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गुरूवार, अक्टूबर 31, 2024
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NEWS UPDATE | डिंडौरी SDM महेश मंडलोई ने किकरझर घाट पर पकड़ा गिट्‌टी से भरा ट्रैक्टर, जब्त कर समनापुर थाने को सौंपा; अवैध रूप से हो रहा था परिवहन

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समनापुर-किकरझर मार्ग पर जब्त वाहन के साथ SDM मंडलोई।

डिंडौरी | SDM महेश मंडलोई ने सोमवार की दोपहर किकरझर घाट पर गिट्‌टी से भरा ट्रैक्टर जब्त किया है। MP52 AA 4120 नंबर के ट्रैक्टर में अवैध रूप से गिट्‌टी का परिवहन हो रहा था। सूचना पर SDM ने सड़क पर ही कार्यवाही को अंजाम देकर ट्रैक्टर को समनापुर थाने में खड़ा कराया। SDM मंडलोई ने बताया कि वह समनापुर से कोविड-19 गाइडलाइंस संबंधी बैठक में हिस्सा लेकर डिंडौरी लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें गिट्‌टी से भरा ट्रैक्टर नजर आया। वाहन रोककर ड्राइवर से पूछताछ में गड़बड़ी समझ आने पर ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया। महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी का ट्रैक्टर रहंगी निवासी दिवाकर धुर्वे के नाम पर रजिस्टर है। 

CoViD UPDATE | डिंडौरी जिले में सोमवार शाम तक 1090 सैंपल्स की जांच में सिर्फ 03 व्यक्ति निकले कोरोना संक्रमित, 30 मरीजों को स्वस्थ होने पर किया गया डिस्चार्ज

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आठ दिन में जिलेभर में सामने आए सिर्फ 41 नए कोरोना केस, 370 व्यक्ति कोरोना को हराकर सकुशल पहुंचे घर 

Highlights | Active Case : 39 | All-time Case : 4588 | Today Discharge : 30 | Overall Discharge : 4521 | Total Death | 28

डिंडौरी | जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार घट रही है। वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 39 पर आ चुकी है। सोमवार को 1090 सैंपल्स की जांच में सिर्फ 03 नए केस मिले हैं। वहीं, 30 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के DPM विक्रम सिंह ठाकुर ने डिंडौरीडॉटनेट को बताया कि अभी 331 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। संभवत: देररात तक रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी। जिले में अब ऑलटाइम पॉजिटिव केस 4588 और ओवरऑल डिस्चार्ज केस 4521 हैं। आज स्वास्थ्य विभाग ने 1042 लोगों की जांच की है। कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अभी तक जिलेभर के 106719 नागरिकों की जांच हो चुकी है। वर्तमान में 27 संक्रमित मरीज होम आइसोलेट और 10 जिला अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं। जिले के 02 गंभीर मरीजों का इलाज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में चल रहा है। 

बता दें कि जिले में आठ दिन में सिर्फ 41 नए कोरोना मरीज मिले हैं। आज के 03 केस सहित रविवार को 02, शनिवार को 07, शुक्रवार को 00, गुरुवार को 06, बुधवार को 05 और मंगलवार व सोमवार को 09-09 केस सामने आए थे। वहीं, इस अवधि में 370 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

NEGATIVE NEWS | डिंडौरी जिले के ग्राम सैलवार में 30 वर्षीय महिला की हत्या कर लाश को ईंट भट्‌ठे में जलाने का खुलासा, 40 वर्षीय व्यक्ति हिरासत में; पुलिस ने बरामद किया हडि्डयों का अवशेष

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21 अप्रैल की घटना, अधेड़ की पत्नी बबली और बेटी रामेश्वरी की निशानदेही पर 40 दिन बाद पुलिस ने उठाया पर्दा 

बेटी के अनुसार उसने पिता को हत्या करते देखा था, धमकी देकर कहा था- किसी को बताया तो जान से मार दूंगा

डिंडौरी | जिले के बजाग ब्लॉक के ग्राम सैलवार में रविवार को एक ऐसी घटना का खुलासा हुआ, जिसने आम नागरिकों सहित पुलिस को भी हैरान कर दिया। दरअसल, घटना करीब 40 दिन पुरानी है, जिसमें 40 वर्षीय अधेड़ रामस्वरूप मरकाम ने लिव-इन में रह रही 30 वर्षीय महिला अंजनी की हत्या कर लाश को ईंट भट्‌ठे में जला दिया था। यह जानकारी अधेड़ की 15 वर्षीय बेटी रामेश्वरी और पत्नी बबली के जरिए पुलिस को मिली है। दोनों के बयान के बाद बजाग पुलिस ने जेसीबी मशीन की मदद से मृतका की हडि्डयाें का अवशेष बरामद कर लिया है। बजाग थाना प्रभारी इंस्पेक्टर वेदराम हिनोते ने बताया कि फिलहाल अपराध साबित नहीं हुआ है। रामेश्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसकी बेटी ने बताया कि 21 अप्रैल को आपसी झगड़े के दौरान पिता ने सौतेली मां अंजनी के साथ मारपीट की, फिर उसकी गर्दन पर पैर रखकर मार डाला। दूसरे दिन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के उद्देश्य से उसने शव को ईंट भट्‌ठे में जला दिया। डिंडौरी SP संजय कुमार सिंह और ASP विवेक कुमार लाल की सख्त मॉनिटरिंग में इंस्पेक्टर वेदराम हिनोते एंड टीम ने कार्यवाही को अंजाम दिया।

इंस्पेक्टर हिनोते ने डिंडौरीडॉटनेट काे बताया कि रामस्वरूप, पत्नी बबली से काफी समय से अलग रहता था, जबकि बेटी रामेश्वरी साथ ही रहती थी। बीते दिनों क्षेत्र में आयोजित एक दशगात्र कार्यक्रम में बेटी ने मां को अंजनी की हत्या के संबंध में जानकारी दी। घटना के दिन वह घर पर ही मौजूद थी और बाप की हैवानियत की चश्मदीद थी। अधेड़ ने बेटी को जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने को कहा था। बेटी की निशानदेही पर पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर सक्षम न्यायालय की अनुमति से तहसीलदार राजाराम कोल व विशेषज्ञ डॉक्टर की मौजूदगी में जमीन में दफन हडि्डयां बरामद कीं। पंचनामा तैयार कर पुलिस ने हडि्डयाें का सैंपल फॉरेंसिक और DNA टेस्ट के लिए भेज दिया है। 

पत्नी से अलग रहता था आरोपी, बेटी थी साथ

बेटी ने देख लिया था बाप का हैवानी रूप

21 अप्रैल को घटना के दिन रामेश्वर की बेटी ने उसे अंजनी की हत्या करते देख लिया था। चश्मदीद को जान से मारने की धमकी देकर रामेश्वर ने जबरन चुप करा दिया था। 15 वर्षीय रामेश्वरी 40 दिन तक डरी-सहमी और खामोश रही, लेकिन हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उसने मां को सारा वाकया कह सुनाया। बबली ने बिना देर किए पुलिस को घटना की जानकारी दी और मामले का खुलासा हो सका। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और चश्मदीद रामेश्वरी व बबली के बयान दर्ज कर रामेश्वर से पूछताछ कर रही है।

DINDORI UN-LOCK | जिले में 01 जून से 06 AM से 02 PM तक सशर्त खुलेंगी किराना-सब्जी-फल की दुकानें, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में सांसद कुलस्ते ने दी स्वीकृति

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आटा चक्की, खाद-बीज, कृषि यंत्र, हार्डवेयर, पशुआहार और पंक्चर शॉप्स को भी मिली अनुमति, हाट-बाजारों पर आगामी आदेश तक रहेगा प्रतिबंध

डिंडौरी | डिंडौरी जिले में ‘अनलॉक’ की प्रक्रिया 01 जून से प्रारंभ हो जाएगी। कलेक्टोरेट सभागार में रविवार को आयोजित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना कर्फ्यू खोलने के संबंध में अहम फैसले हुए। इसमें ऑनलाइन कनेक्ट हुए सांसद व केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने ग्रुप के निर्णयों को मंजूरी दी। बैठक में तय हुआ कि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 01 जून से किराना-सब्जी-फल की दुकानों सहित आटा चक्की, खाद-बीज, कृषि यंत्र, हार्डवेयर, पशुआहार और पंक्चर शॉप्स सुबह 06 से दोपहर 02 बजे तक खोली जा सकेंगी। दुकानदारों और ग्राहकों को कोरोना प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत पालन करना होगा। वरना दुकानें सील कर कोविड नियमों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि जिले के हाट-बाजारों पर आगामी आदेश तक पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। दुकानों को खाेलने की इजाजत आम नागरिकों की दैनिक जरूरतों और सुविधाओं को ध्यान में रखक दी जा रही है। 

बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, SP संजय कुमार सिंह, ADM मिनिषा भगवती पांडेय, डिंडौरी भाजपा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, नगर पंचायत अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम, भाजपा महामंत्री एडवाेकेट राजेंद्र प्रसाद पाठक, डिंडौरी SDM महेश मंडलोई, CMHO डाॅ. रमेश सिंह मरावी, स्वास्थ्य विभाग के DPM विक्रम सिंह ठाकुर, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग दिव्या राय, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुनील जैन सहित क्राईसिस समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे। 

Weather Update | डिंडौरी जिले में ‘यास’ की एंट्री; तूफान ने सबसे ज्यादा बजाग के गाड़ासरई और गोरखपुर में मचाई तबाही, कई कच्चे मकान धराशाई, सब्जियों की फसल बर्बाद

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दोपहर 03 से 04 बजे के बीच तेज हवाओं के साथ हुई बारिश, करीब 40-50 मिनट में 25 मिलीमीटर से अधिक वर्षा का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार 30 मई को भी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में फिर असर दिखाएगा तूफान, सतर्क रहने का अलर्ट जारी

डिंडौरी | डिंडौरी जिले में शनिवार को छत्तीसगढ़ के रास्ते ‘यास’ तूफान की एंट्री हुई। दोपहर करीब 03 बजे से छग की सीमा से सटे बजाग तहसील के गाड़ासरई और गोरखपुर क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश शुरू हो गई। इसकी चेतावनी मौसम वैज्ञानिकों ने पहले से ही कर दी थी, जिसका असर आज जिले के बहुत से इलाकों में देखा गया। तूफान के कारण कई जगहों पर कच्चे मकान धराशाई हो गए, टीनशेड उड़ गए और कई घरों में बेतहाशा पानी भर गया। वहीं, मौसमी सब्जियों की फसल भी बर्बाद हो गई। गेहूं उपार्जन केंद्रों में अभी भी काफी मात्रा में उपज पड़ी है, जिसे भारी क्षति होने की आशंका बढ़ गई है। हालांकि किसी भी क्षेत्र से जनहानि की खबर नहीं है। 25 मई को नौतपा की शुरुआत से ही चक्रवाती तूफान बनने का क्रम प्रारंभ हो गया था। इससे मौसम में थोड़ी-बहुत ठंडक भी आई। आज अचानक मौसम ने करवट ली और तूफान ने अपना विकराल रूप दिखाया। हालाकि आंधी-बारिश थमने के बाद शाम के बक्त थोड़ी उमस कायम रही। मौसम विभाग के अनुसार 30 मई को भी तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ जिले में बारिश का क्रम जारी रहेगा। जिले के कई क्षेत्रों में आज शाम तक आसमान में काले बादलों की आवाजाही बनी रहीं। बारिश के असर से सबसे अधिक आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। पेड़ों में लगे बड़े आकार के आम गिरने लगे हैं। पपीता की तैयार फसल भी तेज हवाओं टूटकर गिर गए हैं। खेतों में भी पककर तैयार हरी सब्जियों पर तूफान का सीधा असर हुआ है। टमाटर, बैंगन और लौकी की फसल लगभग नष्ट हो चुकी है। पत्तेदार सब्जी-भाजियों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने विभिन्न क्षेत्रों में करीब 40-50 मिनट में 25 मिलीमीटर से अधिक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। 

शहर में असर नहीं, लेकिन गाड़ासरई में जनजीवन बेहाल

डिंडौरी जिला मुख्यालय तूफान के असर अछूता रहा, लेकिन गाड़ासरई और गोरखपुर में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बारिश से पहले हवाएं इतनी तेज चल रही थीं कि लोग घरों की सामग्रियां समेटने में लगे रहे। कई लोगों के कपड़ों सहित अन्य सामग्री भी हवा में उड़ गए। जिले में बीते दो-तीन दिनों पहले से ही तेज हवाएं चलने लगी थीं। बता दें कि ‘यास’ तूफान का असर पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में सर्वाधिक रहा है। डिंडौरी जिले में इसकी एंट्री छत्तीसगढ़ की ओर से हुई है।

CoViD UPDATE | डिंडौरी जिले में दो महीने बाद एक्टिव कोरोना केस 100 से नीचे, शनिवार शाम तक 1106 सैंपल्स की जांच में मिले सिर्फ 07 पॉजिटिव मरीज; 34 व्यक्ति डिस्चार्ज

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शुक्रवार को जिले में एक भी कोरोना न मिलने पर सीएम ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासाें को सराहा

छह दिन में जिलेभर में सामने आए सिर्फ 36 नए कोरोना मरीज, 305 व्यक्ति कोरोना को हराकर सकुशल पहुंचे घर 

Highlights | Active Case : 99 | All-time Case : 4583 | Today Discharge : 34 | Overall Discharge : 4456

डिंडौरी | डिंडौरी जिला कोरोना से जंग में लगातार प्रतिबद्धता साबित कर रहा है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ईमानदार कोशिशों और आम जनता की बेमिसाल सजगता के कारण अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। शनिवार को 1106 सैंपल्स की जांच में सिर्फ 07 नए केस मिले हैं। वहीं, 34 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है। जिले में करीब दो महीने बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 100 से नीचे आई है। स्वास्थ्य विभाग के DMO ब्रजेश पटेल ने ‘हलचल मीडिया’ को बताया कि जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन से मरीजों का डिस्चार्ज होना जारी है। जिले में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रेगुलर टेस्टिंग बढ़ा दी है। आज शाम तक रिकॉर्ड 1116 लोगों की जांच की गई है। एक्टिव केस कल की तुलना में घटकर 99 पर आ चुके हैं, जबकि ऑलटाइम कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या 4583 है। अब तक 4456 व्यक्ति कोरोना से जंग जीतकर सकुशल घर जा चुके हैं। आज तक जिलेभर के 104560 नागरिकों की जांच हो चुकी है। वर्तमान में 77 पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेट हैं, जबकि 20 लोगों का इलाज जिला अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं। जिले के 02 गंभीर मरीजों को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया है।

बता दें कि जिले में छह दिन में सिर्फ 36 नए कोरोना मरीज मिले हैं। आज के 07 केस सहित शुक्रवार को 00, गुरुवार को 06, बुधवार को 05 और मंगलवार व सोमवार को 09-09 केस सामने आए थे। वहीं, इस अवधि में 305 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 

सीएम ने ट्वीट कर जिला प्रशासन और आम जनता को दी बधाई

डिंडौरी जिले में शुक्रवार को एक भी कोरोना केस न मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए बधाई दी है। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को सराहा और आम जनता की सजगता की तारीफ की। सीएम ने कहा, ‘आज डिंडौरी जिले में कोविड-19 का एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। जिले की जागरूक जनता और जिला प्रशासन की सजगता के कारण हमारी स्थिति ठीक होती जा रही है। हमें इसी तरह सतर्क रहना होगा। सावधानी बरतना नहीं छोड़ना है। जल्द ही यह जिला कोरोना मुक्त होगा।’

UTILITY NEWS | संविदा डॉक्टर राजेश्वर ठाकुर अब हफ्ते में तीन दिन बजाग CHC और तीन दिन बम्हनी PHC और डॉ. प्रतीक तेकाम हफ्ते में चार दिन करंजिया और दो दिन बहारपुर में देंगे सेवाएं

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डिंडौरी | समनापुर ब्लॉक के संविदा डॉक्टर राजेश्वर सिंह ठाकुर अब हफ्ते में तीन दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बजाग और तीन दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) बम्हनी में सेवाएं देंगे। इसी तरह करंजिया ब्लॉक के डॉ. प्रतीक तेकाम हफ्ते में चार दिन करंजिया CHC और दो दिन बहारपुर PHC में ड्यूटी करेंगे। इस संबंध में डिंडौरी CMHO डॉ. रमेश सिंह मरावी ने लिखित आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार डॉ. राजेश्वर प्रत्येक सोमवार, मंगलवार व बुधवार को बजाग CHC और गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार को बम्हनी PHC में ड्यूटी करेंगे। वहीं, डॉ. प्रतीक को सोमवार से गुरुवार तक करंजिया PHC और शुक्रवार व शनिवार को बहारपुर PHC में सेवाएं देना होंगी। दोनों डॉक्टर्स की ड्यूटी हर रविवार को जिला अस्पताल में रहेगी। बता दें कि बजाग और करंजिया ब्लॉक में डॉक्टर्स की कमी के कारण काफी समय से स्थानीय नागरिक इलाज के लिए परेशान हो रहे थे। लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दो संविदा डॉक्टर्स को ड्यूटी करने के आदेश दिए हैं।

यहां देखें CMHO के आदेश की कॉपी 👇

कोरोना कर्फ़्यू का पालन करवाने गए आरक्षकों और डायल 100 पर गाँववालों ने किया जानलेवा हमला

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  • दर्जन भर लोगों ने आरक्षकों को सड़क पर दौड़ाया
  • डायल 100 सहित पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे

छतरपुर, कोरोना कर्फ़्यू से व्यथित जनता और दुकानदारों का ग़ुस्सा आख़िरकार फूटने लगा है। आये दिन कोरोना कर्फ़्यू के दौरान पुलिस और जनता के बीच होने वाली झड़प की ख़बरें और वीडियो देखने को मिल रहे हैं। ऐसा ही कुछ आजबमीठा थाना अंतर्गत ग्राम झमटुली में हुआ। जब कोरोना कर्फ़्यू का पालन करवाने गए आरक्षकों पर दुकानदारों ने जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें दो आरक्षक बुरी तरह घायल हो गए।

दुकान बंद कराने से शुरू हुआ विवाद
बताया जाता है कि दोनों आरक्षकों में से एक इंद्रेश कुमार की ड्यूटी झमटुली में थी, जब उन्होंने बाज़ार लगने वाले स्थान पर अंडे का ठेला लगाए दुकानदार को दुकान बंद करने के लिए कहा। उसके बाजू में ही लगी हुई तरबूज़ की दुकान को भी आरक्षक ने बंद करने के लिए कहा। आरक्षक को अकेले देखकर वो दोनों दुकानदार उनसे बहस करने लगे। इसलिए इंद्रेश ने डायल 100 को बुलाया।

डायल 100 में बैठाने के दौरान मामला गर्माया
आरक्षक इंद्रेश ने तरबूज़ विक्रेता सर्वेश खटीक औए डायल 100 के आरक्षक संत कुमार अंडा विक्रेता को पकड़कर डायल 100 के वाहन में बैठाने ले जा रहे थे। तभी दोनों विक्रेता आरक्षकों से भिड़ गए। इस दौरान सर्वेश को पुलिस का डंडा सिर पर पड़ा और उसे ख़ून निकलने लगा। इस घटना पर जनता आक्रोशित हो गई और उसने दोनों आरक्षकों पर हमला कर दिया।

एक आरक्षक को चाकू और दूसरे को डंडों से मारा
जनता ने भड़कने के बाद आरक्षकों को न सिर्फ़ खदेड़ा बल्कि एक आरक्षक इंद्रेश के हाथ पर चाकू से हमला किया। जिससे उनके हाथ से खून बहने लगा। भीड़ यहाँ नहीं रुकी और उसने आरक्षक संत कुमार पर लाठी-डंडे से हमला किया। उनसे बचने के लिए संत कुमार भागकर कल्लू खान के घर मे घुस गया। जहाँ जनता ने घर मे घुसकर आरक्षक को बुरी तरह पीटा। स्थानीय व्यक्ति के बीच-बचाव करने पर वो किसी तरह बच पाए। डायल 100 के ड्राइवर पर भी भीड़ ने हमला किया लेकिन वो किसी तरह आरक्षकों को लेकर वहाँ से निकल गया।

घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। जिसके बाद से झमटुली में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। दोनों आरक्षकों को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुँचाने के बाद हमलावरों की पहचान की जा रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश भी दी जा रही है।

जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा “ईट राइट जबलपुर” चैलेंज पर एक दिवसीय वीडियो संगोष्ठी आयोजित

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  • विशेषज्ञों ने ऑनलाइन बताई हेल्दी फ़ूड हैबिट
  • ऑनलाइन संवाद श्रृंखला से जुड़कर 1500 से अधिक प्रतिभागियों ने पाई लाभकारी जानकारी

जबलपुर, शहरी एवं आवास मंत्रालय (महुआ) भारत सरकार द्वारा सही फूड हैबिट अपनाने की जागरूकता लाने हेतु ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज चलाया गया है, जिसमे लोगो को सही खाने की आदतों के बारे में बताया जाएगा एवं शहर के होटल रेस्टोरेंट को उनके फूड की क्वालिटी के आधार पर रेटिंग भी जारी की जाएगी। इस अभियान के तहत जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा सही फूड हैबिट के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं निगमायुक्त संदीप जी आर के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में ऑनलाइन संवाद श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है जिसका प्रथम ऑनलाइन संस्करण आज दिनांक 28 मई शुक्रवार को अपराह्न 03 बजे से संपन्न हुआ जिसकी थीम थी ‘Fighting Covid Through Healthy Eating Habits’ जिसमें देश -विदेश के सुप्रसिद्ध एक्सपर्ट डॉक्टर्स के द्वारा बेहतर फूड हैबिट के बारे में जबलपुर शहर की जनता से सवांद किया गया।

घरेलू एवं देशी डाइट रखेगी हेल्दी
एक्सपर्ट पैनल में मेदांता हॉस्पिटल दिल्ली से डॉ. अरविंद कुमार एवं डॉ. बेलाल-बिन-असफ द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोविड से बचाव के लिए “सिक्स- ऍम” मंत्र दिया गया एवं लंग्स इन्फेक्शन के विषय में जो भ्रांतियां फैल रही हैं, उनसे अवगत कराया गया तथा फिट रहने के लिए सही आहार पर मार्गदर्शन दिया गया। जबलपुर के नामी डॉक्टर्स डॉ अखिलेश गुमाश्ता द्वारा हल्दी से हेल्थी रहने एवं प्रोटीन तथा जिंक डाइट के लिए किस तरह ,दूध, देसी सत्तू, बादाम एवं मगज़ बीज का उपयोग सरल-सस्ता एवं प्रभावकारी है यह बतलाया गया। डॉ परिमल स्वामी द्वारा बताया गया की डायबिटिक एवं नॉन डायबिटिक दोनों पेशेंट्स को अपने खाने में ज़्यादा से ज़्यादा सलाद का उपयोग करना चाहिए एवं जंक फ़ूड से बचना चाहिए। कोविड-19 के लिए जहां तक हो सके घर का बना हुआ भोजन ही करें। डॉ राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने बताया  किस तरह कोविड-19 से बचाव एवं आगे होने वाली परेशानियों से सावधानियों के लिए एक भाप में पके हुए भोजन को गरम ही गरम खाना चाहिए एवं खाने से 15 मिनट पहले अगर सलाद का सेवन किया जाये या आधे चम्मच इसबगोल भूसी गरम पानी से लिया जाये तो भोजन सुपाच्य हो जायगा एवं उसके पोषक तत्व हमें अच्छे से मिल सकेंगे। आज के ऑनलाइन इवेंट से जुड़कर सभी ने आवश्यक जानकारियां प्राप्त की। इस अवसर पर बताया गया कि कोविड-19 के दौरान हम कैसे अपने जीवन में हेल्दी डाइट को शामिल कर अपनी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।

नगर निगम कमिश्नर ने की चैलेंज से जुड़ने की अपील
इस संघोष्ठी की आधारशिला कमिश्नर नगर निगम संदीप जी आर जी के उद्बोधन द्वारा रखी गई जिसमे उन्होंने बात स्मार्ट सिटी चैलेंज में जबलपुर किस तरह से आगे बढ़ेगा इस विषय पर प्रकाश डाला एवं अधिक से अधिक नागरिकों को इस मुहिम से जुड़ने की अपील की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर राहुल कपूर द्वारा ईट राइट मूवमेंट एवं ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज के अंतर्गत किन आधार पर बेस्ट सिटी का चुनाव किया जायगा एवं लोग किस तरह इससे जुड़कर लाभ उठा सकते हैं। इसकी चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में स्मार्ट सिटी सीईओ निधि सिंह राजपूत द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानीय अतिथियों को धन्यवाद् प्रेषित किया गया एवं स्मार्ट सिटी की पूरी टीम को सफलतम आयोजन की बधाई दी गई। ऑनलाइन इवेंट को जबलपुर स्मार्ट सिटी एवं जबलपुर इन्क्यूबेशन सेण्टर के फेसबुक पेज पर 1500 से अधिक लोगों ने ज्वाइन किया।

EXCLUSIVE | डिंडौरी के कोविड केयर सेंटर में 28 अप्रैल को हुई महिला मरीज की दर्दनाक मौत पर सीएम ने दिए कार्यवाही के निर्देश, एडवोकेट सम्यक जैन सहित प्रदेश के तीन युवाओं ने की थी शिकायत

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नगर के एडवोकेट सम्यक, जबलपुर के एडवोकेट धीरज तिवारी और लॉ स्टूडेंड मनन अग्रवाल ने इलाज न मिलने के कारण महिला की मौत के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखा था पत्र

CMO ने नियमानुसार कार्रवाई के लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा और SP संजय सिंह को दिए निर्देश, कहा : उचित एक्शन लेकर जल्द भेजें रिपोर्ट

डिंडौरी/भोपाल/जबलपुर | नगर के युवा एडवोकेट सम्यक, जबलपुर के एडवोकेट धीरज तिवारी और लॉ स्टूडेंट मनन अग्रवाल ने इलाज न मिलने के कारण जिला कोविड केयर सेंटर में 28 अप्रैल काे हुई महिला मरीज की दर्दनाक मौत के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को रिप्रेजेंटेटिव लैटर लिखा था, जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएम चौहान ने गुरुवार को कार्यवाही के निर्देश दे दिए हैं। CMO ने नियमानुसार कार्यवाही के लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा और SP संजय सिंह को आज निर्देश भेजे हैं। इसमें मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उचित एक्शन लेकर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। तीनों युवा एडवाेकेट्स ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को भी दलील भेजी थी। दरअसल, 28 अप्रैल को जिला कोविड केयर में भर्ती महिला कोरोना मरीज ने इलाज के अभाव में ICU वार्ड की फर्श पर तड़प-तड़पकर जान गंवा दी थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर युवाओं ने अपनी आपत्ति और शिकायत दर्ज कराई थी। यह घटना धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों के सामने हुई थी। वीडियो में महिला पलंग के नीचे जमीन पर तड़प रही है और वहां पीपीई किट पहने मौजूद शख्स (संभवत: डॉक्टर) मानवीयता की सारी हदें पार करते दिख रहे हैं। किसी ने भी दर्द से तड़प रही महिला को हाथ लगाने या पलंग पर लिटाने की जहमत नहीं उठाई, जिससे मौके पर ही मरीज की मौत हो गई। 

यह थी प्रदेश के युवा एडवोकेट्स की ज्वलंत दलील?

एडवोकेट सम्यक, धीरज और मनन ने दलील में कहा था कि नियमानुसार कोई भी मेडिकल बॉडी गंभीर रूप से बीमार या आपातकालीन रोगी को इलाज के लिए मना नहीं कर सकती। इस तरह के ‘इनकार’ को भारतीय संविधान के अनुच्छेद-21 के तहत स्वास्थ्य के अधिकार का उल्लंघन माना जाता है। जिला कोविड केयर डिंडौरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक महिला मरीज के साथ अपनाया गया रवैया घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। वीडियो में ICU वार्ड की फर्श पर महिला कोविड मरीज दर्द से तड़पती हुई नजर आ रही है। उसे उचित मेडिकल सुविधाएं देने के बजाय स्वास्थ्य कर्मियों ने यूं ही छोड़ दिया और वह चल बसी। तत्काल उपचार न मिलने की वजह से महिला की जान चली गई, जो उसके मौलिक अधिकारों का सरासर उल्लंघन है।

जिला स्तर पर ये हाल, तो छोटे अस्पतालों में क्या होगा?

युवा एडवोकेट्स ने तर्क दिया था कि जब जिला स्तर के अस्पताल में मरीज के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है, तो छोटे अस्पतालों में क्या होगा? यह अत्यंत चिंताजनक मामला है। एक कल्याणकारी राज्य के लिए सरकार का दायित्व है कि वह नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सुदृढ़ व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे, लेकिन वर्तमान परिस्थिति ठीक विपरीत है। यह दैनिक आधार पर होने वाली कई घटनाओं में से एक है। डिंडौरी जिला अस्पताल के मेडिकल पेशेवरों के लापरवाह रवैए ने एक महिला की जिंदगी छीन ली। लिहाजा, मृत महिला के मौलिक अधिकारों का सम्मान करते हुए दोषियों के खिलाफ बड़े स्तर पर गंभीर कार्यवाही अपेक्षित है। ताकि मेडिकल जैसे महान पेशे को अपमानित करने वाले लोगों को सबक मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।