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शनिवार, अप्रैल 19, 2025
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जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा “ईट राइट जबलपुर” चैलेंज पर एक दिवसीय वीडियो संगोष्ठी आयोजित

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  • विशेषज्ञों ने ऑनलाइन बताई हेल्दी फ़ूड हैबिट
  • ऑनलाइन संवाद श्रृंखला से जुड़कर 1500 से अधिक प्रतिभागियों ने पाई लाभकारी जानकारी

जबलपुर, शहरी एवं आवास मंत्रालय (महुआ) भारत सरकार द्वारा सही फूड हैबिट अपनाने की जागरूकता लाने हेतु ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज चलाया गया है, जिसमे लोगो को सही खाने की आदतों के बारे में बताया जाएगा एवं शहर के होटल रेस्टोरेंट को उनके फूड की क्वालिटी के आधार पर रेटिंग भी जारी की जाएगी। इस अभियान के तहत जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा सही फूड हैबिट के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं निगमायुक्त संदीप जी आर के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में ऑनलाइन संवाद श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है जिसका प्रथम ऑनलाइन संस्करण आज दिनांक 28 मई शुक्रवार को अपराह्न 03 बजे से संपन्न हुआ जिसकी थीम थी ‘Fighting Covid Through Healthy Eating Habits’ जिसमें देश -विदेश के सुप्रसिद्ध एक्सपर्ट डॉक्टर्स के द्वारा बेहतर फूड हैबिट के बारे में जबलपुर शहर की जनता से सवांद किया गया।

घरेलू एवं देशी डाइट रखेगी हेल्दी
एक्सपर्ट पैनल में मेदांता हॉस्पिटल दिल्ली से डॉ. अरविंद कुमार एवं डॉ. बेलाल-बिन-असफ द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोविड से बचाव के लिए “सिक्स- ऍम” मंत्र दिया गया एवं लंग्स इन्फेक्शन के विषय में जो भ्रांतियां फैल रही हैं, उनसे अवगत कराया गया तथा फिट रहने के लिए सही आहार पर मार्गदर्शन दिया गया। जबलपुर के नामी डॉक्टर्स डॉ अखिलेश गुमाश्ता द्वारा हल्दी से हेल्थी रहने एवं प्रोटीन तथा जिंक डाइट के लिए किस तरह ,दूध, देसी सत्तू, बादाम एवं मगज़ बीज का उपयोग सरल-सस्ता एवं प्रभावकारी है यह बतलाया गया। डॉ परिमल स्वामी द्वारा बताया गया की डायबिटिक एवं नॉन डायबिटिक दोनों पेशेंट्स को अपने खाने में ज़्यादा से ज़्यादा सलाद का उपयोग करना चाहिए एवं जंक फ़ूड से बचना चाहिए। कोविड-19 के लिए जहां तक हो सके घर का बना हुआ भोजन ही करें। डॉ राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने बताया  किस तरह कोविड-19 से बचाव एवं आगे होने वाली परेशानियों से सावधानियों के लिए एक भाप में पके हुए भोजन को गरम ही गरम खाना चाहिए एवं खाने से 15 मिनट पहले अगर सलाद का सेवन किया जाये या आधे चम्मच इसबगोल भूसी गरम पानी से लिया जाये तो भोजन सुपाच्य हो जायगा एवं उसके पोषक तत्व हमें अच्छे से मिल सकेंगे। आज के ऑनलाइन इवेंट से जुड़कर सभी ने आवश्यक जानकारियां प्राप्त की। इस अवसर पर बताया गया कि कोविड-19 के दौरान हम कैसे अपने जीवन में हेल्दी डाइट को शामिल कर अपनी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।

नगर निगम कमिश्नर ने की चैलेंज से जुड़ने की अपील
इस संघोष्ठी की आधारशिला कमिश्नर नगर निगम संदीप जी आर जी के उद्बोधन द्वारा रखी गई जिसमे उन्होंने बात स्मार्ट सिटी चैलेंज में जबलपुर किस तरह से आगे बढ़ेगा इस विषय पर प्रकाश डाला एवं अधिक से अधिक नागरिकों को इस मुहिम से जुड़ने की अपील की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर राहुल कपूर द्वारा ईट राइट मूवमेंट एवं ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज के अंतर्गत किन आधार पर बेस्ट सिटी का चुनाव किया जायगा एवं लोग किस तरह इससे जुड़कर लाभ उठा सकते हैं। इसकी चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में स्मार्ट सिटी सीईओ निधि सिंह राजपूत द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानीय अतिथियों को धन्यवाद् प्रेषित किया गया एवं स्मार्ट सिटी की पूरी टीम को सफलतम आयोजन की बधाई दी गई। ऑनलाइन इवेंट को जबलपुर स्मार्ट सिटी एवं जबलपुर इन्क्यूबेशन सेण्टर के फेसबुक पेज पर 1500 से अधिक लोगों ने ज्वाइन किया।

EXCLUSIVE | डिंडौरी के कोविड केयर सेंटर में 28 अप्रैल को हुई महिला मरीज की दर्दनाक मौत पर सीएम ने दिए कार्यवाही के निर्देश, एडवोकेट सम्यक जैन सहित प्रदेश के तीन युवाओं ने की थी शिकायत

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नगर के एडवोकेट सम्यक, जबलपुर के एडवोकेट धीरज तिवारी और लॉ स्टूडेंड मनन अग्रवाल ने इलाज न मिलने के कारण महिला की मौत के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखा था पत्र

CMO ने नियमानुसार कार्रवाई के लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा और SP संजय सिंह को दिए निर्देश, कहा : उचित एक्शन लेकर जल्द भेजें रिपोर्ट

डिंडौरी/भोपाल/जबलपुर | नगर के युवा एडवोकेट सम्यक, जबलपुर के एडवोकेट धीरज तिवारी और लॉ स्टूडेंट मनन अग्रवाल ने इलाज न मिलने के कारण जिला कोविड केयर सेंटर में 28 अप्रैल काे हुई महिला मरीज की दर्दनाक मौत के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को रिप्रेजेंटेटिव लैटर लिखा था, जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएम चौहान ने गुरुवार को कार्यवाही के निर्देश दे दिए हैं। CMO ने नियमानुसार कार्यवाही के लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा और SP संजय सिंह को आज निर्देश भेजे हैं। इसमें मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उचित एक्शन लेकर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। तीनों युवा एडवाेकेट्स ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को भी दलील भेजी थी। दरअसल, 28 अप्रैल को जिला कोविड केयर में भर्ती महिला कोरोना मरीज ने इलाज के अभाव में ICU वार्ड की फर्श पर तड़प-तड़पकर जान गंवा दी थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर युवाओं ने अपनी आपत्ति और शिकायत दर्ज कराई थी। यह घटना धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों के सामने हुई थी। वीडियो में महिला पलंग के नीचे जमीन पर तड़प रही है और वहां पीपीई किट पहने मौजूद शख्स (संभवत: डॉक्टर) मानवीयता की सारी हदें पार करते दिख रहे हैं। किसी ने भी दर्द से तड़प रही महिला को हाथ लगाने या पलंग पर लिटाने की जहमत नहीं उठाई, जिससे मौके पर ही मरीज की मौत हो गई। 

यह थी प्रदेश के युवा एडवोकेट्स की ज्वलंत दलील?

एडवोकेट सम्यक, धीरज और मनन ने दलील में कहा था कि नियमानुसार कोई भी मेडिकल बॉडी गंभीर रूप से बीमार या आपातकालीन रोगी को इलाज के लिए मना नहीं कर सकती। इस तरह के ‘इनकार’ को भारतीय संविधान के अनुच्छेद-21 के तहत स्वास्थ्य के अधिकार का उल्लंघन माना जाता है। जिला कोविड केयर डिंडौरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक महिला मरीज के साथ अपनाया गया रवैया घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। वीडियो में ICU वार्ड की फर्श पर महिला कोविड मरीज दर्द से तड़पती हुई नजर आ रही है। उसे उचित मेडिकल सुविधाएं देने के बजाय स्वास्थ्य कर्मियों ने यूं ही छोड़ दिया और वह चल बसी। तत्काल उपचार न मिलने की वजह से महिला की जान चली गई, जो उसके मौलिक अधिकारों का सरासर उल्लंघन है।

जिला स्तर पर ये हाल, तो छोटे अस्पतालों में क्या होगा?

युवा एडवोकेट्स ने तर्क दिया था कि जब जिला स्तर के अस्पताल में मरीज के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है, तो छोटे अस्पतालों में क्या होगा? यह अत्यंत चिंताजनक मामला है। एक कल्याणकारी राज्य के लिए सरकार का दायित्व है कि वह नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सुदृढ़ व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे, लेकिन वर्तमान परिस्थिति ठीक विपरीत है। यह दैनिक आधार पर होने वाली कई घटनाओं में से एक है। डिंडौरी जिला अस्पताल के मेडिकल पेशेवरों के लापरवाह रवैए ने एक महिला की जिंदगी छीन ली। लिहाजा, मृत महिला के मौलिक अधिकारों का सम्मान करते हुए दोषियों के खिलाफ बड़े स्तर पर गंभीर कार्यवाही अपेक्षित है। ताकि मेडिकल जैसे महान पेशे को अपमानित करने वाले लोगों को सबक मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

NEWS UPDATE | हफ्तेभर में डिंडौरी पुलिस बल में दूसरा बड़ा फेरबदल; इंस्पेक्टर हरिलाल मरावी करंजिया और इंस्पेक्टर भूपेंद्र होंगे गाड़ासरई प्रभारी, इंस्पेक्टर नर्मदा सिंद्राम रक्षित केंद्र में अटैच

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SI हरिशंकर तिवारी भी करंजिया थाना भेजे गए, डिंडौरी SP संजय सिंह ने पुलिसकर्मियों की लापरवाही की शिकायत पर अपनाया सख्त रुख

डिंडौरी | जिला पुलिस बल में एक हफ्ते के भीतर SP संजय सिंह ने दूसरी बार बड़ा फेरबदल किया है। नए आदेश के अनुसार इंस्पेक्टर हरिलाल मरावी को रक्षित केंद्र डिंडौरी से करंजिया थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह पेंद्रो को करंजिया से गाड़ासरई थाने का प्रभारी बनाकर भेजा गया है। गाड़ासरई थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नर्मदा सिंद्राम को लापरवाही बरतने के कारण डिंडौरी रक्षित केंद्र में लाइन अटैच किया गया है। मेहंदवानी में सेवाएं दे रहे सब-इंस्पेक्टर हरिशंकर तिवारी काे भी करंजिया भेजा गया है। बता दें कि इंस्पेक्टर हरिलाल को 24 मई को ही SP ने अजाक थाने से डिंडौरी रक्षित केंद्र भेजा था। वह शाहपुरा थाने में भी सेवाएं दे चुके हैं। सब-इंस्पेक्टर हरिशंकर पूर्व में करंजिया और गाड़ासरई थाने में पदस्थ रह चुके हैं। 24 मई को SP संजय सिंह ने इंस्पेक्टर विजय गोठरिया को शाहपुर थाने से डिंडौरी कंट्रोल रूम और इंस्पेक्टर विजय सिंह पाटले को पुलिस लाइन डिंडौरी से हटाकर शाहपुर थाने की कमान सौंपी थी। 

गंभीर शिकायतों पर संज्ञान लेकर SP ने की कार्यवाही

इंस्पेक्टर नर्मदा सिंद्राम और इंस्पेक्टर विजय गोठरिया को मैदानी तैनाती से हटाने के पीछे SP संजय सिंह ने गंभीर शिकायतों को आधार बनाया है। इनकी कार्यशैली और रवैए के कारण थाना क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही थी। इस संबंध में सीनियर ऑफिसर्स ने भी सख्त नाराजगी जाहिर की थी। शाहपुर थाना क्षेत्र में दर्जनों ग्रामीणों ने पुलिस के लापरवाह रवैए को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। इंस्पेक्टर गोठरिया के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की जा चुकी है। इन पर सरकारी योजना के तहत जारी निर्माण कार्यों में वसूली करने के आरोप भी लगे थे। बहरहाल, सभी आपत्तियों और शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए SP संजय सिंह ने जिला पुलिस बल में बड़ी तब्दीलियां की हैं।

NEWS UPDATE | डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा ने जिले के आहरण-संवितरण अधिकारियों की ली बैठक, कहा : कोरोना का टीका नहीं लगवाया तो नहीं मिलेगी सैलरी

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डिंडौरी | डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभागार में कोविड-19 वैक्सीनेशन के संबंध में जिले के आहरण और संवितरण अधिकारियों के साथ जरूरी बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाना होगी। अगर कोरोना का टीका नहीं लगवाया तो सैलरी नहीं मिलेगी। कलेक्टर ने कोषालय की ओर से जारी प्रपत्र के अनुसार अगले दो दिन में वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिस कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों की कुल संख्या के 50% से कम अधिकारी-कर्मचारियों का वैक्सीनेशन हुआ है, वहां के किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का वेतन/मजदूरी का आहरण नहीं होगा।

PUBLIC UTILITY | डिंडौरी की सबसे पुरानी बसाहट मां नर्मदा गंज में वार्ड-09 और 10 के बीच आजादी के बाद अब जाकर बनेगी सीसी रोड, विधायक और पार्षदों ने किया भूमिपूजन

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वार्ड-09 के पार्षद रीतेश जैन के आग्रह पर स्थानीय पटेल परिवार ने नगर परिषद को लिखित में दान की अपनी जमीन

वरिष्ठ नागरिक महेश प्रसाद पाठक के घर से मज़ार तक बनेगी सड़क, कोरोना कर्फ्यू समाप्त होते ही शुरू होगा निर्माण

डिंडौरी | डिंडौरी की सबसे पुरानी बसाहट मां नर्मदा गंज में वार्ड-09 और 10 के बीच आजादी के बाद अब जाकर सीसी रोड का निर्माण हो सकेगा। विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, नगर परिषद अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम, पार्षद रीतेश जैन, आबिद रजा खान (सैफी) आदि की मौजूदगी में गुरुवार को सीसी रोड का भूमिपूजन किया गया। पार्षद रीतेश जैन ने डिंडौरीडॉटनेट को बताया कि वरिष्ठ नागरिक महेश प्रसाद पाठक (मुम्मू) के घर से मज़ार तक बनने वाली सड़क के लिए स्थानीय पटेल परिवार ने नगर परिषद को लिखित रूप से अपनी जमीन दान में दी है। उनकी सहर्ष लिखित सहमति से आजादी के बाद पहली बार बहुप्रतीक्षित सीसी रोड के निर्माण कार्य का मार्ग प्रशस्त हो सका है। कोरोना कर्फ्यू समाप्त होते ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सड़क का काम प्रारंभ हो जाएगा। विधायक, नगर परिषद प्रशासन और पार्षदों ने दानदाता पटेल परिवार के सदस्यों का हृदय से आभार व्यक्त किया है। पंडित सुशील प्रसाद द्विवेदी के मंत्रोच्चार के बीच हुए भूमिपूजन में नगर परिषद उपाध्यक्ष महेश पाराशर, पार्षद पुरुषोत्तम विश्वकर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिनेश बर्मन, पार्षद जानकी बर्मन, महेश प्रसाद पाठक, राजेंद्र सोनकिया आदि उपस्थित थे। 

IMP UPDATE | डिंडौरी जिले में 29 मई तक बंद रहेगी गेहूं की खरीदी, माैसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के बाद कलेक्टर ने दिए निर्देश

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डिंडौरी | मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के बाद डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा ने जिले के 25 गेहूं उपार्जन केंद्रों में खरीदी प्रक्रिया बंद रखने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा बुधवार को जारी नोटिफिकेशन को डिंडौरी कलेक्टर और जनसंपर्क पीआरओ ने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट किया है। सूचना के अनुसार डिंडौरी, मंडला, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, शहडोल और कटनी सहित प्रदेश के 15 जिलों में 29 मई तक आंधी, तूफान के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं। लिहाजा, विभाग के संचालक IAS तरुण कुमार पिथोड़े ने इन जिलों में तत्काल प्रभाव से गेहूं खरीदी प्रक्रिया रोकने के लिए कलेक्टर्स को पत्र भेजा है। 

किसानों को SMS के जरिए दी जाएगी सूचना

मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में केंद्रित चक्रवाती तूफान ‘यास’ के संबंध में चेतावनी दी है। प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र, विशेषकर जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग के जिलों में 26 मई शाम से 29 मई तक आंधी, तूफान के साथ तेज वर्षा की संभावना है। रबी विपणन वर्ष 2021-22 में असामयिक वर्षा से गेहूं के स्कंध के बचाव के लिए उपार्जन केंद्रों में कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग के जिलों में 27 और 28 मई को खरीदी बंद रहेगी। इसकी जानकारी किसानों को SMS के जरिए दे दी जाएगी। 30 और 31 मई को उपार्जन प्रक्रिया पुन: शुरू होगी। 

POLICE FOR PUBLIC | डिंडौरी जिले की अमरपुर पुलिस ने करीब दो महीने से लापता दो नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित परिजनों के हवाले किया

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03 अप्रैल से घर से बिना बताए गायब थीं 13 व 14 वर्षीय लड़कियां, परिजनों ने 09 अप्रैल को समनापुर थाने में दर्ज कराई थी लिखित रिपोर्ट

डिंडौरी/अमरपुर/समनापुर | डिंडौरी जिले की अमरपुर पुलिस ने करीब दो महीने से लापता दो नाबालिग लड़कियों को बुधवार को सुरक्षित परिजनों के हवाले कर दिया। चौकी इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर रंजीत सिंह सैयाम ने बताया कि परिजनों के अनुसार 13 व 14 वर्षीय लड़कियां 03 अप्रैल से घर से बिना बताए गायब थीं। 09 अप्रैल को समनापुर थाने में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट के आधार पर जांच में पता चला कि अमरपुर चौकी के ग्राम आलोनी हर्रा टोला निवासी बैगा परिवार की बेटियां लॉकडाउन के दौरान केरल रवाना हो गईं थीं। पूर्व में समनापुर थाने में अपहरण का मामला बनाया गया था। फिर चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर सैयाम ने दोनों लड़कियों से बात की तो मालूम हुआ कि वह लॉकडाउन के कारण केरल में फंसी हुई हैं। काम की तलाश में घर पर बिना बताए कुछ लोगों के साथ केरल चली गई थीं। पुलिस ने उन्हें गांव वापस आने की समझाइश दी और आज दोनों लड़कियां लौट आईं, जिन्हें पुलिस ने सही सलामत परिजनों को सौंप दिया।

GREAT WORK | डिंडौरी पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से लापता 39 बच्चों में से 21 का पता लगाया, ‘OPERATION FIND SOULS’ के तहत मिली सफलता

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SP संजय सिंह और ASP विवेक कुमार लाल ने थाना प्रभारियों और विवेचकों के प्रयासों की सराहना करते हुए अवॉर्ड देने की घोषणा की

डिंडौरी | डिंडौरी पुलिस ने इंटरनेशनल मिसिंग चाइल्ड डे (25 मई) पर जिले के 39 लापता बच्चों में से 21 को ढूंढ़ने में सफलता हासिल की है। ASP विवेक कुमार लाल ने डिंडौरीडॉटनेट को बताया कि मिसिंग बच्चों को तलाशने के लिए पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ‘OPERATION FIND SOULS’ चलाया था, जिसके तहत बड़ी सफलता मिली है। गुमशुदा बच्चों में 11 में से 07 डिंडौरी कोतवाली, 08 में 05 शहपुरा, 08 में से 05 समनापुर, 03 में से 02 करंजिया, 01 में से 01 बजाग और 05 में से 01 गाड़ासरई थाना प्रभारी के प्रयासों से ढूंढ़े जा सके। SP संजय सिंह ने सभी थाना प्रभारियों और विवेचकों के प्रयासों की सराहना करते हुए अवॉर्ड देने की घोषणा की है। ‘OPERATION FIND SOULS’ में थाना प्रभारियों ने टीम के साथ लापता बच्चों की खोजबीन में दिन-रात एक कर दी। आगामी 02-03 दिनों में तमाम औपचारिकताएं पूर्ण कर बच्चाें को दस्तयाब कर सुरक्षित परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। ऑपरेशन में लापता बच्चों के परिजनों ने पुलिस टीम काे भरपूर सहयोग प्रदान किया।

NEWS UPDATE | संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल का डिंडौरी जिले की सेहत पर सीधा असर, जिला अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में घंटों तक परेशान हो रहे नागरिक

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कहीं OPD की समस्या, कहीं दवाओं की परेशानी… अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखरेख के लिए इधर-उधर भागते नजर आए परिजन

डिंडौरी | मध्यप्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर 24 मई से प्रारंभ डिंडौरी जिले के 350 से अधिक कॉन्ट्रैक्चुअल हेल्थ वर्कर्स की सामूहिक हड़ताल ने महज 24 घंटे में ही जिले की सेहत पर बुरा असर डालना शुरू कर दिया। मंगलवार को जिला अस्पताल सहित शहपुरा, बजाग, समनापुर, अमरपुर, करंजिया और मेहंदवानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में हड़ताल का सीधा असर देखा गया। नागरिकों को कहीं OPD की समस्या तो कहीं दवाओं की परेशानी से दो-चार होना पड़ा। अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजन उनकी देखरेख के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को इधर-उधर ढूंढ़ते नजर आए। परिजनों ने दु:खी मन से कहा कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हड़ताल के लिए गलत समय चुना है। आज कोरोना के विकट दौर में जब लोगों की जान हर वक्त जोखिम में है, तब जिले के सैकड़ों संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी जिम्मेदारी भूलकर अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। इधर, संविदा कर्मियों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेश 19000 से अधिक कर्मचारी कोरोना काल में दो साल से आधे वेतन पर 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं। वह पूर्व में भी कई बार सरकार से अपनी मांगें बता चुके हैं, लेकिन उनकी किसी भी समस्या का निदान अब तक नहीं हो सका है। लिहाजा, उनके पास हड़ताल के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा। उनकी मांग है कि 05 जून 2018 की नीति के अनुसार नियमित कर्मचारी के वेतनमान का न्यूनतम 90% भुगतान मिले और आउटसोर्सिंग एजेंसी में शामिल निष्कासित व सपोर्ट स्टाफ की तत्काल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में वापसी कराई जाए।

अस्पतालों में पहले ही स्टाफ की कमी और अब हड़ताल की मार

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से जिले के अस्पतालों में एक ही दिन में हाहाकार की स्थिति बन गई है। वैसे भी जिले में पहले से ही स्टाफ की कमी थी और अब सामूहिक हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। डिंडौरी जिला अस्पताल में कार्यरत 70 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मियों सहित जिलेभर के लगभग 350 कर्मचारियों की गैर-मौजूदगी आम नागरिकों के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है। गाड़ासरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को 11 साल की बेटी का इलाज कराने पहुंचे रामकुमार साहू ने बताया कि बिटिया तीन दिन से ठीक से सो नहीं पा रही है। उसे सांस लेने में तकलीफ है और हर दो-तीन घंटे में बुखार आ रहा है। वह करीब तीन घंटे तक OPD के आसपास घूमते रहे, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली। अंतत: एक मित्र के सहयोग से उन्होंने गांव में ही किसी अन्य डॉक्टर से बेटी की जांच करवाई। रामकुमार की तरह ऐसे कई नागरिक हैं, जिन्हें संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। 

डिंडौरी | जिले के नागरिकों की दैनिक ज़रूरतों को ध्यान में रखकर दी जा रही 27 मई से किराना और सब्जी दुकानें खोलने की अनुमति, न करें लापरवाही : फग्गन सिंह कुलस्ते

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सांसद और केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री कुलस्ते ने डिंडौरी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप मेंबर्स के साथ की वर्चुअल मीटिंग, कोरोना कर्फ्यू में छूट के दौरान सावधानी बरतने की दी हिदायत

डिंडौरी | डिंडौरी जिले के नागरिकों की दैनिक जरूरतों का ध्यान रखकर ही 27 मई से सुबह 06 से 11 बजे तक किराना, सब्ज़ी और फल दुकानों को खोलने की अनुमति दी जा रही है। जिले के नागरिक छूट का अनावश्यक फायदा न उठाएं और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतें। यह कहना था सांसद और केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का। वह मंगलवार को डिंडौरी कलेक्टर रत्नाकर झा सहित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप मेंबर्स के साथ वर्चुअल मीटिंग कर रहे थे। उन्हें कलेक्टर ने जिले में 01 जून की सुबह 07 बजे तक बढ़ाए गए कोरोना कर्फ्यू की जानकारी प्रदान की। सांसद कुलस्ते ने टीम को निर्देश दिए कि जिले के नागरिकों को कर्फ्यू का शत प्रतिशत पालन करने की हिदायत देते हुए वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि 27 मई से दी जा रही रियायत के दौरान प्रोटोकॉल का उल्लंघन न हो। 

मीटिंग में उपस्थित रहे क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य

वर्चुअल मीटिंग के दौरान SP संजय सिंह, शहपुरा विधायक भूपेंद्र सिंह मरावी, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, नगर पंचायत अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम, नपं उपाध्यक्ष महेश पाराशर, जिला पंचायत CEO अरूण कुमार विश्वकर्मा, ADM मिनिषा भगवती पांडेय, डिप्टी कलेक्टर रजनी वर्मा, शहपुरा SDM शहपुरा अंजू विश्वकर्मा, प्रभारी CMHO डॉ. रमेश सिंह मरावी, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. संतोष शुक्ला, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील जैन, वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक अवधिया, इंद्रपाल सोनपाली आदि मौजूद थे।