दूध विक्रय और आटा चक्की संचालन की इजाजत भी मिली, छत्तीसगढ़ की सीमा से यात्रियों और यात्री वाहनों के आवागमन पर 31 मई तक रोक
डिंडौरी | डिंडौरी जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना कर्फ्यू की अवधि अब 01 जून की सुबह 07 बजे तक बढ़ा दी गई है। पहले कर्फ्यू की अवधि 27 मई की सुबह 07 बजे तक निर्धारित है। कलेक्टर रत्नाकर झा ने मंगलवार को नया आदेश जारी कर दिया है। जिले में 27 मई से सुबह 06 से 11 बजे तक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किराना, सब्जी व फल दुकानों और आटा चक्की खोलने की अनुमति दे दी गई है। साथ ही दूध विक्रय के लिए भी यही समय सीमा तय की गई है। छत्तीसगढ़ की सीमा से यात्रियों और यात्री वाहनों के आवागमन पर 31 मई तक रोक रहेगी। कलेक्टर ने कहा कि अन्य नियम व शर्तें पूर्व की तरह ही लागू होंगी।
जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के डेडिकेटेड वार्ड में 80 से अधिक मरीज़ भर्ती
15 मरीज़ों को भी शीघ्र डिस्चार्ज
जबलपुर, छिंदवाड़ा ज़िले के हर्रई की अंजली नेमा को ब्लैक फंगस की वजह से आंख में दिखना बंद हो गया, जिसकी वजह से उन्हें नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में बने ब्लैक फंगस के डेडिकेटेड वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद वार्ड प्रभारी एवं ई.एन.टी. विभागाध्यक्ष डॉ. कविता सचदेवा ने अंजलि की आंख की सर्जरी कर आंख से मवाद निकाला जिससे उनके आंख की रोशनी वापस लौट आई। मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस का सफलतम इलाज पाने वाली कई कहानियाँ और भी हैं।
विदित हो कि मेडिकल कॉलेज जबलपुर में बने म्यूकरमायकोसिस के डेडिकेटेड वार्ड में भर्ती 80 से अधिक मरीजों की जांच एवं उपचार का बेहतर प्रबंध किया गया है। जहाँ वार्ड प्रभारी एवं ई.एन.टी. विभागाध्यक्ष डॉ. सचदेवा सहित अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर प्रतिदिन प्रत्येक मरीज का अपडेट ले रहेे हैं। जिसके अंतर्गत ब्लैक फंगस के प्रारंभिक लक्षणों वाले मरीजों को दवाईयां दी जा रही है। यहाँ अब तक गंभीर स्थिति वाले 15 मरीजों की सर्जरी भी की जा चुकी है। इन्हें शीघ्र ही डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा। अंजलि आंख में ब्लैक फंगस की समस्या से जूझ रहे उन तीन ख़ुशनसीब मरीजों में से हैं जिन्हें दिखाई देना बंद हो गया था लेकिन डॉ. सचदेवा और उनकी टीम के द्वारा सफलतम सर्जरी करने के बाद उन्हें दिखाई देना फिर से शुरू हो गया। डॉक्टर्स के मुताबिक समय पर जांच व उपचार ही इस पोस्ट कोविड बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।
01 मई से अब तक 20 दिन में जिले में मिले 1499 नए कोरोना मरीज, जबकि इस अवधि में रिकॉर्ड 1453 व्यक्ति हुए डिस्चार्ज
डिंडौरी | जिले में गुरुवार की शाम तक कुल 919 सैंपल्स में से सिर्फ 50 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं, 82 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (DPM) विक्रम सिंह ने बताया कि आज जिले के रिकॉर्ड 1009 नागरिकों ने कोविड टेस्टिंग कराई है, जबकि 551 सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है। अब एक्टिव केस 514 पर आ गए हैं। वहीं, ऑलटाइम मरीजों की संख्या 4461 और ओवरऑल डिस्चार्ज केस 3921 हो गए हैं। अभी तक जिलेभर के 94959 नागरिकों की कोरोना जांच कराई जा चुकी है। जिले में 01 मई से 20 मई तक 1499 कोरोना केस मिले हैं, जबकि इसी अवधि में 1453 मरीज कोरोना से जंग जीतकर सकुशल घर जा चुके हैं। वर्तमान में 365 संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेशन और 138 लोगों काे जिला अस्पताल व डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। 11 गंभीर मरीजों का इलाज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर में जारी है। संक्रमण से मौतों का आंकड़ा अब 26 पर पहुंच चुका है।
ग्राहकी बिगड़ने का हवाला देकर दुकान खोलने के पक्ष में था मृतक राकेश, पिता रामगुलाम साहू ने इनकार किया तो फंदे पर झूल गया बेटा
मृतक राकेश साहू की तस्वीर
डिंडौरी/करंजिया | डिंडौरी जिले के करंजिया में कोरोना कर्फ्यू के दौरान दुकान खोलने को लेकर बुधवार को स्थानीय व्यापारी रामगुलाम साहू व बेटे राकेश के बीच जबरदस्त बहस हो गई और अंजाम बेटे की मौत तक पहुंच गया। दरअसल, मृतक राकेश ने ग्राहकी बिगड़ने का हवाला देकर पिता से दुकान खाेलने की इच्छा जताई, लेकिन पिता ने कोरोना कर्फ्यू के कारण इनकार कर दिया। इस बात से नाराज राकेश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रामगुलाम साहू ने बताया कि वह श्रीराम ट्रेडर्स नाम से हार्डवेयर दुकान चलाते हैं। कोरोना संक्रमण के चलते जिले में 27 मई की सुबह 07 बजे तक लागू प्रतिबंध की वजह से काफी दिनों से दुकान बंद है। इसे लेकर राकेश उनसे कई दिनों से बात कर रहा था और आज फिर ग्राहकी खराब होने का तर्क देते हुए दुकान खोलने की इच्छा जताई। लेकिन प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना कर दुकान खोलना रामगुलाम साहू को ठीक नहीं लगा, इसलिए उन्होंने बेटे काे मना कर दिया। यह बात राकेश को नागवार गुजरी और उसने गुस्से में आकर इतना बड़ा कदम उठा लिया। बीते कुछ दिनों से पिता-पुत्र में दुकान खोलने को लेकर बहसबाजी चल रही थी, जिसका अंत आज राकेश की मौत से हुआ।
14 अप्रैल से अब तक 36 दिन में जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन से रिकॉर्ड 2569 व्यक्तियों को मिली छुट्टी
Highlights | Active Case : 547 | All-time Case : 4411 | Today Discharge : 78 | Overall Discharge : 3839 | Total Death : 25
डिंडौरी | जिले में बुधवार की शाम तक कुल 811 सैंपल्स में से सिर्फ 35 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं, 78 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर आज जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (DPM) विक्रम सिंह ने बताया कि आज जिले के रिकॉर्ड 919 नागरिकों ने कोविड टेस्टिंग कराई है, जबकि 551 सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है। अब एक्टिव केस 547 पर आ गए हैं। वहीं, ऑलटाइम मरीजों की संख्या 4411 और ओवरऑल डिस्चार्ज केस 3839 हैं। अभी तक जिलेभर के 93950 नागरिकों की कोरोना जांच कराई जा चुकी है। जिले में महज 36 दिन में रिकॉर्ड 2569 मरीज कोरोना से जंग जीतकर सकुशल घर पहुंच चुके हैं। वर्तमान में 381 संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेशन और 155 लोगों काे जिला अस्पताल व डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। 11 गंभीर मरीजों का इलाज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर में जारी है। अब तक जिले के 25 नागरिक संक्रमण से जान गंवा चुके हैं। 14 अप्रैल से आज तक स्वस्थ हुए मरीज 👇 19 मई, बुधवार : 78 18 मई, मंगलवार : 118 17 मई, सोमवार : 66 16 मई, रविवार : 84 15 मई, शनिवार : 126 14 मई, शुक्रवार : 94 13 मई, गुरुवार : 72 12 मई, बुधवार : 165 11 मई, मंगलवार : 16 10 मई, सोमवार : 19 09 मई, रविवार : 28 08 मई, शनिवार : 36 07 मई, शुक्रवार : 13 06 मई, गुरुवार : 68 05 मई, बुधवार : 41 04 मई, मंगलवार : 64 03 मई, सोमवार : 110 02 मई, रविवार : 90 01 मई, शनिवार : 83 30 अप्रैल, शुक्रवार : 126 29 अप्रैल, गुरुवार : 40 28 अप्रैल, बुधवार : 11 27 अप्रैल, मंगलवार : 115 26 अप्रैल, सोमवार : 133 25 अप्रैल, रविवार : 37 24 अप्रैल, शनिवार : 145 23 अप्रैल, शुक्रवार : 127 22 अप्रैल, गुरुवार : 101 21 अप्रैल, बुधवार : 20 20 अप्रैल, मंगलवार : 05 19 अप्रैल, सोमवार : 52 18 अप्रैल, रविवार : 65 17 अप्रैल, शनिवार : 71 16 अप्रैल, शुक्रवार : 64 15 अप्रैल, गुरुवार : 58 14 अप्रैल, बुधवार : 29
एडवोकेट सम्यक, जबलपुर के लॉ स्टूडेंट मनन अग्रवाल और एडवोकेट धीरज तिवारी ने 06 अप्रैल को मप्र हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका मुख्य न्यायाधीश मो. रफीक और न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन की खंडपीठ ने नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए दिया 04 हफ्ते का समय
डिंडौरी | डिंडौरी के एडवोकेट सम्यक जैन, जबलपुर के लॉ स्टूडेंट मनन अग्रवाल और एडवोकेट धीरज तिवारी की रिट पिटीशन पर जिले सहित मप्र के जंगलों में लगी आग पर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकार से जवाब मांगा है। मुख्य न्यायाधीश मो. रफीक और न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन की खंडपीठ ने सरकार को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण के लिए 04 हफ्ते का समय दिया है। कोर्ट ने तीनों युवाओं की याचिका पर संज्ञान लेते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव, मध्यप्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, मप्र वन विभाग के प्रधान सचिव और वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक को नोटिस भेजा है। पत्र के अनुसार मार्च महीने के अंत से ही डिंडौरी जिले के बजाग, शहपुरा, शाहपुर व अमरपुर ब्लॉक सहित बांधवगढ़ नेशनल पार्क, अनूपपुर, शहडोल, अमरकंटक आदि के वन क्षेत्र काे आग की लपटों ने नष्ट कर दिया था। इससे वनसंपदा को बहुत हानि हुई और पर्यावरण के लिए उपयोगी जीवों का विनाश हो गया था। युवा याचिकाकर्ताओं ने पत्र में उल्लेख किया था कि इस भीषण आग की वजह सरकार से पूछकर मामले की सख्त जांच कराई जाए। हाईकोर्ट ने युवाओं की मंशा को समझा और याचिका स्वीकृत कर केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस भेजा। कोर्ट ने अंशुमन सिंह को एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) भी नियुक्त कर दिया है। युवाओं ने हाईकोर्ट से निवेदन किया था कि भयावह अग्निकांड की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराई जाए।
क्या थे जनहित याचिका के प्रमुख अभिकथन याचिका में सम्यक, मनन और धीरज ने कहा था, “मौसम विज्ञान विभाग की लगातार चेतावनी और संबंधित वन अधिकारियों को उपग्रहों से उपलब्ध जानकारी के बावजूद सरकार ने समयबद्ध तरीके से कोई ऐहतियाती कदम नहीं उठाए। जंगल और पेड़ भारतीय संविधान के अनुच्छेद-21 का अनिवार्य हिस्सा हैं। बिना सोचे-समझे पेड़ों की कटाई या आगजनी प्रकृति के लिए विनाशकारी है। यह कृत्य पीढ़ी की समानता के खिलाफ है और न केवल मनुष्यों बल्कि अनंत वनस्पतियों और जीव-जंतुओं के अस्तित्व के लिए हानिहारक भी है।” युवाओं ने जंगलों का महत्व बताने के लिए विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का हवाला भी दिया था। जांच के लिए विशेष समिति गठित करने की मांग एडवोकेट सम्यक, मनन और धीरज ने मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच के लिए विशेष समिति गठित करने की मांग की थी, जिसे हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। उनका पक्ष था कि अगर इतने गंभीर प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो भविष्य में जंगलों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं ली जा सकेगी। साथ ही वनसंपदा सहित मनुष्य और बेशुमार जीव-जंतुओं का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने पिटीशन पर विचार करते हुए 13 मई को इसे जनहित याचिका के रूप में पंजीकृत करने का आदेश दिया था। फिर 17 मई को कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 04 हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
आईपीसी की धारा 143, 323, 341 और एस सी एस टी एक्ट की धारा 3(1)(द)(ध), 3(2)(va) के तहत मामला दर्ज
बाड़मेर, पांधी की निवाण ग्राम पंचायत की सामान्य सीट से अनुसूचित जाति की महिला सजनी मेघवाल ने चुनाव जीता. उस चुनाव में उनके देवर सिदाराम हेगड़े की अहम् भूमिका रही. लेकिन चुनाव जीतने के बाद से ही उनके देवर और प्रतिनिधि को पंचायत के कुछ लोग परेशान करने लगे. कभी उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया जाता तो कभी मारपीट करने की कोशिश भी की जाती. आपसी बीचबचाव और समझाईश से कुछ समय तक बात भी बनी लेकिन कुछ दिनों पहले सरपंच प्रतिनिधि पर पंचायत के उन्हीं लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया. जिसकी वजह से वो अपना मामला लेकर थाना सेडवा पहुँचे और थाना प्रभारी को लिखित रूप से शिकायत की. जिसके मुताबिक़ सिदाराम पर 15 मई को सुबह 11 बजे सुनियोजित तरीके से लाठियों के साथ रमजान पुत्र तैय्यब खां, जाहगीर पुत्र हलीम खां, अकबर पुत्र जीयण खां, तुराब अली पुत्र ताजमोहम्मद, जाकब पुत्र लबाना, खालीद पुत्र ग़ुलाम अली, बाबू पुत्र नसीर खां द्वारा जानलेवा हमला किया गया. लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें बचा लिया. सरपंच प्रतिनिधि की लिखित शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पुलिस द्वारा रमजान, जहागीर, अकबर, तुराब अली, जाकब, खालिद और बाबू खान पर आईपीसी की धारा 143, 323, 341 और एस सी एस टी एक्ट की धारा 3(1)(द)(ध), 3(2)(va) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
अन्य महिला सरपंच के संवैधानिक अधिकारों के हनन का मामला भी आया था सामने पिछले महीने अप्रैल में बाड़मेर ज़िला की गडरारोड़ पंचायत समिति के कुबड़िया ग्राम पंचायत में भी एक मामला प्रकाश में आया, जिसमें अनुसूचित जाति की महिला सरपंच सुशीला के संवैधानिक अधिकारों का हनन करने के साथ-साथ उन्हें अपमानित करने की बात सामने आयी. अपने साथ हो रहे दुर्व्यवहार चलते सरपंच ने 7 अप्रैल को बाड़मेर कलेक्टर ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें बैठकों की जानकरी दिए बिना उनकी पंचायत की सामान्य जाति की महिला उपसरपंच ने साधारण बैठक की अध्यक्षता करके एक ही दिन में चार-चार प्रस्ताव पारित किये हैं. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि बैठकों की जानकारी उन्हें न दी गयी हो. सरपंच ने अपने ज्ञापन में लिखते हुए आरोप लगाया है ये सब वहाँ के विधायक आमीन खान के इशारे पर और बीडीओ की मिलीभगत से किया जा रहा है. अनुसूचित जाति की सरपंच सुशीला ने कहा है कि यदि उनके संवैधानिक अधिकारों के हनन को नहीं रोका गया तो वो जौहर भी कर सकती हैं.
अनुसूचित जाति से जुड़े अपराध के मामले में राजस्थान दूसरे नंबर पर NCRB द्वारा 2019 में प्रकाशित क्राइम इन इंडिया में दिए गए आँकड़ों के मुताबिक़ 2019 में अनुसूचित जाति पर सबसे ज्यादा अपराध उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश में दर्ज किये गए. 2019 में अनुसूचित जाति के खिलाफ करीब 45935 अपराध हुए जो कि 2018 की तुलना में 7.3 फीसदी ज्यादा है. उत्तर प्रदेश में 11829 जबकि राजस्थान में अनुसूचित जाति पर अत्याचार के 6,794 मामले दर्ज किए गए.
पूर्व में समनापुर भाजपा मंडल अध्यक्ष हेम सिंह राजपूत और स्थानीय ग्रामीण भी कर चुके कलेक्टर से आग्रह
डिंडौरी | जिले के समनापुर ब्लॉक की SDO नम्रता पेंद्रो का ट्रांसफर कराने को लेकर बसपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद असगर सिद्दीकी ने मंगलवार को कलेक्टर रत्नाकर झा को पत्र लिखा है। उन्होंने SDO पर प्रशासनिक कार्यों में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। बसपा जिलाध्यक्ष ने आवेदन में कहा कि समनापुर की कई ग्राम पंचायतों के नागरिकों से SDO नम्रता की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायतें मिल रही हैं। उनकी लापरवाही के कारण पंचायतों के अति आवश्यक कार्य रुके हुए हैं। कोरोना काल में सैकड़ों मजदूरों की रोजी-रोटी का सहारा मनरेगा योजना के कार्यों में वह बिना लेन-देन ज़रूरी दस्तावेजों पर दस्तखत नहीं करतीं। मोहम्मद असगर ने कलेक्टर को शिकायतों की कॉपी सहित कुछ अन्य साक्ष्य कलेक्टर के नाम सौंपते हुए SDO के खिलाफ सख्त कराकर उन्हें हटाने का निवेदन किया है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष सहित जनपद सदस्य व ग्रामीण भी लिख चुके कलेक्टर को पत्र
SDO नम्रता की लापरवाह कार्यशैली के संबंध में पूर्व में भाजपा समनापुर मंडल अध्यक्ष हेम सिंह राजपूत और जनपद सदस्य सहित कई गांवों के सरपंच-सचिव भी कलेक्टर को पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने भी SDO का ट्रांसफर करने के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया है। आरोप हैं कि ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यों की पूर्ति के लिए नम्रता पेंद्रो सरपंच-सचिव से मोटी रकम की मांग करती हैं। साथ ही मनरेगा मजदूर भी उनकी हरकतों के कारण बेहद परेशान हैं और मजबूरी में उन्हें रोजगार की तलाश में गांवों से पलायन करना पड़ रहा है।
Highlights | Active Case : 591 | All-time Case : 4376 | Today Discharge : 118 | Overall Discharge : 3761 | Total Death : 24
डिंडौरी | जिले में मंगलवार शाम तक 66 नए कोरोना केस मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (DPM) विक्रम सिंह ने बताया कि आज जिला अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन से 118 व्यक्तियों को डिस्चार्ज भी किया गया है। आज के केस कल कलेक्ट किए गए 712 सैम्पल्स में सामने आए हैं। जिले में अब एक्टिव केस 591 पर आ गए हैं। ऑलटाइम मरीजों की संख्या 4376 है और अब तक 3761 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आज कलेक्ट किए रिकॉर्ड 811 सैम्पल्स
DPM विक्रम सिंह ने बताया कि जिले में कोविड टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी गई है। आज स्वास्थ्य विभाग ने रिकॉर्ड 811 सैम्पल कलेक्ट किए हैं। वहीं, 551 लोगों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। अभी तक कुल 93031 नागरिकों की जांच कराई जा चुकी है। वर्तमान में जिले की कोरोना पॉजीटिविटी दर 15% से भी कम है।
सिर्फ 35 दिनों में रिकॉर्ड 2491 मरीज स्वस्थ होकर पहुंचे घर
डिंडौरी जिले में महज 35 दिन में रिकॉर्ड 2491 मरीज कोरोना को हराकर सकुशल घर पहुंच चुके हैं। वर्तमान में 441 संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि 139 लोगों का इलाज जिला अस्पताल व डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में जारी है। जिले के 11 गंभीर मरीजों का इलाज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर में चल रहा है। अब तक जिले के 24 नागरिक संक्रमण से जान गंवा चुके हैं।
मंडल अध्यक्ष मोंगरे ने कहा : यह संगठित और योजनाबद्ध राजनीतिक साजिश, मेरे पास बेगुनाही के कई सबूत, कोर्ट में करूंगा प्रस्तुत
डिंडौरी/करंजिया | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के करंजिया मंडल अध्यक्ष राजकुमार मोंगरे के खिलाफ मंगलवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में एट्रोसिटी एक्ट की धारा 3(1)D और इंडियन पैनल कोड (IPC) 1860 की धारा 389 के तहत केस दर्ज हुआ है। यह कार्रवाई ग्राम चकमी माल की सरपंच फगनी बाई उइके की शिकायत पर की गई है। आरोपों को लेकर राजकुमार मोंगरे ने मीडिया से कहा कि वह निर्दोष हैं। उन पर संगठित और योजनाबद्ध राजनीतिक साजिश रचकर केस दर्ज कराया गया है। उनके पास बेगुनाही के कई सबूत मौजूद हैं, जिन्हें वह कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। दूसरी ओर, मामले पर भाजपा डिंडौरी जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत का कोई भी बयान या स्पष्टीकरण अब तक सामने नहीं आया है। केस की पैरवी जिले के यंग एडवोकेट चेतन नाथ चौहान ने की है।