दमोह जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-55 दमोह में हुए उप निर्वाचन के लिये मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। मतदान प्रात: 7 बजे से शुरू होकर सायं 7 बजे तक चला। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सायं 7 बजे तक कुल 59.81 प्रतिशत मतदान हुआ। कुल एक लाख 43 हजार 431 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें 82 हजार 661 पुरुष और 7 हजार 770 महिला मतदाताओं ने मतदान किया। मतों की गिनती 2 मई को की जायेगी।
मंदसौर के 2250 कोरोना वालंटियर्स देंगे कोविड19 से लड़ाई में साथ
मंदसौर, कोरोना संकट में जनता के सक्रिय सहयोग के बगैर हम इस लड़ाई को नहीं जीत पाएंगे। इसमें हर व्यक्ति को यह समझना होगा कि मास्क लगाना, 2 गज की दूरी रखना, बार-बार हाथों को धोना तथा जब-तक कोरोना संक्रमण समाप्त नहीं हो जाता, तब-तक अनावश्यक बाहर न निकलें। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कोरोना वालेंटियरों व जन अभियान परिषद सदस्यों से वीडियो कांफ्रेंसिंग में चर्चा के दौरान कही।
जिलें में 2250 वालेंटियर द्वारा पंजीयन कराया गया है। वीडियो कांन्फ्रेंसिंग में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उज्जैन से जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभास उपाध्याय और मंदसौर में एनआइसी कक्ष से जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक व कोरोना वालेंटियर शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने जिले के कोरोना वालेंटियर से बात कि तो उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोरोना वालेंटियर वैक्सीनेशन के अभियान में लगे हैं। कोरोना मरीजों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए कांउसिलिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना पीपीई किट पहने किसी कोरोना मरीज से न मिलें। पूरे प्रयास करें कि हम खुद भी संक्रमित न हो और अपने परिवार को भी संक्रमित न होने दें। कांन्फ्रेंसिंग के दौरान एनआइसी कक्ष में जन अभियान परिषद के नगर प्रस्सफुटन समिति के अध्यक्ष विनोद मेहता, सचिव प्रकाश सिसौदिया, सदस्य कपिल भंडारी, नवीन सगरावत, पायल जैन, अर्चना गुप्ता, सुनीता देशमुख, नीतू माथुर , आरती दवे, रमा माथुर व ब्लॉक समन्वयक बीएस निनामा मौजूद थे ।
सैनिटाइज़ेशन के कार्यों में तेज़ी लाने दो दो पालियों में होगा शहर का सैनिटाइज़ेशन-निगमायुक्त
जबलपुर, शहर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए निगमायुक्त संदीप जी आर के द्वारा व्यापक सैनिटाइजेशन का कार्य किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में उन्होंने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर सैनिटाइजेशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक बी चंद्रशेखर, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मार्गदर्शन में निगमायुक्त द्वारा सैनिटाइजेशन का कार्य निरंतर कराया जा रहा है। उन्होंने आज इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कार्य में और भी ज्यादा तेजी लाने पर जोर दिया जाए।
निगमायुक्त श्री संदीप जी आर ने कहा है कि सभी सीएसआई सैनिटाइजेशन कार्य के लिए 5-5 श्रमिकों की दो टीमें बनाएंगे एक टीम प्रातः 7 से 2 बजे तक एवं दूसरी टीम दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक कार्य करेगी। दोनों पालियों में लगे कर्मचारियों की सूची बनाने के निर्देश भी निगम आयुक्त द्वारा दिए गए।सैनिटाइज़ेशन के कार्य को प्रभावी बनाने के लिए निगम आयुक्त श्री संदीप जीआर ने इस कार्य में लगे सभी श्रमिकों एवं सुपरवाइजरों की सूची भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस कार्य में संलग्न सभी अधिकारी एवं कर्मचारी संपूर्ण सुरक्षा किट में रहकर ही अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। आज उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह को निगरानी करने और डेली रिपोर्ट्स प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
विभिन्न स्थानों पर हुए छिड़काव और सेनेटाईजेशन
स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि निगमायुक्त के निर्देशानुसार शहर के सभी क्षेत्रों में संक्रामक बीमारियों की रोकथाम एवं कोविड 19 के संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में प्रतिदिन मुख्यालय स्तर के साथ साथ संभाग स्तर पर सघन रूप से कीटनाशक दवाइयों के छिड़काव के अलावा सभी संक्रमित क्षेत्रों को सेनेटाइज कराया जा रहा है।आज सिविल लाइंस, गोरखपुर, गढ़ा, प्रेमसागर, विजय नगर, सिविक सेंटर, रानीताल, सर्वोदय नगर, लालमाटी, अधारताल, रांझी बड़ा पत्थर आदि एरियों में सेनेटाइजेशन का कार्य कराया गया है।
15 मई तक करवाए जा सकेंगे “वयोश्रेष्ठ सम्मान वर्ष 2021” के लिए नामांकन
भोपाल, वरिष्ठजनों के हितों के लिये महत्वपूर्ण सेवायें प्रदान करने वाली संस्थाओं, निकायों, समाजसेवियों, अशासकीय संस्थाओं को 13 श्रेणियों के अंतर्गत प्रतिवर्ष वयोश्रेष्ठ सम्मान राष्ट्रीय पुरूस्कार प्रदान किया जाता है। यह सम्मान भारत सरकार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा प्रदान किया जाता है। जिसके लिए प्रविष्टियाँ एवं प्रस्ताव प्राप्त करने की अंतिम तिथि पूर्व में 31 मार्च 2021 निर्धारित की गई थी। आज उप संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त पुरूस्कार के लिये प्रविष्टियां एवं प्रस्ताव प्राप्त करने की अंतिम तिथि को भारत सरकार द्वारा बढ़ाकर 15 मई 2021 कर दिया गया है। इस हेतु ज़िले के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत तथा अशासकीय, शासकीय, स्वैच्छिक, पेंशनर्स संघ संस्थाओं को सूचित करते हुए कहा है वयोश्रेष्ठ सम्मान राष्ट्रीय पुरूस्कार 2021 के लिये विभिन्न श्रेणियों हेतु क्षेत्रांतर्गत उपलब्ध उत्कृष्ट संस्थाओं, समाजसेवियों के प्रस्ताव पूरी जानकारी सहित 25 अप्रैल 2021 तक कार्यालय को भिजवायें ताकि समय सीमा की भीतर उन्हें भारत सरकार को भेजा जा सके।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ’राष्ट्रीय हेल्पलाइन स्थापित’, टोल फ्री – 14567 नम्बर पर सूचना देने पर मिलेगी मदद
भोपाल, देश में चाइल्ड हेल्पलाइन, वुमन हेल्पलाइन, एम्बुलेंस और पुलिस हेल्पलाइन के बाद अब एल्डर हेल्पलाइन की स्थापना की गयी है। जिसके तहत एक टोल फ्री नम्बर 14567 की व्यवस्था की गयी है. जिसमें आप किसी भी वरिष्ठ नागरिक बेघर होने या उनके साथ दुर्व्यवहार होने की अवस्था में कॉल करके सूचना दे सकते हैं। सूचना प्राप्त होने पर संबन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, आवश्यक सेवा और उनकी देखभाल की व्यवस्था की जा सकेगी। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय एवं राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को सहायता एवं सेवा प्रदान करने हेतु एल्डर हेल्पलाइन की शुरुआत 26 जनवरी 2021 से हो गयी है। धीरे-धीरे देश के अन्य राज्यों में इसे लागू किया जाने लगा। मध्यप्रदेश में इसी माह एल्डर हेल्पलाइन 14567 का क्रियान्वयन सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा हेल्पेज इंडिया, भोपाल के माध्यम से किया जा रहा है। अपर कलेक्टर द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी द्व्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, महिला सशक्तिकरण के वन स्टॉप सेंटर, जिला शहरी विकास अभिकरण, जिला कोषालय अधिकारी, अपना घर वृद्ध आश्रम एवं तथागत समाज कल्याण समिति को एल्डर हेल्पलाइन 14567 के प्रतिनिधियों का सहयोग करने एवं उनके द्वारा लाए गए नागरिकों के संबंधित प्रकरणों को प्राथमिकता से निवारण करने हेतु पत्र जारी कर दिया है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 18 अप्रैल को 43 केंद्रों पर, 15 हजार 773 परीक्षार्थी होंगे सम्मिलित
भोपाल, संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा रविवार 18 अप्रैल को 43 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा में 15 हजार 773 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। सभी प्रमुख बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन और विमानतल पर बनाये गए सुविधा केंद्र पर परीक्षार्थियों को उनके केंद्र आदि की जानकारी दी जाए। सभी 43 परीक्षा केंद्रों पर तैनात सुपरवाइजर, अधीक्षक और परीक्षक को निर्देश दिए हैं कि आयोग की निर्देश पुस्तिका में दिए गए अनुदेशों के अधीन ही परीक्षा सम्पन्न करायें। उक्ताशय के निर्देश संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने बैठक में विभिन्न केन्द्राध्यक्षों को दिए।
कियावत ने यूपीएससी परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध करने को कहा। उन्होंने भोपाल जिले में कोरोना कर्फ्यू के दौरान परीक्षार्थियों के लिए भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड को निर्देशित किया है कि यूपीएससी परीक्षा के दौरान भोपाल जिले में बनाए गए परीक्षा केन्द्र पर रूट वार लगभग 100 बसों का संचालन किया जाए ताकि परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र तक पहुँचने के लिए सुगमता हो।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दृष्टिगत परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को ई-प्रवेश पत्र में आवंटित केंद्र पर परीक्षा आरम्भ होने के एक घंटा पूर्व पहुँचने के निर्देश प्रसारित किये गए हैं। परीक्षा केंद्रो पर परीक्षार्थियों का प्रवेश, परीक्षा आरंभ होने के 10 मिनट पूर्व बंद हो जाएँगे। परीक्षार्थियों को ई-प्रवेश पत्र के साथ स्वयं का एक फोटो और पहचान पत्र लाना अनिवार्य है। परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थी, केन्द्र अध्यक्ष, परीक्षक और सुपरवाईजर मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, पेजर आदि नहीं ले जा सकेंगे। कोविड के दृष्टिगत परीक्षार्थी अनिवार्य रूप से मॉस्क लगाएँगे और 50 मि.ली. की पारदर्शी बोतल वाले सैनिटाइजर ले जा सकेंगे। कोविड-19 को देखते हुए 2 मीटर की दूरी पर परीक्षार्थियों की कक्ष में बैठने की व्यवस्था होगी।
आयोग के निर्देशानुसार कोविड संक्रमण से बचाव के सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए गए है। परीक्षा केंद्र सेनेटाइज किए गए। केंद्रों पर परीक्षार्थी अनिवार्य रूप से मास्क लगाकर आएँगे। कोई परीक्षार्थी अगर मास्क पहनकर नहीं आएँगे तो उन्हें केंद्र द्वारा मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्रो के प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजर रखें गए है। साथ ही प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों पर दो आईसोलेशन कक्ष भी बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश व अन्य शहरों से भोपाल आने वाले परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए नादरा, हलालपुरा और आईएसबीटी बस अड्डा, भोपाल और हबीबगंज रेलवे स्टेशन तथा भोपाल एयरपोर्ट पर विशेष सहायता केंद्र बनायें गये हैं। इन सहायता केंन्द्रों पर परीक्षार्थी, परीक्षा केंद्रो के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे है। संभागायुक्त कार्यालय में परीक्षा कंट्रोल रूम बनाया गया है जिनके फोन नम्बर 0755-2540772 एवं 0755-2790906 है। कंट्रोल रूम रविवार 18 अप्रैल को प्रातः 6 बजे से रात 9 बजे तक संचालित रहेगा।
कोरोना वालंटियर्स के लिये ऑनलाइन पंजीयन में मुरैना प्रथम स्थान पर, अब तक 3465 हुए रजिस्ट्रेशन
मुरैना, कोरोना वालंटियर्स के तौर पर ऑनलाइन उपलब्ध आँकड़ों के मुताबिक़ लगभग एक लाख लोगों ने ख़ुदको रजिस्टर्ड करवाया है। इस रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के आव्हान के बाद और तेज़ी आयी. जिसके बाद लोगों ने बढ़-चढ़कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया। जिसमें मुरैना जिले में अभी तक 3 हजार 465 वालंटियर्स ने अपना पंजीयन कराकर प्रदेश में मुरैना को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में प्रथम स्थान पर खड़ा कर दिया है।
जन अभियान परिषद के समन्वयक सतीश सिंह तोमर ने बताया कि मुरैना जिले में कोरोना वालंटियर्स का उत्साह देखने को मिला रहा है कि जबसे मुख्यमंत्री ने वालंटियर्स के लिये आव्हान किया है, तबसे स्वयंसेवी संस्था, समाजसेवी, व्यापारी, धार्मिक संस्थाओं से जुड़े हुए प्रतिनिधि भी पंजीयन करा रहे हैं। तोमर ने बताया कि अभियान के अन्तर्गत ऑनलाइन पंजीयन वालंटियर्स को स्वयं करना है, इसके लिये कलेक्टर बी. कार्तिकेयन के निर्देशन में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के द्वारा टीम पूरे जिले में भ्रमण कर रही है और शासकीय विभागों के सहयोग से मुरैना जिले में दिन प्रतिदिन पंजीयन की संख्या सर्वाधिक पहुंच रही है। ऑनलाइन पंजीयन में मुरैना जिला पूरे प्रदेश में अभी तक प्रथम स्थान पर रहा है। रजिस्ट्रेशन कराने में एनएसएस, स्काउट गाइड, एनसीसी, नेहरू युवा केन्द्र, महिला बाल विकास, एनआरएलएम और मध्यप्रदेश जन अभियान प्ररिषद की टीम अहम् भूमिका निभा रहीं है।
मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक स्मारकों पर आधारित फोटोग्राफी प्रतियोगिता में 22 अप्रैल तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित
भोपाल, संस्कृति विभाग के संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय द्वारा “आजादी के अमृत महोत्सव” के अवसर पर मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक स्मारकों पर आधारित फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में चयनित छायाचित्रों को प्रथम पुरस्कार के रूप में 1 लाख रूपये, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार 25 हजार रूपये एवं तीन छायाचित्रों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10-10 हजार रूपये प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में प्राप्त छायाचित्रों में से श्रेष्ठ छायाचित्रों की राज्य संग्रहालय भोपाल में प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इच्छुक प्रतिभागी मध्यप्रदेश के किसी भी ऐतिहासिक स्मारक का स्वयं द्वारा छायांकित नवीनतम छायाचित्र (जो अंतिम तिथि से 1 माह के पहले से अधिक पुराना न हो) 22 अप्रैल 2021 तक संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय मध्यप्रदेश भोपाल में या ईमेल द्वारा जमा करा सकते हैं।
मध्यप्रदेश के स्मारकों पर आधारित फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्राप्त छायाचित्रों की सॉफ्टकॉपी में से जूरी के सदस्यों द्वारा प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार के लिए चयन किया जाएगा। प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। इच्छुक प्रतिभागी संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय मध्यप्रदेश भोपाल में कार्यालयीन दिवस एवं समय में 22 अप्रैल तक वरिष्ठ छायाचित्रकार श्री नगेन्द्र वर्मा के पास सॉफ्ट कॉपी में भी जमा करा सकते हैं।
प्रतियोगिता से संबंधित अन्य शर्तों को विभागीय वेबसाइट http://archaeology.mp.gov.in/en-us/ पर देखा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए पुरातत्व अधिकारी डॉ. रमेश यादव मोबाइल नंबर 98260 96679 और वरिष्ठ छाया चित्रकार श्री नगेंद्र वर्मा मोबाइल नंबर 9893 565141 से संपर्क कर सकते हैं। प्रतिभागी अपने छायाचित्र की सॉफ्ट कॉपी विभागीय ईमेल [email protected] पर भी अपलोड कर सकते है।
इंजमाम उल हक़ और शाकिर हुसैन 92 लाख के एटीएम फ्रॉड मामले में गिरफ़्तार
जबलपुर, एटीएम में कई मर्तबा ट्रांज़ेक्शन फ़ेल होने पर खाते से राशि कट जाती है लेकिन एटीएम में नकदी हाथ नहीं आती है। हालाँकि ऐसी समस्या रोज़-रोज़ नहीं आती। ऐसा कभी-कभी तकनीकी ख़ामियों से होता है। लेकिन ऐसी तकनीकी समस्या को हथियार बनाकर शातिर लोग धोखाधड़ी करते हैं। हाल ही में इसी तरह की तकनीकी ख़ामी को पैदा करके एसबीआई के एटीएम्स से पैसे निकालकर बैंक को 92 लाख 39 हज़ार का चूना लगाया गया। जिसे 2 अप्रैल से 12 अप्रैल की बीच 10 दिनों में अंजाम दिया गया। जिसके लिए 134 बार जानबूझकर ट्रांज़ेक्शन फ़ेल करके हर बार रिफंड की शिकायत दर्ज की जाती। बार-बार आती इस तरह की शिकायतों से धोखाधड़ी की भनक लगते ही भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक हरीश कुमार दयारमानी ने एसपी जबलपुर को इसकी शिकायत की, जिस पर संज्ञान लेते हुए ओमती थाना में अज्ञात के ख़िलाफ़ भादवि की धारा 420 एवं 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गयी। जिसके लिए अति. पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर/यातायात संजय कुमार अग्रवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक ओमती आर.डी. भारद्वाज के मागदर्शन में थाना ओमती की टीम गठित की गयी। टीम ने फुटेज पर मिले हुलिये के आधार पर कल करमचंद के पास दबिश देकर इंजमाम उल हक़(24 वर्ष) और शाकिर हुसैन(30 वर्ष) को पकड़ा। ये दोनों हरियाणा के निवासी बताये जाते हैं। इन दोनों के पास से बरामद बैग्स की तलाशी लेने पर विभिन्न बैंक्स के 86 एटीएम कार्ड, 3 पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड, 1 चैक बुक, 3 मोबाइल फ़ोन और साढ़े ग्यारह हज़ार रूपए नकदी मिली। पूछताछ में इन्होने अपने तीन अन्य साथियों मो. हुसैन, अज़रुद्दीन और शमीम के साथ मिलकर विभिन्न बैंक्स के एटीएम्स से रुपये निकालना स्वीकार किया। ये तीनों आरोपी अभी फ़रार हैं। जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है।
ऐसे करते थे ट्रांज़ेक्शन फ़ेल – आरोपीगण एटीएम से पैसा निकालने के लिए गाँव के पहचान वालों के एटीएम कार्ड इस्तेमाल करते हैं। जो उन्हें दस हज़ार रुपये देकर आसानी से मिल जाता है। बाद में उनके खाते में पैसा डालकर दूसरे राज्यों में जाकर एटीएम से पैसा निकालते हैं। इसके लिए वो ऐसे एटीएम्स को निशाना बनाते हैं जिनके पीछे स्विच वाला दरवाज़ा खुला रहता है। वारदात के दौरान एक लड़का पैसा निकालता है और दूसरा पैसा निकालते वक़्त स्विच बंद कर देता है। मशीन में पैसा फँसा होने के बावजूद उसे खींचकर निकालने के बाद मशीन दुबारा चालू करके वो ट्रांज़ेक्शन को फ़ेल करने में सफल हो जाते हैं। इसके बाद वो बैंक के कस्टमर केयर में फ़ोन लगाकर अपने खाते से कटी हुई जमा राशि को 6-7 दिन में रिफंड करवा लेते। हरियाणा में धोखाधड़ी का ये तरीका पुराना हो चुका है और काफ़ी लड़के ऐसा करते हुए पकड़े जा चुके हैं इसलिए वहाँ पैसा रिफंड नहीं होता। इसलिए आरोपियों ने दूसरे राज्यों के एटीएम्स को अपना शिकार बनाया। इन आरोपियों को पकड़ने में उप निरीक्षक सतीश झारिया, आरक्षक प्रमोद, ओमनाथ, अजीत, निखलेश, राहुल मिश्रा, महिला आरक्षक प्रियंका, अभिमा की उल्लेखनीय भूमिका रही।
9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षायें निरस्त, अकादमिक सत्र में पूर्व में लिए गए टेस्ट के आधार पर होगा मूल्यांकन – स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन
भोपाल, वर्तमान में कोरोना संक्रमण के विस्तार तथा जिलों में कोरोना लॉकडाउन (कर्फ्यू) की स्थिति को देखते हुए कक्षा 9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षा के लिए पूर्व में जारी निर्देश निरस्त करते हुए एक नया आदेश जारी किया है जिसके मुताबिक़ 9वीं एवं 11वीं के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाएगी और उनका मूल्यांकन अकादमिक सत्र के दौरान पूर्व में किए गए मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा। जिसमें विभाग द्वारा 20 नवम्बर से 28 नवम्बर तक लिए गए रिवीजन टेस्ट तथा 1 फरवरी से 9 फरवरी तक आयोजित अर्द्धवार्षिक परीक्षा में से विद्यार्थियों द्वारा जिसमें बेहतर अंक प्राप्त किए हो उसके आधार पर कक्षा 9वीं एवं 11वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। परीक्षा परिणाम की गणना बेस्ट फाइव के आधार पर की जाएगी अर्थात यदि विद्यार्थी 6 में से 5 विषय में पास है तथा 1 विषय में न्यूनतम निर्धारित 33 अंक प्राप्त नहीं कर सका हो तो भी उसे पास घोषित किया जाएगा। एक से अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त न करने वाले विद्यार्थियों के लिए कृपांक के रूप में अधिकतम 10 अंक प्रदान किए जा सकेंगें। कृपांक के अधिकतम 10 अंक आवश्यकतानुसार एक से अधिक विषयों में आवंटित किए जा सकेगें। द्वितीय अवसर- कृपांक के उपरांत भी यदि विद्यार्थी को 2 अथवा अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं हुए हों तो उसे परीक्षा हेतु द्वितीय अवसर दिया जाएगा। ऐसे विषय जिनमें विद्यार्थी द्वारा पूर्व परीक्षा में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं किए गए थे, उन विषयों में उसे पुनः परीक्षा देनी होगी। यह अवसर कोविड संक्रमण की स्थिति में कमी आने अथवा स्कूल आरंभ होने के पूर्व दिया जाएगा, जिसकी सूचना परीक्षा के 15 दिवस पूर्व दी जाएगी। द्वितीय अवसर उन विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा जो रीविजन टेस्ट एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा दोनों में से किसी भी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए किन्तु उन्होने सत्र 2020-21 में शासकीय विद्यालय में प्रवेश लिया था। शालाओं को निर्देशित किया गया है कि उपरोक्तानुसार कार्यवाही करके 30 अप्रैल 2021 तक सुनिश्चित कर परीक्षा परिणाम विमर्श पोर्टल पर 5 मई तक ऑनलाईन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। ताकि अगले अकादमिक सत्र हेतु सभी विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।