जबलपुर, “बारिश इस बार दिवाली करके जाएगी”, पिछले दो दिन की बारिश के बाद लोगों से यही सुनने मिल रहा है। लेकिन स्मार्ट सिटी की लापरवाही करने की आदत कब जाएगी इसकी कोई समय सीमा तय नहीं है। हालांकि बारिश को शहर और शहरवासियों का जो हाल करना था उसने कर दिया है। अब बारी स्मार्ट सिटी की है। इसलिए स्मार्ट सिटी ने एक बार फिर ने शहर के कुछ इलाकों में सीवर लाइन डालने का काम शुरू कर दिया। सीवर लाइन डालने के काम में लापरवाहियाँ भी हिन्दी सिनेमा की नई फ़िल्म्स की तरह हैं। जैसे वो साउथ की फ़िल्म्स या फिर किसी पुरानी फिल्म की रीमेक होती हैं। वैसे ही स्मार्ट सिटी की लापरवाहियाँ भी पुरानी गलतियों की रीमेक है।
ये विडिओ गंगानगर, गढ़ा में सरस्वती शिशु मंदिर के पास वार्ड क्रमांक एक का है। जिसे क्षेत्रीय नागरिक द्वारा आज ही लिया गया है। उनसे प्राप्त विडिओ और जानकारी के मुताबिक उनके मोहल्ले की सड़क को कल सीवर लाइन डालने के लिए खोदा गया। खुदाई के दौरान वहाँ से गुज़रने वाली पाइपलाइन भी खुदाई की चपेट में आ गई और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सीवर के लिए पाइप डालने के पश्चात उसे वहीं के मलबे से पूर दिया गया। दुर्घटनाग्रस्त पाइपलाइन से पानी बहता रहा जो थोड़ी देर बाद सड़क पर बहने लगा। मलबे का भी ठीक से समतलीकरण न होने की वजह से सड़क की हालत भी नासाज़ है।
समाचार लिखे जाने तक ठेकदार कंपनी के कुछ कर्मचारियों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंचकर लीकेज वाली जगह खुदाई करने लग गई। लेकिन थोड़ी ही देर में उन्होंने काम रोक दिया। ठेकेदार के कर्मचारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार वे लीकेज की मरम्मत करने आए थे लेकिन उनका प्लंबर पाटन चल गया। इस वजह से अब काम कल सुबह 9 बजे दुबारा शुरू होगा। आश्चर्य की बात ये है कि करोड़ों का ठेका लेने वाली गुजरात की कंपनी के पास पाइपलाइन सुधारने के लिए क्या एक ही पलंबर है?
नर्मदा जल प्रदाय योजनांतर्गत 120 एम.एल.डी. रमनगरा जल शोधन संयंत्र में स्थापित 1000 एम.एम. ब्यास के बटरफ्लाई वाल्व को बदलने का कार्य दिनांक 14 अक्टूबर 2022 दिन शुक्रवार को किया जाना है, जिसके चलते शुक्रवार को जबलपुर के कुछ क्षेत्रों में संयंत्र से भरी जाने वाली टंकियों में शाम को जलापूर्ति अवरुद्ध रहेगी।
ये हैं वो क्षेत्र – बिड़ला धर्मशाला, मेडीकल, त्रिपुरी, गुलौआ, रामेश्वरम्, मदर टेरेसा, मनमोहन नगर, सर्वोदय नगर, राईट टाउन, लक्ष्मीपुर, कोतवाली आनंद नगर, लेमा गार्डन, गोहलपुर, बेदी नगर, मोतीनाला, मिल्क स्कीम, किलकारी गार्डन तथा अमृत योजनांतर्गत कोंगवा, करमेता, शिवनगर, अमखेरा, रवीन्द्र नगर, सुहागी, खैरी, और देवताल उच्चस्तरीय टंकियों से सायंकालीन जलापूर्ति अवरूद्ध रहेगी।
यह जानकारी देते हुए नगर निगम के अधीक्षण यंत्री और जल विभाग के प्रमुख कमलेश श्रीवास्तव ने आगे बताया कि जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं होगी उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से नागरिकों को जलापूर्ति कराई जाएगी। क्षेत्रीय लोगों को होने वाली असुविधा के लिए महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’, जलप्रभारी एवं एम.आई.सी. सदस्य एकता गुप्ता और निगमायुक्त शेर सिंह मीना ने खेद व्यक्त किया है।
डिण्डौरी, हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय डिण्डौरी के द्वारा बस स्टेण्ड के पास शारदेय नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में चैतन्य देवियों की झांकी का आयोजन किया गया। प्रतिदिन कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जेएन मरकाम ने दर्शनार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये झांकी बहुत ही अदभुंत है इसमें त्याग, तपस्या स्पष्ट रूप से झलक रहा है इससे स्व परिवर्तन की प्रेरणा मिल रही है यह जीवन जीने की कला है। वरिष्ठ कृषि अभियंता सेवा निवृत्त ओ.पी. दुबे ने भी इस दौरान अपने विचार व्यक्त किये। संस्था की संचालिका ब्र.कु. संगीता बहन ने बताया कि राजयोग की साधना से कामेन्द्रियों पर विजय प्राप्त करने से व्यसनों से मुक्त होने की शक्ति प्राप्त होती है। आपसी संबंधों में सकारात्मकता आती है। साथ ही मानवीय मूल्यों की जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में जनसमूह को अवगत कराया। इस कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने वाली देवी स्वरूपा बहन प्राची तिवारी मां दुर्गा, रोशनी कुशराम माँ लक्ष्मी, लीला उइके माँ सरस्वती, रंजू मरावी ब्रम्हाकुमारी, क्रीतिका दुबे माँ शैलपुत्री, अंजू कुशराम माँ महाकाली, भूमि तिवारी माँ नर्मदा। इन सभी कन्याओं ने तीनों दिन राजयोग के अभ्यास द्वारा देव स्वरूप् धारण कर एकाग्रता का जन समूह को परिचय दिया। इस अवसर पर अध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी एवं व्यसन मुक्त प्रदर्शनी के द्वारा ईश्वरीय सन्देश दिया। इस कार्यक्रम में संस्थान के जिला महामंत्री अवधराज बिलैया, मेकलसुता महाविद्यालय रजिस्ट्रार प्रदीप द्विवेदी, पीएन अवस्थी, आरवी सिंह राजूशा स्कूल, पत्रकार बन्धु और अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में शामिल भगवान महाकालेश्वर न केवल देश-प्रदेश बल्कि विश्व में प्रसिद्ध हैं। मोक्षदायी सप्तपुरियों में से एक अवन्तिका में विराजित हैं भगवान महाकाल की एक झलक पाने के लिये लाखों श्रद्धालु हर वर्ष यहाँ आते हैं। भगवान शिव से जुड़ी कथाओं, ज्ञान, भक्तिभाव और तन-मन शिवमय हो सके इसके लिये बनाया गया है ‘महाकाल लोक’। शासन द्वारा यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिये हर तरह की सुविधा का बंदोबस्त किया गया है। महाकाल लोक का लोकार्पण देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर को किया जायेगा।
बनारस के कॉरिडोर की तर्ज पर हुआ निर्माण – प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनारस के कॉरिडोर की तर्ज पर उज्जैन में यह निर्माण करवाया है। महाकाल लोक श्री महाकाल महाराज विकास योजना के प्रथम चरण के अन्तर्गत निर्मित हुआ है। वर्ष 2023 तक इस प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के कार्य भी पूर्ण हो जाने की पूरी-पूरी संभावना है। आगामी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा महाकाल लोक आम श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा।
450 वाहनों की पार्किंग – महाकाल लोक की अनुमानित लागत 800 करोड़ रुपये है। महाकाल लोक पहुंचने के लिये चार भुजाओं वाले महाकाल ओवर ब्रिज से होकर त्रिवेणी संग्रहालय जाना होता है। संग्रहालय के ठीक सामने लगभग 450 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पार्किंग शेड के ऊपर सोलर पैनल लगाये गये हैं।
25 फीट ऊंची शिव की प्रतिमा – पार्किंग के ठीक सामने पिनाक द्वार है और उसके समीप स्थित है त्रिवेणी संग्रहालय। महाकाल लोक में प्रवेश करने के पहले नन्दी द्वार बनाया गया है। द्वार के बाहरी हिस्से में भगवान गणेश के दर्शन होते हैं। प्रवेश द्वार पर विशाल नन्दी की प्रतिमा बनाई गई है, जो कि अत्यन्त आकर्षक लगती है। इन्हें निहारते हुए महाकाल लोक में प्रवेश होता है। उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक 900 मीटर लम्बे क्षेत्र में निर्मित किया गया है। महाकाल लोक के दाहिनी तरफ कमल ताल, शिव स्तंभ, सप्तऋषि परिसर, पब्लिक प्लाजा और नवग्रह परिसर बनाये गये हैं। यहां पर बैठक व्यवस्था की गई है। पास ही में कमल ताल है, जहां 25 फीट ऊंची शिव की प्रतिमा बनाई गई है।
लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेकफ्रंट एरिया और ई-रिक्शा व आकस्मिक वाहनों हेतु मार्ग भी पूर्ण हो चुका है। बड़े रूद्र सागर की झील में स्वच्छ पानी भरा जायेगा और यह सुनिश्चित किया गया है कि इस झील में गन्दा पानी बिल्कुल न मिलने पाये।
महाकाल लोक में बनी प्रतिमाएं, फव्वारे और आसपास की हरियाली आकर्षित करती है। कोबल्ड स्टोन की रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की गई है। पैदल चलते हुए शिव, देवी और श्रीकृष्ण से जुड़ी प्रतिमाएं नजर आती हैं। चित्रों के नीचे सम्बन्धित कथाएं भी अंकित की गई हैं। क्यूआर कोर्ड भी बनाये गये हैं, जिन्हें मोबाइल से स्केन कर कथा सुनी जा सकती है। इनमें शिव बारात का आकर्षक चित्रण किया गया है। एक शिल्प में कैलाश पर्वत को रावण ने उठा रखा है। कैलाश पर शिव परिवार भी विराजित है। एक शिल्प में देवी की नृत्य मुद्रा बनाई गई है।
सप्तऋषि परिसर में ऋषियों की विशाल प्रतिमाओं के दर्शन के साथ उनके बारे में आवश्यक जानकारी दी गई है। त्रिपुरासुर वध का चित्रण विशाल शिल्प में किया गया है। यहां रथ पर सवार भगवान शिव त्रिपुरासुर का वध कर रहे हैं।
पिनाक द्वार उनके लिये है जो सीधे मन्दिर में प्रवेश करना चाहते हैं। यह पौराणिक रूद्र सागर का घाट है। रूद्र सागर में लाईट एण्ड साउण्ड शो, लेजर शो और वाटर कर्टन शो दिखाये जायेंगे।
पूरे कॉरिडोर में देश की सबसे लम्बी भित्ति चित्र वाली दीवार है। इस दीवार पर पत्थरों पर शिव कथाएं उकेरी गई हैं। महाकाल लोक दो हिस्सों में बना है। एक तरफ पैदल पथ और दूसरी तरफ ईकार्ट पथ। बच्चे, वृद्ध, दिव्यांग और महिलाओं के लिये ईकार्ट की व्यवस्था नि:शुल्क की गई है। दोनों पथ के बीच 108 शिवस्तंभ शिव की विभिन्न मुद्राओं सहित निर्मित हैं, जो अलग ही छटा बिखेर रहे हैं। यह स्तंभ साधारण नहीं है, हर स्तंभ पर शिव की नृत्य मुद्रा अंकित है। इन्हीं पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं।
महाकाल लोक में शॉपिंग कॉम्पलेक्स भी बनाया गया है, जहां फूल, प्रसाद से लेकर धर्म और संस्कृति से जुड़ी विभिन्न वस्तुओं की दुकानें हैं। कॉम्पलेक्स के समीप फेसिलिटी सेन्टर क्रमांक-2 स्थित है, जहां जूते, चप्पल और बैग जमा करने की व्यवस्था की गई है। समीप ही शौचालय और नाश्ते तथा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी की गई है।
महाकाल लोक में देश का पहला नाईट गार्डन बनाया गया है, जहां दिन में भी रात्रि का एहसास होता है। गोलाकार नाईट गार्डन के बीच शिव की विशाल ध्यानमग्न प्रतिमा बनाई गई है। इसके ठीक सामने के हिस्से में नीलकंठ परिसर है। लगभग 20 एकड़ में फैले महाकाल लोक में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। रात्रि के समय जब मूर्तियों और म्युरल्स पर रोशनी पड़ती है तो पूरा लोक स्वर्णिम आभा से चमकने लगता है।
उज्जैन में 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह के लिए इंदौर में भी तैयारियां जारी है। महाकाल लोक के भव्य और दिव्य लोकार्पण समारोह का साक्षी इंदौर भी बनेगा। इस दिन इंदौर के लगभग सभी मंदिरों और धार्मिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। पूरा इंदौर भक्ति, उल्लास और उमंग से सराबोर रहेगा। कार्यक्रम आयोजन की तैयारियों के सिलसिले में आज रविंद्र नाट्य गृह में विभिन्न मंदिरों के संचालकों और धर्मगुरुओं तथा धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई।
यह बैठक कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशानुसार आयोजित की गई। इस बैठक में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सभापति मुन्नालाल यादव, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, अपर कलेक्टर पवन जैन, अभय बेडेकर तथा राजेश राठौर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी, महापौर परिषद के सदस्य, पार्षदगण भी मौजूद थे। बैठक में राज्य शासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के पालन में की जाने वाली व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। साथ ही इंदौर जिले में स्थित सभी मंदिरों के संचालकों को उनके द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में भी बताया गया।
सांसद लालवानी ने कहा कि 11 अक्टूबर का आयोजन इतिहास के स्वर्णिम अध्याय में लिखा जायेगा। इस कार्यक्रम में हम साक्षी बने यह हमारे लिये गौरव का विषय रहेगा। कार्यक्रम के आलौकिक प्रभाव का सभी को अनुभव करना चाहिए। इसके लिये जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे है। इंदौर में भी धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं है। महाकालेश्वर एवं ओंकारेश्वर को मिलाकर इंदौर के आस-पास के क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाने के प्रयास होंगे।
10 अधिकारियों का हुआ तबादला, 3 को मिला अतिरिक्त प्रभार
परिवहन मंत्रालय भोपाल के द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार कुल 10 अधिकारियों का तबादला किया गया है एवं 3 अधिकारियो को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, हालांकि यह पदस्थापन अस्थायी है, जितेंद्र रघुवंशी को क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी इंदौर से तबादला देकर प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जबलपुर बनाया गया ।
मोबाइल में मिली कई लड़कियों से चैट, निकिता की सजगता से बच गईं कई लड़कियां
राजस्थान से ठगी करने आया था जबलपुर
जबलपुर – थाना ओमती में निकिता बाजपेयी उम्र 23 वर्ष निवासी यादव कालोनी की अपने साथी के साथ हेमराज सुमन को को पकड़ कर लायी एवं रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह पढ़ाई करती है दिनांक 27/09/22 को उसके व्हाटएप नम्बर में अज्ञात मोबइल नम्बर से मैसेज आया जिसके संबंध में उसके द्वारा मैसेज के माध्यम से पूछताछ की तो मैसेज करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम हेमराज सुमन, लेजर कम्पनी, जयपुर (राजस्थान ) का होना बताते हुये बताया कि मैं लेजर कम्पनी में होम वर्क करने हेतु लड़कियों की भर्ती करता हूॅ, उसनेे कहा कि तुम्हें नही जानती हॅू तो हेमराज बोला कि मै जिला बांरा (राजस्थान) का रहने वाला हूँ और जबलपुर आ रहा हूँ । दूसरी बार दिनांक 01/10/22 को मैसेज किया और कहा कि मै जबलपुर आ गया हूँ, अपने दस्तावेज लेकर आ जाओ तो वह इंडियन काफी हाउस के पास अपने दोस्त अभिषेक ठाकुर के साथ हेमराज से मिलने गई जहां पर उससे नौकरी लगाने औऱ कुछ रुपयों के साथ सभी दस्तावेज मांगा तो वह दस्तावेज दूसरे दिन देने का कहकर वापस घर आ गई थी। दिनांक 02/10/22 के दोपहर लगभग 12-30 बजे मैसेज कर हेमराज सुमन ने नौदरा ब्रिज साहनी होटल के पास अकेले आने को कहा तो वह अपने दोस्त अभिषेक ठाकुर के साथ नौदरा ब्रिज में हेमराज सुमन से मिलने पहुंची जहां पर पुनः हेमराज सुमन नें दस्तावेज मांगे, उसने नौकरी के संबंध में हेमराज से विस्तार से जानकारी माँगी तो हेमराज सकपकाने लगा, संदेह होने पर उसने एवं उसके साथी अभिषेक ठाकुर ने सख्ती से पूछताछ की और हेमराज का मोबाईल चेक किया तो कई लड़कियों के साथ व्हाटएप में बात होने के सबूत मिले है।
निकिता बाजपेई की शिकायत पर हेमराज सुमन के मोबाईल को चैक किया तो कई लड़कियों से बात करने तथा नौकरी लगाने के व्हाटएप मैसेज मिले है। हेमराज सुमन से मोबाईल जप्त करते हुये धारा 420 भादवि तथा 66 (क) आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर हेमराज सुमन उम्र 27 वर्ष निवासी मोहल्ला खेडी थान अतरू बारां राजस्थान को अभिरक्षा मे लेते हुये प्रकरण विवेचना में लिया गया।
कुछ माह पूर्व बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं और ऑनलाइन वेबसाइट पर चाकू की होम डिलीवरी को लेकर गृहमंत्री के बयान के बाद एक प्रकरण में अमेज़ॉन और फ्लिपकार्ट को भी नामजद करने की बात सामने आई थी, प्रशासन का मकसद था कि ऑनलाइन चाकू ना मिल पाने से शायद ऐसी घटनाओं में कमी आये पर इसका कोई असर शहर में हो रही वारदातों में नज़र नही आ रहा, आये दिन कोई ना कोई चाकूबाजी की घटना शहर में ज़रूर घटित हो रही है ।
जबलपुर – 3 अक्टूबर की दरमियानी रात से 4 अक्टूबर की सुबह के बीच अलग अलग थानों में कुल 4 चाकूबाज़ी की घटनाएं घटित हुईं जिसमे 1 घटना में मोबाइल लूटने का भी प्रयास किया गया ।
थाना रांझी में दिनाँक 3-10-22 की रात लगभग 9 बजे मोहन उर्फ भूरा कोल उम्र 28 वर्ष निवासी मोहनिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 3 अक्टूबर की शाम लगभग 6 बजे वह मजदूरी करके वापस आया रहा था साथ में सोनू भी था कुम्हार मोहल्ला सरस्वती स्कूल के सामने मोहनिया पहुॅचा कि उसी समय पहचान का दुर्गेश आया ओैर पीछे से उसके मोबाइल को चोरी करने का प्रयास किया तथा उससे मना किया तो चाकू से हमला किया उसने बचाव किया उसे दाहने हाथ में चोट आयी है दुर्गेश के साथ दयाराम भी था दयाराम ने उसे झापड़ मारा एवं गाली गलोज करते हुये बोला कि बहुत ज्यादा बनता है कहते हुये दोनों जान से मारने की धमकी देते हुये भाग गये। रिपोर्ट पर धारा 294, 324, 356, 506, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
थाना रांझी में आज दिनाँक 4-10-22 की सुवह लगभग 6-15 बजे मुकेश महोबिया उम्र 24 वर्ष निवासी नई बस्ताी सुभाषनगर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 3 अक्टूबर 2022 को अपने दोस्त संदीप महोबिया , विवेक महोबिया , निखिल महोबिया एवं अन्य दोस्तों के साथ 2-3 मोटर सायकलों से निकले थे व्हीकल मोड़ पहुॅचकर चौपाटी के पास हम लोग खड़े थे रात लगभग 11-30 बजे मोटर सायकल क्रमांक एमपी 20 एनटी 0923 से 2 लड़के आये और उसके साथ गाली गलोज करने लगे, उसने गालियां देने से मना किया तो एक लड़के ने उसे पकड़ा और दूसरे लड़के ने चाकू से हमलाकर वाये पैर की जांघ में चोट पहुॅचा दी तथा दोनों लड़के उसे जान से मारने की धमकी देतेे हुये भाग गये रिपोर्ट पर धारा 294, 506, 324, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
थाना हनुमानताल में दिनाँक 3-10-22 की शाम नसीम अंसारी उम्र 38 वर्ष निवासी पचकुईंया बड़ा कुआँ का घायल अवस्था में आया जिसे उपचार हेतु विक्टोरिया अस्पताल भिजवाया गया जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, मेडिकल कॉलेज पहुॅची पुलिस को नसीम अंसारी ने बताया कि वह सिलाई का काम करता है दिनाँक 3-10-22 को 3-45 बजे वह अपने घर से ससुराल जा रहा था मंडी मस्जिद के सामने पहुॅचा तभी 2 अज्ञात लड़के एक्सिस से आये गाड़ी चलाने वाला लड़का दाढ़ी रखे था जिसने उसकी गाड़ी के आगे एक्सिस खड़ी कर उसका रास्ता रोक लिया दोनों अज्ञात लड़के एक्सिस से उतरे तथा पीेछे बैठे लड़के ने उसे धक्का दिया एवं किसी नुकीली चीज से हमलाकर उसे वायीं जांघ में चोट पहुॅचा दी तथा उसने वहीं पड़ी ईंट उठाई तो दोनों लड़के भाग गये। रिपोर्ट पर धारा 341, 324, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
थाना बरेला में आज दिनाँक 4-10-22 की सुवह लगभग 5 बजे अभिजीत तिवारी उम्र 23 वर्ष निवासी त्रिमूर्तिनगर दमोहनाका गोहलपुर ने रिपेार्ट दर्ज कराई कि आज रात वह अपने दोस्त श्रेष्ठ केशरवानी , अमरेन्द्र कुमार तोमर, श्रेष्ठ रैकवार क साथ शारदा मंदिर बरेला दर्शन करने आया था दर्शन करके रात लगभग 3-30 बजे वापस अपनी अपनी मोटर सायकलों से घर आ रहे थे जैसे ही बरेला वाईपास एनएच 30 पहॅुचे उसी समय एक मोटर सायकल में 3 लड़के आये और उसे रोक तलये दो लडके आपस मे एक दूसरे का को हर्ष सोनी और अब्बू बोल रहे थे जो उसके साथ गाली गलौज करते हुये बोले कि इसकी शकल नही भूल रहे हैं , उसने गालियां देने से मना किया तो हर्ष सोनी नामक लड़के ने चाकू से हमला किया जिससे उसे पेट में हल्की चोट आयी है उसके दोस्तों ने बीच बचाव किया तो तीनों जान से मारने की धमकी देते हुये भाग गये। रिपेार्ट पर धारा 294, 341, 324, 506, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
लगभग डेढ़ लाख रु कीमत की शराब ढोने को 8 लाख की कार का इस्तेमाल
13 पेटी में 156 बॉटल अंग्रेजी शराब कीमती 1 लाख 25 हजार रूपये की एवं शिफ्ट डिजायर कार जप्त
जबलपुर – पिछले दिनों ऑडी कार में अवैध देसी शराब के परिवहन का मामला सामने आया था उसी तरह स्विफ्ट डिज़ायर कार में 19 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब पकड़ी गई, इस बीच कई मामले सामने आए जिसमे महंगी कारों का उपयोग अवैध शराब परिवहन के किया जा रहा है, इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है शराब माफिया को इस धंधे में कितना मुनाफा हो रहा है,
क्या अधूरी रहती है कार्यवाही – जानकारों की माने तो पुलिस के हत्थे केवल माफिया के गुर्गे चढ़ते हैं जड़ तक तो पहुँचने की पुलिस या आबकारी विभाग कोशिश भी नही करता, अब कल पकड़ी गई अंग्रेजी शराब की ही बात करें तो शराब कँहा से ली गई, क्या यह भी जांच का विषय नही होना चाहिए ? सूत्रों की माने तो अवैध व्यापारियों को वैध अंग्रेजी शराब की दुकानों से ही सस्ते दामों में शराब मुहैया करवाई जाती है, माल भी दुकान से या आसपास के नियत स्थान से ही उठाया जाता है हालांकि पुलिस की FIR में ना तो दुकान का नाम आता है ना ही कोई पूछताछ की जाती है ।
थाना प्रभारी ओमती प्रफुल्ल श्रीवास्तव ने बताया कि 3 अक्टूबर की शाम विश्वसनीय मुखबिर द्वारा सूचना मिली की एक सिल्वर रंग की स्विफ्ट डिजायर कार नंबर एमपी 20 सीएफ 0740 का चालक , कुछ देर मे घंटाघर के पास से अधिक मात्रा अवैध शराब परिवहन कर ले जाने वाला है, सूचना पर मुखबिर के बताये अनुसार घंटाघऱ के पास दबिश दीे तभी मुखबिर के बताये अनुसार सिल्वर रंग की कार क्रमांक एमपी 20 सीएफ 0740 है तेजी से जाती हुई दिखी जिसका पीछा करते हुये पीएसएम कालेज के सामने घेराबंदी कर रोका गया, कार में चालक के साथ एक और युवक बैठा था, नाम पता पूछने पर चालक ने अपना नाम नीरज दुबे उम्र 45 वर्ष निवासी लालकुआं , ग्वारीघाट तथा कार चालक के बगल में बैठे युवक ने अपना नाम मंजोत सिंह उम्र 19 वर्ष निवासी राधा स्वामी सतसंग मंदिर के पास हाथीताल कालौनी थाना गोरखपुर बताया दोनो को मुखबिर की सूचना से अवगत कराते हुये कार की तलाशी ली गयी तो कार की बीच वाली सीट पर एक पेटी ओल्ड मंक शराब (12 बाटल) प्रत्येक बाटल 750 एमएल मिली। कार की डिग्गी में 2 पेटी ब्लेंडर प्राईड विस्की (24 बाटल) , 2 पेटी रायल चेलेंज (24 बाटल), 2 पेटी ब्लेक बाय बकार्डी (24 बाटल) ,1 पेटी सिमरन आफ (12 बाटल), 2 पेटी मैजिक मूमेंट (24 बाटल), 1 पेटी एंटीक्यूटी (12 बाटल) , 2 पेटी रायल स्टेग (24) बाटल मिली ।
इस प्रकार कुल 13 पेटियों में 156 बाटल अग्रेंजी शराब कीमती लगभग 1 लाख 25 हजार रूपये की तथा परिवहन में प्रयुक्त शिफ्ट डिजायर जप्त करते हुये आरोपी नीरज दुबे एवं मंजोत सिंह के विरूद्ध धारा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत उक्त शराब कहां से एवं कैसे प्राप्त की गई के संबंध में पूछताछ जारी है। अब पूछताछ के बाद घंटाघर की उस कथित जगह या शराब देने वाले व्यक्ति के नाम का खुलासा होगा या नही यह तो जिम्मेदार ही जानें ।
आरोपियों को कार में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब का परिवहन करते हुये रंगे हाथ पकड़ने में सहायक उप निरीक्षक नरेश सिंह, प्रधान आरक्षक रमेश भदौरिया, अतुल की सराहनीय भूमिका रही।
हेलमेट नहीं लगाने वालों के विरुद्ध प्रदेश में 6 अक्टूबर से शुरू होगी सख्त कार्रवाई
भारत में कोरोना काल में कोविड से जितने लोगों ने अपनी जान गँवाई(5.29 लाख)है उससे कहीं अधिक लोग 2020(3,74,397) और 2021(4,21,104) में सड़क दुर्घटनाओं में अपनी ज़िन्दगी खो चुके हैं। इसके बावजूद लोग सड़क परिवहन के दौरान अपनी सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतते हुए देखे जा सकते हैं। वाहन चालक खुलकर यातायात नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हैं। दुपहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं और चौपहिया वाहन चालक सीट बेल्ट। हालाँकि नियमों को ताक पर रखने वालों के खिलाफ़ पुलिस विभाग समय-समय पर चालानी कार्यवाही भी करता है।
आमतौर पर दुपहिया वाहन चालक को हेलमेट नहीं लगाने पर जुर्माना भरना पड़ता है लेकिन अब से चालक के पीछे बैठने वाली सवारी को भी हेलमेट नहीं लगाने पर जुर्माना देना होगा। इसके अलावा हेलमेट की स्ट्रिप लॉक करना भी ज़रूरी होगा।इसके लिए क़ानून तो पहले से था लेकिन इसका सख़्ती से पालन करवाने के लिए हाई कोर्ट की ओर से पुलिस को निर्देश जारी किये गये हैं। ये निर्देश हाई कोर्ट ने जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान जारी किये हैं। जिसे लेकर पुलिस का रवैया भी बेहद कड़ा दिखाई दे रहा है। पुलिस मुख्यालय भोपाल ने मध्यप्रदेश के समस्त पुलिस अधीक्षकों को एक पत्र लिखकर निर्देशों का कड़ाई से पालन करवाने की हिदायत दी है।
कर्मचारियों, अध्यापकों और छात्रों को न दें प्रवेश – इस पत्र के मुताबिक जो निजी या शासकीय/ अर्द्ध शासकीय कर्मचारी हेलमेट न लगायें उन्हें कार्यालयों में प्रवेश न दिया जाए। इसके अलावा शिक्षण संस्थानों में जो अध्यापक, छात्रगण, कर्मचारी और अभिभावक वाहन लेकर आते हैं और हेलमेट नहीं लगाते हैं तो उन्हें शिक्षण संस्थान में प्रवेश ना दिया जाए। साथ ही हेलमेट न लगाने वाले वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिए जाने और हेलमेट का उपयोग न करने वालों को पार्किंग में जगह नहीं देने की बात भी कही गई है।
जगह-जगह बैनर-पोस्टर से बढ़ायें जागरूकता – पेट्रोल पम्प, ऑटोमोबाइल शॉप, शोरूम इत्यादि जगहों पर बैनर-पोस्टर लगाकर लोगों को इस ओर जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार पर भी ज़ोर दिया गया है। साथ ही इस पत्र में सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से विज्ञापन के ज़रिये वाहन चालकों और उसकी सवारी कों हेलमेट पहनने के लिए बाध्य करने को कहा गया है।
मध्यप्रदेश के कई ज़िलों में सड़कों और ट्रैफिक सिग्नल्स के हालात ख़राब हैं। कई जगह तो सड़कों की जगह सिर्फ़ बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जहाँ वाहन अनियंत्रित होने की वजह से आये दिन दुर्घटनायें होती हैं। यहाँ तक कि सीवर लाइन के नाम पर होने वाले कार्यों के दौरान प्रशासन की लापरवाही के चलते लोग इन खुले गड्ढों में गिरकर गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं। यहीं नहीं, तिराहों और चौराहों में लगे ट्रैफिक सिग्नल्स भी आये दिन तकनीकी ख़ामियों के चलते बंद पड़ जाते हैं। ऐसे में हेलमेट ही एक ऐसा रास्ता है जो लोगों को इन दुर्घटनाओं में घायल होने से कुछ हद तक बचा सकता है बशर्ते लोग इसे चालान से बचने की मजबूरी के बजाए अपनी सुरक्षा के लिए मन से और अनिवार्य रूप से अपनाएं।