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शनिवार, अप्रैल 19, 2025
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मुख्यमंत्री ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार इंतजामों की समीक्षा

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वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार इंतजामों की समीक्षा करते मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

जिले में 15 मई तक लागू रहेगा कोरोना जनता कर्फ्यू, मुख्यमंत्री ने कोरोना की रोकथाम हेतु जबलपुर की रणनीति को सराहा
जबलपुर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शुक्रवार को भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं उपचार की व्यवस्थाओं और संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा की। मुख्यमंत्री को जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिये गये निर्णयों की भी जानकारी दी गई।

यहाँ कलेक्ट्रेट कार्यालय के एनआईसी कक्ष से वीडियों कान्फ्रेसिंग के द्वारा प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को जिला आपदा प्रबंधन समूह की शुक्रवार की पूर्वान्ह आयोजित बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 7 मई तक लागू कोरोना जनता कर्फ्यू को अब 15 मई तक बढ़ाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। मंत्री श्री भदौरिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि विधानसभा स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम गठित की गई है। अगले सात दिनों तक पूरी संकल्प शक्ति के साथ समूचे जिले में कोरोना को रोकने और लोगों को जागरूक करने विशेष अभियान चलाया जायेगा। इस मौके पर विधायक सर्वश्री अजय विश्नोई, सुशील तिवारी इंदू, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, निगमायुक्त संदीप जीआर, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, जिला पंचायत की सीईओ ऋजु बाफना मौजूद रहीं।

जबलपुर की व्यवस्था अन्य जिलों के लिये अनुकरणीय
मुख्यमंत्री ने जबलपुर जिले में विधानसभा स्तर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार इंतजामों की निगरानी हेतु संबंधित विधायक की अगुवाई में 6 सदस्यीय टीम गठित करने के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा यह व्यवस्था अन्य जिलों में भी की जाये, इसे संबंधित विधायक लीड करें। मंत्री श्री भदौरिया ने बताया कि विधानसभा स्तर पर गठित टीम में संबंधित विधायक सहित एसडीएम, एसडीओ पुलिस, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर पालिका व नगर पंचायत के सीएमओ तथा संबंधित जनपद पंचायत के सीईओ को शामिल किया गया है। इसी प्रकार पंचायत स्तर पर भी माईक्रो मैनेजमेंट करके जनप्रतिनिधि, समाजसेवियों, पटवारी, रोजगार सहायक, सचिव आदि की टीम बनाकर सात दिनों तक कोरोना की रोकथाम हेतु अभियान चलाया जायेगा।

सहकारिता मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहाँ निजी मेडिकल एसोसियेशन और निजी नर्सिंग कॉलेज सहित अस्पतालों ने एक अच्छी पहल कर कोविड केयर सेंटर में दिनवार डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने की सहमति प्रदान की है। अगले 3-4 दिनों में यह व्यवस्था शुरू भी हो जायेगी।

मंत्री श्री भदौरिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि विधायक अजय विश्नोई से सुझाव प्राप्त हुआ है कि नर्सिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित इंटर्नशिप करने वाले आयुष चिकित्सकों की भी कोरोना केयर सेंटर में सेवायें ली जा सकती हैं। इससे चिकित्सकीय स्टॉफ की उपलब्धता बढ़ेगी। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल इस प्रस्ताव पर अमल का निर्देश अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को दिया।

टीम भावना से करें कार्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिले में जनप्रतिनिधियों, अधिकारी व समाजसेवी मिलकर टीम भावना से कार्य करें। तभी इस महामारी पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सकेगा।

इसके पूर्व कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया कि जिले में अभी तक 36 हजार 251 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं, जिसमें में स्वस्थ्य होकर घर जाने वाले लोग 30 हजार 583 हैं। वर्तमान में जिले का रिकवरी रेट पहले की तुलना में सुधर कर अब 84.36 प्रतिशत हो गया है, जो जिले के लिये एक सुखद संकेत है। कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों पहले तक कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 29 प्रतिशत से कम हो गई है, यह अब 24.28 फीसदी तक आ गई है।

युद्धस्तर पर चलेगा अभियान
मुख्यमंत्री को कलेक्टर ने वर्चुअली जानकारी दी कि जिले के शहरी क्षेत्र में 65 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 94 स्थानों को माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है और इन क्षेत्रों में सख्ती से कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि अलगे सात दिनों तक युद्ध स्तर पर कोरोना नियंत्रण, उपचार व बचाव कार्य किया जायेगा। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले में वर्तमान में 2079 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड एवं 1416 आईसीयू मिलाकर कुल 3495 बेड उपलब्ध हैं। बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में अब तक साढे 10 हजार कोरोना दवाइयों का किट वितरित किया जा चुका है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के अंदर घर-घर सर्वे कर कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को कोरोना की दवाई की किट वितरित की जा रही है। नगर निगम द्वारा भी शहरी क्षेत्र में कोरोना मरीजों को घर जाकर कोरोना की दवायें दी जा रही हैं।

कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में जबलपुर के आस-पास के 18 जिलों से कोरोना संक्रमित मरीज रेफर होकर यहाँ आ रहे हैं। जिले में कोविड केयर सेंटर तैयार किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डी मार्ट कोविड केयर सेंटर में असिम्प्टोमेटिक, माइल्ड एवं ऑक्सीजन की आवश्यकता न पड़ने वाले मरीजों का उपचार किया जायेगा। भविष्य में इसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सहायता से ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराये जायेंगे।

कोरोना का घर पर इलाज कब हो सकता है, पटना एम्स ने जारी किया कोविड-19 प्रोटोकॉल

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कोरोना के लक्षण आने पर इंतज़ार न करें और तुरंत जाँच करवाएं और यदि आपकी जाँच रिपोर्ट आ चुकी है और आपके अन्दर कोरोना का संक्रमण पाया गया है तो आपको क्या करना चाहिए. आल इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस पटना ने covid19 प्रबंधन के लिए 12 पेज की एक स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर एंड हैण्ड बुक जारी की है जिसमें covid19 मैनेजमेंट प्रोटोकॉल दिए गए हैं. इसमें बताया गया है कि आपको हल्का यानी माइल्ड covid19 है, इसके लक्षण बच्चों और वयस्कों के लिए एक जैसे हो सकते हैं. ये लक्ष्ण आपके ऊपरी श्वसन भाग और प्रणाली से जुड़े हिस्से जैसे नाक, गला और श्वसन नली में दिखाई दे सकते हैं या महसूस हो सकते हैं. इन लक्षणों के साथ ही या इनके बिना बुखार आना भी हलके covid19 एक लक्षण है. हालाँकि साँस लेने में तकलीफ़ या ऑक्सीजन की कमी यानी hypoxia को माइल्ड covid19 के लक्षण में शामिल नहीं किया गया है. यदि ये लक्षण किसी व्यक्ति में पाए जाते हैं तो उसको OPD से परीक्षण उपरान्त “डे केयर” में रखा जा सकता है या फिर उसे उसके ही घर में आइसोलेशन में रखा जा सकता है. और उसे फ़ोन पर भी सलाह दी जा सकती है.

एक बात जो अलग से यहाँ दी जा रही है वो ये कि हल्का covid19 होने पर आप स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आप 1075 पर अपने इन लक्षणों की जानकारी अवश्य दें. जहाँ से आपको आवश्यक निर्देश जारी कर दिए जाएंगे. हालाँकि कुछ दिनों पहले जब ख़ुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहाँ कॉल किया तो आधे घंटे इंतज़ार के बाद उनकी कॉल कनेक्ट हो पायी. उम्मीद है कि अब ये हेल्पलाइन पहले से बेहतर हो गयी होगी. खैर, अगर यहाँ कॉल कनेक्ट न हो तो अपने शहर के covid कण्ट्रोल सेण्टर पर कॉल करें. मेरी मानें तो घर में किसी के संक्रमित होने का इंतज़ार न करें. अपने शहर के covid कण्ट्रोल सेण्टर का नम्बर फ़ोन पर सुरक्षित करके रखें. इंजेक्शन, ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने वाले विभाग, कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थाओं के नम्बर भी रखें. ताकि वक़्त पड़ने पर आपके या किसी और के काम आ सकें.

पटना एम्स के द्वारा जारी covid19 प्रोटोकॉल के मुताबिक़

यदि आपको हल्का covid19 है तो आपको covid19 प्रोटोकॉल के तहत समुचित खान-पान, पोषण और पानी पियें.

व्यक्तिगत सुरक्षा उपायों का पालन करना जारी रखें, फेस मास्क लगायें. दो वर्ष से ऊपर के बच्चे भी फेस मास्क लगा सकते हैं.

हर छः घंटे में अपना तापमान नापें और यदि लगातार बुखार आ रहा है तो हर घंटे अपना तापमान लें. बुखार को नियंत्रित करने के लिए आप नल के साफ़ पानी में सूती कपड़े को भिगाकर उसकी पट्टी माथे पर रखें.

छः मिनट पैदल चलने के पहले और बाद में अपने शरीर में ऑक्सीजन का स्तर यानी SPo2 नापें. यदि ये 94 प्रतिशत से कम है या पैदल चलने के बाद इसमें 5 प्रतिशत गिरावट आती है तो चिकित्सक सलाह लें. हर छः घंटे में SPo2 मापते रहे. यदि निचली श्वसन प्रणाली में यानि छाती वाले हिस्से में साँस से जुड़ी कोई तकलीफ़ हो या जलन हो तो हर घंटे एसपीओ2 मापते रहे.

अभिभावकों की देख-रेख में हर छः घंटे में क्लोरेहक्सिडिन से मुँह के अंदरूनी हिस्से को साफ़ करने के लिए कुल्ला करें. जितनी देर ले सकें कम से कम दो बार भाप लें.

माइल्ड covid19 में जो दवाएं इस प्रोटोकॉल के तहत ले सकते हैं वो हैं

सामान्य से अधिक याने 100फेरेनहाईट से ज़्यादा बुखार हो तो 500 mg वाली पेरासिटामोल गोली ले सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि 24 घंटे में उसे अधिकतम 4 बार ही ले सकते हैं. बच्चों को पेरासिटामोल उनके वज़न के मुताबिक़ दी जाती है. यानि 10 से 15 mg पेरासिटामोल प्रति किलोग्राम के हिसाब से. जैसे यदि बच्चे का वज़न 10 किलोग्राम है तो उसे 100 से 150 mg पेरासिटामोल की ख़ुराक एक बार में दी जा सकती है.

विटामिनc की 500mg क्षमता वाली एक गोली दिन में एक बार दो सप्ताह तक रोज़ लें

50mg क्षमता वाली जिंक टेबलेट दिन में एक बार दो सप्ताह तक रोज़ लें, बच्चों ले लिए 20mg की क्षमता वाली जिंक टेबलेट का इस्तेमाल करें

अगर गला बंद लगने जैसी नौबत आये तो लेवोसेटिरिज़िन 5mg + मॉन्टेलुकास्ट 8 mg रोज़ एक गोली रात को सोने से पहले 5 दिन तक लें, बच्चों को लेवोसेटिरिज़िन 2.5mg + मॉन्टेलुकास्ट 4 mg या बच्चों के उनके वज़न और उम्र के मुताबिक़ ख़ुराक दें.

दवायें लेने के दौरान यदि पेट में जलन हो तो 40mg वाली पेंटप्रेज़ोल रोज़ खाली पेट और बच्चों को कम क्षमता यानि 20mg की दें

दस्त लगने पर प्रोबायोटिक 1 सेशे दिन में दो बार और बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार दें

गले की ख़राश और खाँसी से राहत के लिए ज़रूरत पड़ने पर चूसने वाली गोलियाँ ले सकते हैं.

माइल्ड covid19 के लक्षण होने पर ओरल स्टेरॉयड के तौर पर डेक्सामेथासोन 6mg रोज़ या इसके ही बराबर मेथाईलप्रेडिसिलोन की खुराक, और बच्चों को प्रेडिसिलोन 1mg/ किग्रा के हिसाब से प्रतिदिन या फिर इसकी के बराबर डेक्सामेथासोन या मेथाईलप्रेडिसिलोन की ख़ुराक लेने की सलाह covid19 प्रोटोकॉल में दी गयी है, लेकिन स्टडी में विशेषज्ञों ने पाया है कि जिन लोगों का SPO2 94% से ऊपर है उनके लिए स्टेरॉयड फ़ायदेमंद नहीं हैं. इसलिए वे स्तेरोइड्स न लें.

इस तरह से देखभाल और दवा लेने के बाद बीमारी के तीसरे से लेकर पाँचवे दिन तक ये टेस्ट करवाएं, अगर पहले हो चुके हों तो फिर से ये टेस्ट करवाएं.

CBC with peripheral smear
CRP, Serum ferritin, Serum LDH
PT, aPTT, INR, D-Dimer, Fibrinogen
LFT, RFT
Chest X Ray PA VIEW (इसमें देखें कि श्वसन तंत्र के निचले हिस्से में लक्षण हैं या नहीं)

कुछ मुद्राएं हैं जो आपको जागते हुए करना है. हर मुद्रा आप 30 मिनट से लेकर अधिकतम 2 घंटे तक कर सकते हैं. किसी भी मुद्रा में समयसीमा बर्दाश्त की हद तक ही रखें.

पहली मुद्रा है पेट के बल लेटना
दूसरी है दाहिनी ओर (दाईं ओर) लेटना
तीसरी है इस तरह से 60 से 90 डिग्री में बैठना या इस तरह से चेहरा ऊपर करके सीधे लेटना
चौथा बाईं ओर लेटना
और पाँचवा वापिस पहली मुद्रा में पेट के बल लेटना

14 दिन के होम आइसोलेशन समाप्त होने के बाद आपके टेस्ट के आधार पर डॉक्टर्स को लगता है कि आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर है तो आपको 20 दिन तक आइसोलेशन में और रहना चाहिए. माइल्ड covid19 के इस तरह से इलाज के पश्चात् हॉस्पिटल से छुट्टी के लिए या फिर होम आइसोलेशन ख़त्म करने के लिए RTPCR नेगेटिव रिपोर्ट की ज़रूरत नहीं पड़ती है.

इस तरह से माइल्ड covid होने की स्थिति में चिक्तिसक की सलाह लेकर आप घर में रहकर अपनी देखभाल कर सकते हैं लेकिन मध्यम और बहुत अधिक covid19 से पीड़ित होने पर आपको चिकित्सक की देखरेख में हॉस्पिटल में भर्ती होना ही पड़ेगा.

अस्वीकरण – उपरोक्त जानकारी पटना एम्स के द्वारा जारी covid-19 प्रोटोकॉल के कुछ हिस्से का हिन्दी अनुवाद है, जिसके हम सौ प्रतिशत सटीक होने का दवा नहीं करते. हलचल मीडिया द्वारा ये जानकारी आपको भय की स्थिति से बचाने के लिए दी गयी है. हमारी सलाह है कि covid-19 या किसी भी तरह की बीमारी का इलाज करने के लिए दवाएं स्वयं के मुताबिक न लें. ऊपर दी हुई दवाएं एवं जाँच एवं परीक्षण प्रमाणित चिकित्सक एवं लैब के निर्देश में ही करवाएं. उपरोक्त सामग्री को जानकारी मानकर चलें. प्रमाणित इलाज के लिए अपने चिकित्सक या अस्पताल की सहायता लें. उपरोक्त जानकरी का इस्तेमाल यदि आप स्वयं के लिए इलाज के लिए बिना किसी अनुभवी और प्रमाणिक चिकित्सक की सलाह के बिना करते हैं तो उससे हुए नुक्सान या हानि के लिए हलचल मीडिया ज़िम्मेदार नहीं होगा

झूठे एवं भ्रामक संदेशों के प्रसार पर लगाम लगाने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म्स पर धारा 144 लागू

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जबलपुर कलेक्टर द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत जारी आदेश

जबलपुर, सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर लोगों ने काफ़ी भ्रम और झूठ फैलाया है, इस दौरान धर्म और सम्प्रदाय से जुड़े अपातिजनक सोशल मीडिया सन्देश भी वायरल हो रहे हैं. इस सबके मद्देनज़र पर रोक लगाने के लिए जिला दंडाधिकारी कर्मवीर शर्मा ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत कल एक आदेश जारी कर जिले की राजस्व सीमा के भीतर व्हाट्स अप, फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर कोरोना को लेकर भ्रामक, आपत्तिजनक और उद्वेलित करने वाली सूचनाओं, सन्देश, आडियो-वीडियो एवं फोटो को शेयर करने, फारवर्ड करने एवं कमेंट करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधात्मक आदेश में कहा गया कि असामाजिक तत्वों द्वारा कोरोना को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक एवं झूठी खबरें फैलाकर आम लोगों में भय का वातावरण निर्मित करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही किसी धर्म अथवा सम्प्रदाय के प्रति आपत्तिजनक बातें होने की संभावना भी है। इससे कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति भी निर्मित हो सकती है। इसलिए जिला दंडाधिकारी ने आम जनता के बीच भय का वातावरण न बने तथा इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों पर विधिसम्मत कार्यवाही की जा सके इसके लिये दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर कोरोना तथा धर्म एवं सम्प्रदाय को लेकर व्हाट्स अप, फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया के सभी माध्यमों पर भ्रामक, आपत्तिजनक एवं उद्वेलित करने वाले सन्देश, फोटो एवं आडियो-वीडियो को शेयर करने, पोस्ट करने, फारवर्ड करने और कमेंट करने पर रोक लगा दी है। जिला दण्डाधिकारी द्वारा जारी यह प्रतिबंधात्मक आदेश तत्काल प्रभाव से सम्पूर्ण जिले में लागू हो गया है तथा आगामी दो माह तक प्रभावी रहेगा। आदेश में कहा गया है कि इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति या व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 188 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।

एक दिन पहले ही फेक विडियो भेजने वाले आरोपी को जबलपुर पुलिस ने किया है गिरफ्तार

पिछले दिनों फ़ेसबुक पर एक विडियो पोस्ट किया गया था जिसमें जबलपुर में लाॅकडाउन के उल्लंघन करने पर गोली मारने के आदेश जारी होना बताया जा रहा है जो कि पूर्णतः भ्रामक एवं असत्य था। पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा संज्ञान लेते हुये फेसबुक पर उस विडियो का स्वयं ही खंडन किया गया और उस फेक विडियो को पोस्ट करने वाले व्यक्ति का पता लगाने के लिए सायबर सेल को तत्काल आदेशित किया गया। जिसके फलस्वरूप पता चला कि फेसबुक पर भ्रामक वीडियो एस.बी.आई. कालोनी चेराीताल निवासी दुर्गेश चौधरी ने पोस्ट किया है जो कि कपडे की दुकान मे काम करता है। कोतवाली थाना प्रभारी अनिल गुप्ता के नेतृत्व में सायबर सेल की टीम के द्वारा आरोपी दुर्गेश चौधरी (उम्र 29) को हिरासत में लेकर उसके विरूद्ध धारा 151 जा.फौ. के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही एवं धारा 54 आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत प्रतिवेदन तैयार कर न्यायलय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने भी की अपील

एस पी जबलपुर ने संस्कारधानी वासियों से अपील करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया की सभी साईट्स जैसे वाट्सअप, फेसबुक, ट्यूटर, इंस्टाग्राम, आदि की निगरानी जबलपुर सायबर सेल टीम के द्वारा निरंतर की जा रही है, कोरोना वायरस के विषय मेें किसी भी प्रकार की भ्रामक, झूठी, खबर/सूचना एवं धार्मिक/साम्प्रदायिक भावना को आघात पहुंचाने वाले पोस्ट/ ऑडियो/वीडियो/मैसिज फेसबुक, वाट्सअप, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर प्रसारित न करें और न ही फाॅरवर्ड करें, ऐसा करने वालो पर आईटी एक्ट एंव आपदा प्रबंधन एक्ट तथा महामारी अधिनियम के तहत सख्त कार्यवाही की जावेगी।

जनता कोरोना कर्फ्यू के दौरान जबलपुर की सड़कों पर नुक्कड़ पर नाटक? किसके लिए?

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जबलपुर पुलिस के जागरूकता रथ पर नुक्कड़ नाटक का मंचन करते स्थानीय कलाकार

जबलपुर, नुक्कड़ नाटक जनता को रोचक ढंग से जानकारी देने या सामजिक विषयों पर जागरूक करने का एक अच्छा माध्यम है. जबलपुर पुलिस भी अपने पुलिस कप्तान के मार्गदर्शन में जबलपुरवासियों के लिए नुक्कड़ नाटकों का आयोजन करवा रही है. जिसका उद्देश्य संस्कारधानी के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानियाँ बरतने हेतु प्रेरित करना है. जिनका मंचन जबलपुर के स्थानीय थिएटर कलाकारों के द्वारा किया जा रहा है. जबलपुर पुलिस की निगरानी में ये नुक्कड़ नाटक “जागरूकता रथ” के ज़रिये शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों को जागरूक करने और ज़िम्मेदार नागरिक बनाने हेतु किये भी जा रहे हैं. लेकिन प्रश्न उठता है कि जब नुक्कड़ में जनता कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है और जनता के नुक्कड़ पर भी जाने में पाबंदी है तो आख़िर ये नुक्कड़ नाटक देख कौन रहा है?

जबलपुर पुलिस जिस सक्रियता से इस कोरोना संक्रमण के दौर में काम कर रही है वो अतुलनीय है. नुक्कड़ नाटक जैसी विधा का प्रयोग भी अच्छा है लेकिन नुक्कड़ नाटक आयोजित करने की टाइमिंग सही नहीं है. क्यूंकि नुक्कड़ नाटक के जो दर्शक है वो तो अपने-अपने घरों में बंद है. सड़कों पर वो ही लोग मौजूद हैं जो या तो किसी आवश्यक कार्य से निकले हैं या फिर इस कठिन समय में अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं. ऐसे में कौन है जिसके पास सड़क पर रूककर इन नुक्कड़ नाटकों को देखने का समय है? अगर कोई इन्हें रूककर देख भी रहा है तो उसका उसके घर से बाहर निकलने का कारण अवश्य पूछना चाहिए. क्यूंकि ऐसे समय में जब कोरोना संक्रमण के रफ़्तार बहुत तेज़ है तब सड़क पर नुक्कड़ नाटक के दर्शक का होना एक गम्भीर बात है. नुक्कड़ नाटक आयोजन की सार्थकता तब होती है जब दर्शकों का बड़ा समूह नुक्कड़ पर मौजूद हो और जबलपुर के पुलिस कप्तान इस बात को बेहद अच्छे से जानते हैं कि इस समय दर्शक कहाँ है. इससे तो बेहतर ये हो सकता है कि वे स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से अपने शहरवासियों से सम्वाद करें. और जब जनता कोरोना कर्फ्यू समाप्त हो तब वे नुक्कड़ नाटकों का आयोजन ज़ोर-शोर से करवायें. ताकि पुलिस प्रशासन और आयोजन में लगने वाले तमाम संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग किया जा सके. सोचने वाली बात है!

आयुध निर्माणियों में तेज़ी से फैल रहा है कोरोना, कर्मचारियों ने जबलपुर कलेक्टर के फ़ेसबुक पेज पर लगाई बचाने की गुहार

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कलेक्टर जबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर कर्मचारियों द्वारा किये गए कमेंट्स का स्क्रीनशॉट

जबलपुर, फ़ेसबुक पर @collectorjabalpur (कलेक्टर जबलपुर) नाम से एक पेज है, जिसे 86,923 लोगों ने लाइक किया है और एक लाख से ऊपर फ़ेसबुक यूज़र्स उसे फॉलो भी करते हैं. कलेक्टर जबलपुर द्वारा जो भी आदेश निकाले जाते हैं या जो काम उनके विभाग द्वारा किये जा रहे हैं उनके बारे में इसमें आप पोस्ट भी देख सकते हैं. कल शाम रविवार को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा दिए गए जनता कर्फ्यू के आदेश की पोस्ट इस पेज पर डाली गयी. जिसमें बताया गया है कि जनता कोरोना कर्फ्यू 1 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस पोस्ट पर यूज़र्स की प्रतिक्रिया कमेंट्स पर आनी भी शुरू हो गयी. लेकिन इनमें से अधिकतर कमेंट्स कोरोना कर्फ्यू को लेकर नहीं हैं, ये कमेंट्स हैं आयुध निर्माणियों में तेज़ी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर. समाचार लिखे जाने तक दो दर्जन से अधिक यूज़र्स ने इस बारे में कमेंट्स किये हैं.

इन कमेंट्स में आयुध निर्माणियों में फैल रहे कोरोना को लेकर यूज़र्स ने चिंता जतायी है. इन यूज़र्स की फ़ेसबुक प्रोफाइल देखने पर पता चलता है कि ये आयुध निर्माणियों में कार्यरत हैं और देश के विभिन्न ज़िलों के निवासी हैं. इन्होने व्हीकल फैक्ट्री खमरिया (वीएफ़जे) और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया (ओएफ़के) जैसी आयुध निर्माणियों की ओर इंगित करते हुए लिखा है कि वहाँ हज़ारों की संख्या में कर्मचारी काम कर रहे हैं और एक ही काम से जुड़ी चीज़ों को कई हाथों से होकर गुज़रना पड़ता है. इस तरह से फैल रहे संक्रमण से उनके आठ-नौ साथी जान गँवा चुके हैं. कलेक्टर से गुज़ारिश करते हुए वो लिखते हैं कि आयुध निर्माणियों में कोरोना से बचने के लिए किये गए उपाय नाकाफ़ी हैं और ज़िले के अस्पतालों की स्तिथि बहुत अच्छी नहीं है, इसलिए 50-50 के अनुपात में काम करवाया जाए ताकि लोग संक्रमित न हों.

समाचार लिखे जाने तक कलेक्टर जबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर उनके कार्यालय से किसी भी कमेन्ट पर कोई रिप्लाई नहीं दिया गया है. लेकिन जिस मुस्तैदी से जबलपुर कलेक्टर और उनके प्रशासनिक अधिकारी कोरोना के इस दौर में सक्रियता से कार्य कर रहे हैं, उम्मीद की जा रही है कि आयुधकर्मियों के द्वारा सोशल मीडिया पर किये गए कमेंट्स की वजह से वो शायद इस तरफ भी जल्दी ध्यान देंगे.

यहाँ उन कमेंट्स के स्क्रीनशॉट्स दिए जा रहे हैं

कलेक्टर जबलपुर के फ़ेसबुक पेज पर कर्मचारियों द्वारा किये गए कमेंट्स के स्क्रीन शॉट्स

सीएसके और आरसीबी के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चल रहे आई.पी.एल. का सट्टा लिखते दो आरोपी जबलपुर में गिरफ़्तार

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पुलिस द्वारा आरोपियों से जब्त मोबाइल फ़ोन्स और रजिस्टर

जबलपुर, रविवार की शाम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चेलेंजर बेंगलोर के बीच चल रहे आईपीएल मैच पर जबलपुर से लाइव सट्टा लगाया जा रहा था. जिसकी सूचना मुखबिर से मिलते ही कोतवाली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने रानीताल स्थित एक मकान में दबिश दी. जहाँ उन्होंने दो लोगों को मोबाइल पर एक एप के ज़रिये सट्टा खिलाते हुए पकड़ा. अधिक जानकारी देते हुए कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि ये दोनों युवक जिनके नाम मनीष गुप्ता उर्फ़ मनीष केशरवानी(40 वर्ष) और श्यामलाल केशरवानी (45 वर्ष) हैं, ये दोनों मोबाइल फ़ोन को स्पीकर पर डालकर एक रजिस्टर में कोडवर्ड्स में हिसाब लिख रहे थे. स्पीकर पर क्रिकेट के सट्टे के रेट्स भी स्पष्ट सुनायी दे रहे थे. इस दौरान इन्होने रजिस्टर में एक घंटे में लगभग 4 लाख रूपये का हिसाब-किताब लिखा. जिस मकान में ये दोनों सट्टा का हिसाब लिखते हुए पकड़े गए, वो एक आरोपी के ससुर का मकान है. पूछताछ में इन दोनों आरोपियों ने मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करके सट्टा लिखना और खिलाना स्वीकार किया है. दोनों आरोपियों के कब्ज़े से दो एंड्राइड मोबाइल, पाँच कीपैड मोबाइल, 1350 रुपये नकद और एक रजिस्टर जप्त करते हुए, उनके विरुद्ध लार्डगंज थाना में धारा 4(क) सट्टा के तहत मामला कायम कर कार्यवाही की जा रही है. ज्ञात हो कि आईपीएल सीज़न के दौरान सट्टा खिलाने की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने सटोरियों की धरपकड़ हेतु निर्देश दिए हुए हैं. दोनों आरोपियों को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के सहायक उपनिरीक्षक धनंजय सिंह, विजय शुक्ला, प्रधान आरक्षक बृजेंद्र कसाना, दीपक तिवारी, आरक्षक बीरबल, मोहित उपाध्याय, नितिन मिश्रा, नीरज तिवारी, थाना लार्डगंज के उप निरीक्षक अनिल मिश्रा एवं सहायक उप निरीक्षक मनीष जाटव की सराहनीय भूमिका रही।

एयरपोर्ट के पीछे जंगल में मिली 1200 लीटर लाहन और 60 लीटर कच्ची शराब, आरोपी गिरफ़्तार

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लाहन से भरे हुए दो ड्रम और जब्तशुदा सामाग्री

जबलपुर, आज सुबह डुमना एअरपोर्ट के पीछे जंगलों में भट्टी लगाकर कच्ची शराब उतारी जा रही थी, जिसकी सूचना मुखबिर से पाकर खमरिया थाना प्रभारी निरूपा पांडये अपनी टीम के साथ जंगला में दबिश देने पहुँची। जहाँ पुलिस को देखकर आरोपी ने भागने की कोशिश की लेकिन उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पूछताछ करने जिसने नाम पता पूछने पर अपना नाम रामकरण चैधरी उम्र 47 वर्ष निवासी ग्राम गधेरी बताया भट्टी के पास खाली कुप्पे तथा पीले एवं काले रंग के 2 प्लास्टिक के केनों में 60 लीटर कच्ची शराब भरी हुई मिली, आसपास के क्षेत्र मे तलाशी ली गयी तो लोहे के 6 ड्रमो में लाहन लगभग 1200 लीटर भरा हुआ मिला, लाहन एवं भट्टी को नष्ट करते हुये 60 लीटर कच्ची शराब मौके से जप्त करते हुये आरोपी रामकरण चैधरी के विरूद्ध धारा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी।

आरोपी को अवैध शराब के साथ रंगे हाथ पकडने में सहायक उप निरीक्षक असवंत सिंह, महिला आरक्षक अंजनी पाण्डे, आरक्षक आशीष यादव , गौरव यादव, की सराहनीय भूमिका रही

रेमडेसिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करते हुए चार आरोपियों को क्राइम ब्रांच भोपाल ने किया गिरफतार, दुगुनी कीमत पर बेचने की फ़िराक़ में थे आरोपी

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आरोपियों से ज़ब्त रेमडेसिविर इन्जेक्शन 

भोपाल, प्रदेश में एक तरफ जहाँ मरीज़ों को रेमडेसिविर इन्जेक्शन आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ़ आये दिन इंजेक्शन की कालाबाज़ारी भी हो रही है। जिसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी अपने मुखबिरों को सक्रिय कर रखा है। मुखबिर की दी गयी सूचना के आधार पर कल क्राइम ब्रांच ने रेमडेसिविर इन्जेक्शन को ब्लैक में बेचने के इरादे से खड़े आरोपियों को दबोच लिया। मुखबिर से मिली सूचना के मुताबिक़ क्राइम ब्रांच ने शाहजहानाबाद इस्लामी गेट पर खड़े 4 लड़कों को बताये गए हुलिये के आधार पर घेराबंदी कर पकड़ा और तलाशने लेने पर उनके कब्ज़े से 4 नग रेमडेसिविर इन्जेक्शन और 24 हज़ार रुपये नकद मिले लेकिन उससे सम्बंधित दस्तावेज आरोपी उपलब्ध नहीं करवा पाए। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया उन्होंने रेमडेसिविर इन्जेक्शन 7 हजार रूपये प्रतिनग के हिसाब से खरीदे हैं, जिन्हें वे ज़रूरतमंद लोगों को 12 से 18 हजार रूपये में बेचकर फायदा कमाने की फ़िराक में थे। इस आधार पर जब्ती की कार्यवाही करते हुए चारों आरोपियों शमी खान, अखलाख खान, डॉ एहशान खान और नोमान खान के विरूद्ध धारा 269, 270 भादवि धारा 53/57 आपदा प्रबंधन अधिनियम, धारा 3 महामारी अधिनियम, धारा 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम, धारा 5/13 म.प्र. ड्रग कन्ट्रोल अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना जारी है।

वीर सावरकर, मदन-महल और सुभद्राकुमारी चौहान वार्ड में हुआ सैनिटाइज़ेशन

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विभिन्न स्थानों में सेनेटाइज़ेशन करते निगम कर्मचारी

जबलपुर, वैश्विक महामारी कोविड 19 की रोकथाम एवं प्रसार को रोकने के लिए नगर निगम द्वारा पूरे शहर में व्यापक रूप से सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक बी चंद्रशेखर एवं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मार्गदर्शन में निगमायुक्त संदीप जी आर के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नियमित रूप से सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। आज सभी संभागों की टीमों के द्वारा रहवासी क्षेत्रों, बाज़ारों, मुख्य मार्गों और सार्वजनिक स्थलों के आसपास सैनिटाइजेशन का कार्य कर आम जनमानस को कोरोना की रोकथाम के लिए जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। आज के अभियान के अंतर्गत वीर सावरकर वार्ड संभाग क्रमांक दो के द्वारा मदन महल वार्ड तथा संजीवनी नगर में नागरिको के आग्रह पर सैनिटाइजेशन किया गया। इसी प्रकार आकांक्षा अपार्टमेंट गुलाटी पेट्रोल पंप के सामने प्रेम नगर मदन महल वार्ड, रतन नगर, गोरखपुर गुरुद्वारे के पास महाराष्ट्र बैंक के सामने वाली गली मैं हाउस नंबर 147,दुर्गा मंदिर के पास बेदी नगर पुनीत जयसवाल जी के निवास स्थान, सत्य साईं मंदिर के पास शारदा चौक सावंत श्रीवास के निवास स्थान शोभा परिसर बेदी नगर बृजेश अर्चना तिवारी के निवास स्थान को सैनिटाइज किया गया। आटा चक्की के पास लक्ष्मण के निवास स्थान बेदी नगर सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया, साउथ सिविल लाइन राकेश सिंह के बंगले के आगे रीता राठोर के बंगले पर सेनीटाइज किया गया।

संभाग क्रमांक 2 मदन महल वार्ड अभिषेक भल्ला शारदा चौक के निवास स्थान को सैनिटाइज किया गया एवं कमिश्नर साहब के बंगले पर गणेश मंदिर के पास आरके त्रिपाठी पॉजिटिव घर में, डॉक्टर जामदार के बाजू से श्रीधाम कॉलोनी, अरुण डेरी के पास ओंकार गर्ल्स होटल के सामने सुभद्रा कुमारी चौहान वार्ड,राम चंद्र मिशन आश्रम जलोटे जी अपर आयुक्त के निवास स्थान तथा उनके द्वारा बताए गए लोगों के निवास स्थान में सैनिटाइज का कार्य किया गया इसके साथ ही होम साइंस कॉलेज रोड दीपिका क्लासेस के सामने, आशीष हॉस्पिटल के सामने धर्मेंद्र शर्मा के मकान,मदन महल स्टेशन के पास कंचन परिसर कॉलोनी, रानीताल साईं बाबा मंदिर के पीछे कॉलोनी, रानीताल से मदन महल रोड हनुमान पेपर वर्क के सामने,गढ़ा थाने में सैनिटाइजेशन किया गया। मदन महल गुरुद्वारे के पीछे क्लासिक अपार्टमेंट, गुलजार होटल के बाजू वाली गली, अंशुल बिहार, घमापुर बाई का बगीचा गली नंबर 3 में भी सैनिटाइजेशन किया गया। निगमायुक्त संदीप जीआर ने बताया कि संक्रमण को रोकने निगम प्रशासन द्वारा निरन्तर सैनिटाइज़ेशन का कार्य कराया जा रहा है एवं नागरिकों के आग्रह पर टीमें भेजकर संबंधित क्षेत्रों को संक्रमण से मुक्त किया जा रहा है। आज के अभियान मेंस्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह के अलावा सभी मुख्य स्वच्छता निरीक्षकों आदि ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।

कोरोना संक्रमित परिवार के सदस्यों से मिले कलेक्टर, परेशानियों से बचाने का दिया भरोसा

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कलेक्टर कर्मवीर शर्मा कोरोना संक्रमित के परिजनों का हाल पूछते हुए

जबलपुर। कोरोना महामारी के इस दौर में स्वास्थ्य कर्मचारियों, सफ़ाई कर्मियों, निगम कर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने मुस्तैदी से मोर्चा सम्भाला हुआ है। इसकी एक झलक कल रविवार को देखने मिली। जब शाम 6 बजे कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और अन्य अधिकारी संभाग क्रमांक 9 लालमाटी क्षेत्र पहुंचे। जहां उन्होंने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों और उनके परिजनों से मिलकर उनका हाल-चाल पूछा। कलेक्टर ने इस अवसर पर क्षेत्र के 5 परिवार के परिजनों से मुलाकात कर सदस्यों को आश्वस्त किया कि आपलोगों को हर सुविधा मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि आपलोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। निरीक्षण के मौके पर निगम द्वारा कराए जा रहे सेनेटाईजेशन के कार्यों की सराहना करते हुए आगे भी इसी प्रकार मुस्तैदी से कार्य कराने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर शर्मा,निगमायुक्त संदीप जी आर एवं अपर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह लगातार वैश्विक महामारी से लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य कर रहे हैं और घर में रहकर इलाज करा रहे मरीजों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ भी करवा रहे हैं। प्रशासन शहर के सभी शासकीय और अशासकीय अस्पतालों में भी इलाजरत मरीजों की लगातार चिंता कर उन सबको राहत पहुंचाने के कार्यों में दिनरात जुटा हुआ है। कलेक्टर के भ्रमण के दौरान एस डी एम दिव्या अवस्थी, संभागीय अधिकारी अनूप शुक्ला ,मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अनिल कुमार मिश्रा हिटलर अर्खेल एवं समस्त वार्ड सुपरवाइजर्स जिसमें संदीप कुमार, मनीष पटेल आदि भी उपस्थित रहे।