान करते हैं।

गढ़ा स्थित गंगानगर चंदन कॉलोनी में भी दंपतियों ने इसी तरह करवा चौथ मनाया। कुछ पुरुषों ने अपनी पत्नियों का साथ देने के लिए उपवास भी रखा। खास बात ये रही कि यहाँ दंपति जोड़ों ने एक साथ इस व्रत का पूजन भी किया और व्रत खोलने के बाद एक साथ “पॉटलक पार्टी” भी की। सतीश दुबे ने बताया कि सामूहिक रूप से सभी जोड़ों ने चंद्रमा दर्शन के बाद करवा चौथ का व्रत खोला और अपने-अपने घरों से लेकर आए स्वादिष्ट व्यंजनों को एक-दूसरे के साथ बाँटते हुए पॉटलक पार्टी की। उनका मानना है कि कोई भी व्रत, पर्व या त्यौहार हो, इस तरह मिलकर मनाने से आपस में प्रेम और सौहार्द बढ़ता है। इन दंपतियों में निकिता सतीश दुबे, नमिता रघु यादव, निशा प्रीतम सेन, अंजना नितिन सेन और संगीता अशोक निर्मलकर शामिल रहे।

सीवर लाइन का काम, सड़क और पानी की लाइन का काम तमाम

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जबलपुर, “बारिश इस बार दिवाली करके जाएगी”, पिछले दो दिन की बारिश के बाद लोगों से यही सुनने मिल रहा है। लेकिन स्मार्ट सिटी की लापरवाही करने की आदत कब जाएगी इसकी कोई समय सीमा तय नहीं है। हालांकि बारिश को शहर और शहरवासियों का जो हाल करना था उसने कर दिया है। अब बारी स्मार्ट सिटी की है। इसलिए स्मार्ट सिटी ने एक बार फिर ने शहर के कुछ इलाकों में सीवर लाइन डालने का काम शुरू कर दिया। सीवर लाइन डालने के काम में लापरवाहियाँ भी हिन्दी सिनेमा की नई फ़िल्म्स की तरह हैं। जैसे वो साउथ की फ़िल्म्स या फिर किसी पुरानी फिल्म की रीमेक होती हैं। वैसे ही स्मार्ट सिटी की लापरवाहियाँ भी पुरानी गलतियों की रीमेक है।


ये विडिओ गंगानगर, गढ़ा में सरस्वती शिशु मंदिर के पास वार्ड क्रमांक एक का है। जिसे क्षेत्रीय नागरिक द्वारा आज ही लिया गया है। उनसे प्राप्त विडिओ और जानकारी के मुताबिक उनके मोहल्ले की सड़क को कल सीवर लाइन डालने के लिए खोदा गया। खुदाई के दौरान वहाँ से गुज़रने वाली पाइपलाइन भी खुदाई की चपेट में आ गई और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सीवर के लिए पाइप डालने के पश्चात उसे वहीं के मलबे से पूर दिया गया। दुर्घटनाग्रस्त पाइपलाइन से पानी बहता रहा जो थोड़ी देर बाद सड़क पर बहने लगा। मलबे का भी ठीक से समतलीकरण न होने की वजह से सड़क की हालत भी नासाज़ है।

समाचार लिखे जाने तक ठेकदार कंपनी के कुछ कर्मचारियों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंचकर लीकेज वाली जगह खुदाई करने लग गई। लेकिन थोड़ी ही देर में उन्होंने काम रोक दिया। ठेकेदार के कर्मचारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार वे लीकेज की मरम्मत करने आए थे लेकिन उनका प्लंबर पाटन चल गया। इस वजह से अब काम कल सुबह 9 बजे दुबारा शुरू होगा। आश्चर्य की बात ये है कि करोड़ों का ठेका लेने वाली गुजरात की कंपनी के पास पाइपलाइन सुधारने के लिए क्या एक ही पलंबर है?

अस्वीकरण: चूंकि समस्या पुरानी और घिसी पिटी है इसलिए अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए रोचक भाषा का प्रयोग किया गया है।

14 अक्टूबर की शाम टंकियों में नहीं आएगा पानी

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नर्मदा जल प्रदाय योजनांतर्गत 120 एम.एल.डी. रमनगरा जल शोधन संयंत्र में स्थापित 1000 एम.एम. ब्यास के बटरफ्लाई वाल्व को बदलने का कार्य दिनांक 14 अक्टूबर 2022 दिन शुक्रवार को किया जाना है, जिसके चलते शुक्रवार को जबलपुर के कुछ क्षेत्रों में संयंत्र से भरी जाने वाली टंकियों में शाम को जलापूर्ति अवरुद्ध रहेगी।

ये हैं वो क्षेत्र – बिड़ला धर्मशाला, मेडीकल, त्रिपुरी, गुलौआ, रामेश्वरम्, मदर टेरेसा, मनमोहन नगर, सर्वोदय नगर, राईट टाउन, लक्ष्मीपुर, कोतवाली आनंद नगर, लेमा गार्डन, गोहलपुर, बेदी नगर, मोतीनाला, मिल्क स्कीम, किलकारी गार्डन तथा अमृत योजनांतर्गत कोंगवा, करमेता, शिवनगर, अमखेरा, रवीन्द्र नगर, सुहागी, खैरी, और देवताल उच्चस्तरीय टंकियों से सायंकालीन जलापूर्ति अवरूद्ध रहेगी।

यह जानकारी देते हुए नगर निगम के अधीक्षण यंत्री और जल विभाग के प्रमुख कमलेश श्रीवास्तव ने आगे बताया कि जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं होगी उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से नागरिकों को जलापूर्ति कराई जाएगी। क्षेत्रीय लोगों को होने वाली असुविधा के लिए महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’, जलप्रभारी एवं एम.आई.सी. सदस्य एकता गुप्ता और निगमायुक्त शेर सिंह मीना ने खेद व्यक्त किया है।