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शनिवार, अप्रैल 12, 2025
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इंजमाम उल हक़ और शाकिर हुसैन 92 लाख के एटीएम फ्रॉड मामले में गिरफ़्तार

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आरोपियों से बरामद एटीएम कार्ड्स, पहचान पत्र, नकदी एवं अन्य सामग्री

जबलपुर, एटीएम में कई मर्तबा ट्रांज़ेक्शन फ़ेल होने पर खाते से राशि कट जाती है लेकिन एटीएम में नकदी हाथ नहीं आती है। हालाँकि ऐसी समस्या रोज़-रोज़ नहीं आती। ऐसा कभी-कभी तकनीकी ख़ामियों से होता है। लेकिन ऐसी तकनीकी समस्या को हथियार बनाकर शातिर लोग धोखाधड़ी करते हैं। हाल ही में इसी तरह की तकनीकी ख़ामी को पैदा करके एसबीआई के एटीएम्स से पैसे निकालकर बैंक को 92 लाख 39 हज़ार का चूना लगाया गया। जिसे 2 अप्रैल से 12 अप्रैल की बीच 10 दिनों में अंजाम दिया गया। जिसके लिए 134 बार जानबूझकर ट्रांज़ेक्शन फ़ेल करके हर बार रिफंड की शिकायत दर्ज की जाती। बार-बार आती इस तरह की शिकायतों से धोखाधड़ी की भनक लगते ही भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक हरीश कुमार दयारमानी ने एसपी जबलपुर को इसकी शिकायत की, जिस पर संज्ञान लेते हुए ओमती थाना में अज्ञात के ख़िलाफ़ भादवि की धारा 420 एवं 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गयी। जिसके लिए अति. पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर/यातायात संजय कुमार अग्रवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक ओमती आर.डी. भारद्वाज के मागदर्शन में थाना ओमती की टीम गठित की गयी। टीम ने फुटेज पर मिले हुलिये के आधार पर कल करमचंद के पास दबिश देकर इंजमाम उल हक़(24 वर्ष) और शाकिर हुसैन(30 वर्ष) को पकड़ा। ये दोनों हरियाणा के निवासी बताये जाते हैं। इन दोनों के पास से बरामद बैग्स की तलाशी लेने पर विभिन्न बैंक्स के 86 एटीएम कार्ड, 3 पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड, 1 चैक बुक, 3 मोबाइल फ़ोन और साढ़े ग्यारह हज़ार रूपए नकदी मिली। पूछताछ में इन्होने अपने तीन अन्य साथियों मो. हुसैन, अज़रुद्दीन और शमीम के साथ मिलकर विभिन्न बैंक्स के एटीएम्स से रुपये निकालना स्वीकार किया। ये तीनों आरोपी अभी फ़रार हैं। जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है।

ऐसे करते थे ट्रांज़ेक्शन फ़ेल – आरोपीगण एटीएम से पैसा निकालने के लिए गाँव के पहचान वालों के एटीएम कार्ड इस्तेमाल करते हैं। जो उन्हें दस हज़ार रुपये देकर आसानी से मिल जाता है। बाद में उनके खाते में पैसा डालकर दूसरे राज्यों में जाकर एटीएम से पैसा निकालते हैं। इसके लिए वो ऐसे एटीएम्स को निशाना बनाते हैं जिनके पीछे स्विच वाला दरवाज़ा खुला रहता है। वारदात के दौरान एक लड़का पैसा निकालता है और दूसरा पैसा निकालते वक़्त स्विच बंद कर देता है। मशीन में पैसा फँसा होने के बावजूद उसे खींचकर निकालने के बाद मशीन दुबारा चालू करके वो ट्रांज़ेक्शन को फ़ेल करने में सफल हो जाते हैं। इसके बाद वो बैंक के कस्टमर केयर में फ़ोन लगाकर अपने खाते से कटी हुई जमा राशि को 6-7 दिन में रिफंड करवा लेते। हरियाणा में धोखाधड़ी का ये तरीका पुराना हो चुका है और काफ़ी लड़के ऐसा करते हुए पकड़े जा चुके हैं इसलिए वहाँ पैसा रिफंड नहीं होता। इसलिए आरोपियों ने दूसरे राज्यों के एटीएम्स को अपना शिकार बनाया। इन आरोपियों को पकड़ने में उप निरीक्षक सतीश झारिया, आरक्षक प्रमोद, ओमनाथ, अजीत, निखलेश, राहुल मिश्रा, महिला आरक्षक प्रियंका, अभिमा की उल्लेखनीय भूमिका रही।

9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षायें निरस्त, अकादमिक सत्र में पूर्व में लिए गए टेस्ट के आधार पर होगा मूल्यांकन – स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन

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भोपाल, वर्तमान में कोरोना संक्रमण के विस्तार तथा जिलों में कोरोना लॉकडाउन (कर्फ्यू) की स्थिति को देखते हुए कक्षा 9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षा के लिए पूर्व में जारी निर्देश निरस्त करते हुए एक नया आदेश जारी किया है जिसके मुताबिक़ 9वीं एवं 11वीं के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाएगी और उनका मूल्यांकन अकादमिक सत्र के दौरान पूर्व में किए गए मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा। जिसमें विभाग द्वारा 20 नवम्बर से 28 नवम्बर तक लिए गए रिवीजन टेस्ट तथा 1 फरवरी से 9 फरवरी तक आयोजित अर्द्धवार्षिक परीक्षा में से विद्यार्थियों द्वारा जिसमें बेहतर अंक प्राप्त किए हो उसके आधार पर कक्षा 9वीं एवं 11वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। परीक्षा परिणाम की गणना बेस्ट फाइव के आधार पर की जाएगी अर्थात यदि विद्यार्थी 6 में से 5 विषय में पास है तथा 1 विषय में न्यूनतम निर्धारित 33 अंक प्राप्त नहीं कर सका हो तो भी उसे पास घोषित किया जाएगा। एक से अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त न करने वाले विद्यार्थियों के लिए कृपांक के रूप में अधिकतम 10 अंक प्रदान किए जा सकेंगें। कृपांक के अधिकतम 10 अंक आवश्यकतानुसार एक से अधिक विषयों में आवंटित किए जा सकेगें। द्वितीय अवसर- कृपांक के उपरांत भी यदि विद्यार्थी को 2 अथवा अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं हुए हों तो उसे परीक्षा हेतु द्वितीय अवसर दिया जाएगा। ऐसे विषय जिनमें विद्यार्थी द्वारा पूर्व परीक्षा में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं किए गए थे, उन विषयों में उसे पुनः परीक्षा देनी होगी। यह अवसर कोविड संक्रमण की स्थिति में कमी आने अथवा स्कूल आरंभ होने के पूर्व दिया जाएगा, जिसकी सूचना परीक्षा के 15 दिवस पूर्व दी जाएगी। द्वितीय अवसर उन विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा जो रीविजन टेस्ट एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा दोनों में से किसी भी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए किन्तु उन्होने सत्र 2020-21 में शासकीय विद्यालय में प्रवेश लिया था। शालाओं को निर्देशित किया गया है कि उपरोक्तानुसार कार्यवाही करके 30 अप्रैल 2021 तक सुनिश्चित कर परीक्षा परिणाम विमर्श पोर्टल पर 5 मई तक ऑनलाईन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। ताकि अगले अकादमिक सत्र हेतु सभी विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

85 वार्डों के चयनित स्थानों पर 3135 व्यक्तियों ने लगवाए टीके

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भोपाल, कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा हेतु नागरिकों को कोविड वैक्सीनेशन का कार्य तीव्र गति से जारी है। अधिक से अधिक नागरिकों को कोविड वैक्सीन लगाने के दृष्टिगत् प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप भोपाल शहर के 19 जोनों के अंतर्गत 85 वार्डों में पृथक-पृथक स्थानों पर विशेष टीकाकरण प्रारंभ किया गया है। कोविड टीकाकरण हेतु पूर्व से सामान्य रूप से संचालित फीवर क्लीनिक, संजीवनी क्लीनिक, शासकीय अस्पताल/स्वास्थ्य केन्द्र/निजी अस्पताल व अन्य टीकाकरण केन्द्रों के अतिरिक्त नगर निगम, भोपाल द्वारा 85 वार्डों के चयनित स्थानों पर व्यापक स्तर पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। बुधवार 14 अप्रैल को नगर निगम, भोपाल के 19 जोनों के अंतर्गत 85 वार्डों में चयनित स्थलों पर टीकाकरण केन्द्रों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के 3135 व्यक्तियों ने कोविड वैक्सीन का टीकाकरण कराया। निगम आयुक्त चौधरी ने अतिरिक्त रूप से स्थापित टीकाकरण केन्द्रों में टीकाकरण हेतु पर्याप्त रूप से व्यवस्था कर 45 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति को टीकाकरण कराने हेतु प्रेरित करने और उन्हें टीकाकरण केन्द्र में सुगमता से लाकर टीकाकरण कराने के निर्देष दिए है। चौधरी ने किसी भी नागरिक को टीकाकरण के लिए किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान कर अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराने के भी निर्देश दिए।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए नगर निगम द्वारा सेनेटाइज़ेशन जारी

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भोपाल में एंटी वायरस रसायनों का छिड़काव करते नगर निगम भोपाल के कर्मचारी

भोपाल, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए नगर निगम भोपाल द्वारा संपूर्ण शहर के रहवासी क्षेत्रों, बाजारों, कार्यालयों, संस्थानों आदि में हस्तचलित स्प्रे मशीनों एवं ट्रेक्टर माउंट स्प्रीलिंकर्स मशीनों के माध्यम से सेनेटाइजेशन की कार्यवाही निरंतर की जा रही है। नगर निगम प्रशासक एवं संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत के निर्देश एवं निगम आयुक्त के.वी.एस. चौधरी के आदेश पर नगर निगम भोपाल द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने एवं नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए शहर के प्रमुख रहवासी क्षेत्रों/कालोनियों, बाजारों, कार्यालयों एवं संस्थानों में सेनेटाइजेशन का कार्य निरंतर किया जा रहा है। नगर निगम भोपाल द्वारा हस्तचलित स्प्रे मशीनों एवं ट्रेक्टर माउंट स्प्रीलिंकर्स मशीनों के माध्यम से गुरूवार को सामुदायिक हाॅस्पिटल कोलारी, गौतम नगर बस्ती, गेहूंखेडा बस्ती, संजय काम्पलेक्स फेस-1, फेस-2, नादिर कालोनी, श्यामला हिल्स, साईबर क्राईम ऑफिस, नेहरू नगर चौराहा, नेहरू नगर पुलिस लाईन, राजीव गांधी नगर, ऋषि क्लब, कल्पना नगर, गुप्ता कालोनी, सोनागिरी, अमला कालोनी, देवकी नगर, पन्ना नगर, शाहिद कालोनी, मुल्ला कालोनी, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, एटलांटिक टाॅवर युंगातर कालोनी बी.डी.ए रोड अवधपुरी, ईश्वर नगर, राज्य शिक्षा केन्द्र, एम.पी. नगर, अपील बोर्ड, नर्मदा भवन एम.पी. नगर, श्री कृष्णा हाउसिंग सोसायटी चूना भट्टी, अमरनाथ कालोनी, टीला जमालपुरा, न्यू मीनाल, ओल्ड मीनाल, आशीर्वाद कालोनी, महाबली नगर, अम्बेड़कर नगर, पारवती नगर, कृष्णा काम्पलेक्स इत्यादि क्षेत्रों सहित मुख्य मार्गों व बाजार क्षेत्रों में एंटी वायरस रसायनों का छिड़काव किया गया।

कोरोना वॉलेंटियर्स दीवार लेखन से दे रहे कोरोना जागरूकता संदेश

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ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति चंदगांव के अध्यक्ष रतन पड़वार और बीएसडब्ल्यू के छात्र निवेश दीवारों पर सन्देश लिखते हुए

मण्डला, कोरोना महामारी से पूरी दुनिया के साथ-साथ पूरा देश-प्रदेश और मंडला जिला भी अछूता नहीं है। इस बीमारी से निकलने के लिए हर वर्ग अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सामाजिक हित में कार्य कर रहा है। जन अभियान परिषद के अंतर्गत विभिन्न समितियाँ भी कोरोना जागरूकता के लिए प्रसंशनीय कार्य कर रही है। इन समितियों के सदस्य ’मैं कोरोना वॉलेंटियर’ अभियान से जुड़कर अपने-अपने स्तर पर कोरोना से बचाव के लिए समाज को जागृत कर रहे हैं। ऐसे ही एक युवा रतन पड़वार कोरोना जागरूकता का संदेश दीवारों पर लिखकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति चंदगांव के अध्यक्ष रतन पड़वार अपने गांव एवं मोहल्ले तथा आसपास के क्षेत्र में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता संदेश का लेखन दीवारों पर कर रहे हैं। रतन अपने संदेश के माध्यम से लोगों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने, मॉस्क लगाने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की सलाह देते हैं। विकासखंड मवई के अंतर्गत ग्राम चंदगांव दूरस्थ ग्रामीण इलाका है। जहां पर जनजागरूकता के लिए अन्य माध्यमों की नितांत कमी है। ऐसे में रतन पड़वार एवं उनकी समिति द्वारा जागरूकता संदेश लेखन का कार्य निःसंदेह प्रशंसनीय है। दीवार लेखन के माध्यम से लोगों को कोरोना के फेलने की जानकारी तथा इससे बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया जाता है। समिति के सदस्य कई बार घर-घर जाकर इन संदेशों के लेखन के साथ-साथ स्थानीय भाषा में बोलकर भी सुनाते हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत दीवारा के छात्र निवेश हरदहा भी दीवार लेखन के कार्य से अपने गाँव एवं आसपास कोरोना जागरूकता संदेशों को प्रसारित कर रहे हैं। बीएसडब्ल्यू के छात्र निवेश प्रतिदिन कोरोना जागरूकता के संदेशों का दीवार लेखन के साथ-साथ गाँव के बड़े-बुजुर्गों को मॉस्क पहनने तथा कोविड वैक्सीनेशन के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।

बिछिया, घुघरी, मवई, नारायणगंज, बीजाडांडी तथा निवास में कोविड केयर सेंटर स्थापित

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सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग मंडला

मण्डला, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा जिले में कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए विकासखण्ड बिछिया, घुघरी, मवई, नारायणगंज, बीजाडांडी तथा निवास में अस्थाई कोविड केयर सेंटर बनाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जारी आदेश के तहत् बिछिया के कन्या छात्रावास को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी व्हीएस धुर्वे वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 9098663155 तथा सहायक प्रभारी सुनिता मरावी मो.नं. 8103136695 को बनाया गया है। घुघरी के उत्कृष्ट आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी एलएस उईके वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 9424662765 तथा सहायक प्रभारी अंकुरदास सोनवानी मो.नं. 9407866772 को बनाया गया है। मवई के उत्कृष्ट आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी हरेसिंह परते वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 8435150248 तथा सहायक प्रभारी झुमली आर्मो मो.नं. 7000240301 को बनाया गया है। नारायणगंज के कन्या छात्रावास को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी सुनील मरकाम वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 9425061570 तथा सहायक प्रभारी प्रमिला मरावी मो.नं. 8839112857 को बनाया गया है। बीजाडांडी के आदिवासी कन्या आश्रम डोभी को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी संतोष गुप्ता वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 9131333648 तथा सहायक प्रभारी मंजू एक्का मो.नं. 6264798033 को बनाया गया है। निवास के कन्या आश्रम मानिकपुर को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है जिसके प्रभारी डीडी पटैल वि.खं.शि.अधि. मो.नं. 7000418712 तथा सहायक प्रभारी वंदना तेकाम मो.नं. 8959163948 को बनाया गया है। सहायक आयुक्त ने उपरोक्त सभी अधिकारी कर्मचारियों को संस्थाओं के नियमित निरीक्षण तथा शासन के नियमानुसार कोविड केयर सेंटर के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से कराएं पालन, मरीज़ों को मिले सुविधायें और नागरिकों को आपूर्ति – कलेक्टर

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कलेक्टर हर्षिका सिंह

मण्डला, कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कोरोना व्यवस्थाओं पर जिला अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना नियंत्रण के लिए जारी विभिन्न आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम तथा सीईओ जनपद को निर्देशित किया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराएं। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि निचले अमले तथा वॉलेंटियर्स का सहयोग लेते हुए ग्रामीणों को समझाईश दें कि अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, मॉस्क का अनिवार्य उपयोग करें तथा सोशल डिस्टेसिंग का सख्ती के साथ पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए निर्देशों का कड़ाई से पालन कराना आवश्यक है। कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं सीईओ जनपद को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेते हुए कोरोना जागरूकता एवं कोरोना कर्फ्यू के बारे में जानकारी प्रसारित करें तथा उन्हें प्रशासन द्वारा जारी आदेशों एवं निर्देशों की मंशा से अवगत् कराएं। हर्षिका सिंह ने कहा कि सभी प्रतिबंधित क्षेत्रों में जरूरी सामान की आपूर्ति सुनिश्चित करने की पुख्ता व्यवस्था बनाएं। जरूरी सामान की अनुपलब्धता संबंधी परेशानी न आने पाए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में प्रारंभ किए जा रहे कोविड केयर सेंटर में पीने के पानी, बिस्तरों की व्यवस्था, साफ-सफाई, ताजा खाना, पौष्टिक आहार, शौचालय तथा अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। क्षेत्र के संक्रमित मरीजों का इलाज अब संबंधित क्षेत्र के कोविड केयर सेंटरों में होगा।

वैक्सीनेशन का प्रतिशत बढ़ाएँ, लोगों को प्रेरित करें

कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में कोविड वैक्सीनेशन के प्रतिशत को लगातार बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने एसडीएम, सीईओ जनपद तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने निचले अमले के माध्यम से जनता को कोविड वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने चिन्हित संक्रमित क्षेत्रों में कोविड वैक्सीनेशन एवं कोविड टेस्टिंग के कार्य को बढ़ाने के निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि जांच केन्द्रों में मरीजों के लिए बैठने, पीने के पानी तथा छाया की अनिवार्यतः व्यवस्था हो। केन्द्रों में आमजन के लिए जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें।

जरूरी अमले की भर्ती जल्द कराएं

कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह को निर्देशित किया कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए जरूरी स्टॉफ की भर्ती प्रक्रिया नियमानुसार जल्द संपन्न कराएं। उन्होंने कोविड केयर सेंटर में भी जरूरी स्टॉफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सिंह ने बताया कि जिले के मेडीकल के ऐसे छात्र जो अभी घर में है उन्हें प्रशासन द्वारा कोरोना काल में सेवाओं के लिए आग्रह पत्र भेजा जाएगा ताकि उनकी जरूरी सेवाओं का उपयोग जनहित में किया जा सके। उन्होंने इस समय जिले के एनजीओ की सेवाएं लेने के भी निर्देश दिए।

स्वयं सुरक्षित रहें, संवेदनशीलता से कार्य करें

कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि हम सभी के लिए कोरोना संकट एक चुनौती है। हम सभी को स्वयं सुरक्षित रहते हुए अपने परिवार को भी सुरक्षित रखना है। इसी प्रकार अपने कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों को भी संक्रमण से सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का संवेदनशीलता के साथ पालन करना है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जनता की समस्याओं को संवेदनशील होकर सुनें तथा यथासंभव उनकी मदद करें।

पर्व, त्यौहार एवं सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे

कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए आगामी पर्व एवं त्यौहार तथा अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। सभी आयोजन आमजन अपने घरों में रहकर ही करेंगे। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने स्तर पर इस संबंध में प्रभावी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसडीएम एवं अन्य मैदानी अमला लोगों को सोशल डिस्टेसिंग, मॉस्क के उपयोग एवं सीमित संख्या के महत्व के बारे में समझाईश देंगे। वीसी में एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने कहा कि कोरोना काल में जनता का सहयोग अति आवश्यक है। पुलिस विभाग एवं प्रशासन लगातार अनाउंसमेंट तथा मुनादी कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में 23 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लागू किए गए कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराएं। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में अपर कलेक्टर मीना मसराम, जिला पंचायत सीईओ आशीष पाठक, सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विशाल शर्मा कोविड-19 प्रोटोकॉल ऑफिसर नियुक्त

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ज़िला एवं सत्र न्यायालय, मंडला

मण्डला, जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरसी वार्ष्णेय ने माननीय उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश जबलपुर एवं माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा समय-समय पर जारी परिपत्रों के अनुपालन में तथा वर्तमान में कोविड-19 से होने वाले संक्रमण से पीड़ित न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के यथासंभव, आवश्यकतानुसार तात्कालिक सहयोग के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विशाल शर्मा को कोविड-19 प्रोटोकॉल ऑफिसर नियुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश के तहत् उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से संक्रमण ग्रस्त प्रत्येक न्यायिक अधिकारी, न्यायालयीन कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों को संक्रमण से उत्पन्न होने वाली प्रत्येक समस्या के समाधान हेतु उनकी यथासंभव सहायता करेंगे। आवश्यकता होने की दशा में वे इस हेतु अपने किसी साथी न्यायाधीश या न्यायिक मजिस्ट्रेट या उपयुक्त अधिकारी को भी इस महामारी से पीड़ित सदस्य को निजात दिलाने हेतु सहायता के लिये नियुक्त कर सकेंगें। जिनके द्वारा संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क से संक्रमित व्यक्तियों को दूर रहने हेतु जागरूक किया जायेगा। किसी प्रकार की अन्यथा कठिनाई आने पर उनके द्वारा जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सूचित किया जाए ताकि प्रशासन, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग की आवश्यकतानुसार सहायता भी ली जा सके। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वयं और उनके द्वारा नियुक्त ऐसे प्रत्येक न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के निर्धारित मापदण्ड तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल नियमों, जारी प्रत्येक सुसंगत दिशा-निर्देशों का पालन उपरोक्तानुसार सहायता कार्यवाही के दौरान यथावत करेंगे, स्वयं व अपने परिवार की भी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।

5 मई के पश्चात होगा शिक्षक भर्ती दस्तावेज सत्यापन का कार्य: लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल

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मण्डला, जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती के दस्तावेज के सत्यापन का कार्य प्रचलन में था किन्तु वर्तमान में कोरोना महामारी के संक्रमण में अत्यधिक वृद्धि होने के कारण सत्यापन कार्य में लगे अधिकारी एवं कर्मचारियों के संक्रमित होने तथा अनेक जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगाये जाने के कारण सत्यापन कार्य किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है। इस हेतु आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश भोपाल के द्वारा दस्तावेज के सत्यापन कार्य को 16 अप्रैल से 5 मई तक स्थगित किया गया है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया है कि 5 मई 2021 को संक्रमण की स्थिति की समीक्षा उपरान्त दस्तावेज सत्यापन हेतु नई तिथि से सर्व सम्बंधितों को अवगत कराया जायेगा।

’’वैक्सीन लो और ज्यादा ब्याज पाओ’’ सेंट्रल बैंक ने शुरू की अनूठी पहल

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मण्डला, अग्रणी जिला प्रबंधक अमित कुमार केशरी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की जनता को कोविड-19 वैक्सीन लगवाने प्रोत्साहित करने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अनूठी पहल की गई है। इसके अंतर्गत सेंट्रल बैंक वैक्सीन लगवाने वाले ग्राहकों को उनकी जमा राशि पर 0.25 प्रतिशत ज्यादा ब्याज देगा। उन्होंने बताया कि 4651 शाखाओं वाले सेंट्रल बैंक ने वैक्सीन लगवाने वाले सभी नागरिकों के लिए प्रचलित ब्याज दर से 25 आधार बिंदु अधिक अतिरिक्त आकर्षक ब्याज दर पर 1111 दिनों की “इम्युन इंडिया डिपॉजिट योजना” नाम से एक विशेष जमा योजना शुरू की है।एलडीएम केशरी ने बताया कि सेंट्रल बैंक की जनहित में अनूठी पहल- यह सभी उम्र के ग्राहकों के लिए लागू होगी और इसमें भी वरिष्ठ नागरिकों को अन्य जमा योजनाओं की तरह अतिरिक्त यानी 0.50 प्रतिशत अधिक ब्याज मिलेगा। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ मटम वेंकटराव ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक होने के नाते हमने एक स्वस्थ समाज के लिए अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने सभी नागरिकों से कोविड-19 वैक्सीन लगवाने और सीमित अवधि के इस आकर्षक प्रस्ताव का लाभ उठाने की अपील की है।