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गुरूवार, नवम्बर 21, 2024

अधिवक्ता की कार का कांच तोड़ने से लेकर आगजनी तक पहुँचे अपराधियों के हौसले

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SADAR RC GROUND ADVOCATE CAR ARSON DOG POISION NETRA NATHAN VARUN NATHAN

संस्कारधानी में बदमाशों के हौसले किस कदर बुलंद हैं उसका जलता हुआ उदाहरण परसों एक सितंबर की रात के लगभग डेढ़ बजे सदर के आर सी ग्राउन्ड में देखने को मिला। जहाँ असामाजिक तत्वों ने लॉ एंड ऑर्डर का मज़ाक उड़ाते हुए कैंट थानांतर्गत पेन्टीनाका के समीप अधिवक्ता की कार को आग के हवाले कर दिया। क्या ये घटना अचानक हुई है? या इसका कारण 28 जुलाई 2023 की तारीख में छुपा है?

अगर आपकी याददाश्त प्रचार और ध्यान भटकाने वाले मुद्दों से प्रभावित नहीं है तो जुलाई महीने में कैंट थानांतर्गत वाजपेयी कम्पाउन्ड में सफाई कर्मियों द्वारा आवारा श्वानों को ज़हर देकर मारने की घटना याद होगी। जिसके बाद नेत्रा नामक एक युवती ने उस कृत्य पर आपत्ति लेते हुए ज़हर देने वाले व्यक्तियों पर कैंट थाना में एफ़ आई आर दर्ज करवाने की कोशिश की। जिसमें वो राकेश नाम के एक कर्मचारी की कथित धमकी का भी ज़िक्र करती है। ये कथित धमकी राकेश ने उसकी आपत्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए कुछ ऐसे दी – “जहाँ चाहे रिपोर्ट कर दो मेरा कुछ नहीं होगा।“ कैंट थाना पुलिस ने इस मामले में वास्तविक कार्यप्रणाली से हटकर पहले अन्वेषण करने और उसके बाद रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहते हुए एफआईआर दर्ज करने में काफी टालमटोली की।

एक महीने पहले तोड़ा गया कार का कांच: युवती नेत्रा और उनके भाई वरुण जो कि पेशे से अधिवक्ता भी हैं, श्वानों की ज़हरखुरानी वाले मामले को लेकर बेहद गंभीर रहे जिसके चलते वो थाने के चक्कर लगाते रहे। इस बीच तीस जुलाई को दोपहर साढ़े बारह बजे कैलाश उर्फ राकेश काछी ने नेत्रा को जान से मारने की कथित धमकी भी दी। इसके बाद उसी रात सवा सात बजे सदर के आर सी ग्राउन्ड में एक ओर खड़े होने वाले चौपहिया वाहनों के बीच उनकी कार की खिड़की के शीशे को निशाना बनाया गया। जिसकी एफ आई आर नेत्रा के भाई यानि अधिवक्ता वरुण द्वारा रात दस बजे के लगभग कैंट थाना में दर्ज करवायी जाती है। अगले दिन 31 जुलाई 2023 को पुलिस अधीक्षक जबलपुर को सी आर पी सी 154(3) के तहत एक ज्ञापन में उपरोक्त घटनाओं का हवाला देकर नेत्रा द्वारा परिवार की सुरक्षा और आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की जाती है।

पूरी तरह जल चुकी है अधिवक्ता वरुण की कार

पुलिस की निष्क्रियता के चलते पहुँचे न्यायालय: लगभग तीन दिन तक भी पुलिस द्वारा परिवार को किसी तरह की सुरक्षा तो दूर उसका आश्वासन भी नहीं दिया जाता। न ही कोई ठोस कार्यवाही होती हुई दिखाई देती है। इसके बाद चार अगस्त 2023 को सी आर पी सी 156(3) के तहत पीड़ित पक्ष प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष उपरोक्त मामलों में पुलिस की कार्यवाही को चुनौती देते हुए कहता है कि पुलिस किस आधार  पर बिना एफ आई आर दर्ज किये कार्यवाही कर रही है? जिसके बाद मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस से स्टेट्स रिपोर्ट पेश करने को कहा जाता है।

क्या खुले में शराब पिलाने और अतिक्रमण की शिकायत से खफा हैं आरोपी? – चार अगस्त 2023 को पीड़ितगण अनुविभागीय अधिकारी राँझी के समक्ष सी आर पी सी 133 के तहत एक आवेदन देते हैं और नादां जोसफ़, कैलाश उर्फ राकेश काछी और अशोक स्वामी पर सदर के आर सी ग्राउन्ड में पार्किंग के समीप अतिक्रमण कर खुले में शराब पिलाने वाले अवैध कार्य पर कार्यवाही की मांग करते हैं। ये वही जगह है जहाँ पीड़ितों की कार का कांच तोड़ा गया था। आवेदन पर कार्यवाही करते हुए एसडीएम राँझी द्वारा तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। इसके बाद दस अगस्त को कैंट प्रेसीडेंट और सीईओ को अतिक्रमण पर कार्यवाही के संबंध में हिदायत दी जाती है। एक सितंबर को नेत्रा के भाई वरुण द्वारा अतिक्रमण के संबंध में दिए गए आवेदन पर कार्यवाही के संदर्भ में जानकारी लेने पर पता चलता है कि अतिक्रमण हटाने के लिए उनके दल को सुरक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से आगामी पाँच सितंबर के दिन कैंट बोर्ड द्वारा पुलिस बल की मांग की गई है। इसी एक सितंबर को रात डेढ़ बजे वरुण की कार को रात के लगभग डेढ़ बजे बदमाशों द्वारा जला दिया जाता है। जिसे दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंचकर बुझाती है।

पास ही खड़े एक अन्य वाहन को भी पहुंची है क्षति


कैंट पुलिस का सिस्टम – इस आगजनी की एफआईआर करवाने वरुण अपनी बहिन नेत्रा के साथ उसी रात सवा दो बजे के लगभग कैंट थाना जाते हैं तो लगभग रात साढ़े तीन बजे तक एफआईआर लिखने में टालमटोली की जाती है। जिसका कारण वहाँ मौजूद पुलिसकर्मी द्वारा ये दिया जाता है कि इंचार्ज अधिकारी पेट्रोलिंग में व्यस्त हैं। काबिल अधिकारी मौजूद नहीं होने की वजह से पीड़ितों को थाने में होते हुए भी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करनी पड़ती है। जबकि इसके पूर्व कैंट पुलिस ने एफआईआर पहले रजिस्टर करने और फिर जांच करने का सिस्टम फॉलो नहीं किया था।  

लगायी हाई कोर्ट में याचिका – घटना की भयानकता के मद्देनजर अधिवक्ता वरुण द्वारा दो सितंबर जबलपुर स्थित माननीय उच्च न्यायालय में नेत्रा की ओर से एक रिट पिटीशन लगायी जाती है जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा तुरंत संज्ञान लेते हुए उक्त पूरे मामले में की गई कार्यवाही की पूरी जानकारी पुलिस को कल यानि चार नवंबर तक पेश करने के लिए कहा गया है।

घटना छोड़ गई कई सवाल – ऑफिसर ऑफ कोर्ट कहे जाने वाले अधिवक्ताओं के साथ हुई ये पूरी घटना पुलिस की कार्यप्रणाली से लेकर क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों पर सवालिया निशान लगाती है। सदर के आर सी ग्राउन्ड में बाकी गाड़ियों को छोड़कर सिर्फ इन्हीं अधिवक्ता या इनके परिवार के वाहनों को ही निशाना क्यूँ बनाया जा रहा है? क्या आरोपीगण और अतिक्रमणकर्ता खुद पर होने वाली कार्यवाही के डर से बौखलाए हुए हैं? क्या कार को क्षति पहुँचाने वाले तत्त्वों को किसी रसूखदार व्यक्ति का संरक्षण प्राप्त है? कांच तोड़ने से लेकर आगजनी तक पहुँचे अपराधियों के हौसले और कितने बढ़ेंगे? पुलिस आखिर किस घटना के इंतज़ार में ठोस कार्यवाही करने से बचती रही?

और ये उदासीन सिस्टम! – इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद क्षेत्र के विधायक अशोक रोहाणी या उनके कार्यालय के कर्मचारी अथवा भाजपा कार्यकर्ताओं को अपनी विधानसभा के इन पीड़ित अधिवक्ताओं की सुध लेने का ध्यान भी नहीं है। पुलिस के अंदर भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा महेंद्र चावला बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के संदर्भ में दिए गए विटनेस प्रोटेक्शन स्कीम 2018 को लागू करने का जज़्बा नदारद दिखाई देता है। साथ ही केंद्र सरकार का भी एड्वोकेट प्रोटेक्शन ऐक्ट के बिल को लेकर काफी ढुलमुल रवैया भी देखने को मिल रहा है। न्यायिक प्रशासन में अहम भूमिका निभाने वाले अधिवक्ताओं के साथ जब इस तरह की गंभीर घटनाएँ हो रही है, तब ऐसे में आम नागरिक की सुरक्षा और सुनवाई की स्थिति का अंदाज़ा आप लगा सकते हैं।

एम.पी. में शून्य रु आएगा बिजली का बिल

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कैबिनेट बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण फैसले

सितंबर माह से तय यूनिट तक आने वाले बिजली के बिल शून्य कर दिए जायंगे, शिवराज सिंह चौहान ने आज केबिनेट बैठक में निर्णय लिया, तय यूनिट अभी स्पष्ट नहीं है पर सूत्रों के अनुसार 100 यूनिट के अंदर आने वाले बिल शून्य किये जायेंगे ।

  • पश्चिम भोपाल बायपास के निर्माण पर कैबिनेट की मिली मंजूरी।

दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बन रहे बायपास को मंजूरी

प्रदेश गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के अनुसार कैबिनेट मीटिंग में भोपाल दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बन रहे नए बायपास को मंजूरी मिली है। नरोत्तम मिश्र के ने कहा कि 3 हजार करोड़ की लागत से बायपास का निर्माण करवाया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इस बायपास से जबलपुर-नर्मदापुरम से इंदौर-मुंबई जाने वाले वाहनों को 25 किमी की कम दूरी का सफर में सहायता मिलेगी। वहीं इस नए मार्ग के बनने से भोपाल जिले के कोलार, नीलबड़-रातीबड़ और रायसेन जिले के मंडीदीप व सीहोर जिले की लगभग 10 लाख आबादी को फायदा होगा।

  • शिवराज कैबिनेट बैठक में इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी
  • सितंबर महीने में प्रदेश में सभी का बिजली बिल शून्य आएगा।
  • सावन माह में बहनों को गैस सिलेंडर 450 रुपए में मिलेगा, बैठक में मंजूरी दे दी गई है। जिन बहनों ने सिलेंडर बुकिंग कर दी है एवं अतरिक्त राशि दी है वह भी वापस की जाएगी ।
  • साथ ही आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि को 2,000 रुपए से बढ़ाकर 6,000 रुपए करने की मंजूरी मिली। साथ ही प्रतिवर्ष 1,000 की बढ़ोतरी भी होगी ।

पूर्व विधानसभा से बदला अंचल सोनकर का नाम – किसने वायरल की फर्जी लिस्ट

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जबलपुर – भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थकों की धड़कनें एक लिस्ट ने बढ़ा दी, इस लिस्ट में पहले से घोषित पूर्व विधानसभा के प्रत्याशी अंचल सोनकर का नाम परिवर्तन दिखाया वंही पश्चिम एवं उत्तर विधानसभा के प्रत्याशी भी घोषित कर दिए गए,

हालाकिं भारतीय जनता पार्टी ने इसे फर्जी बताते हुए सिरे से खारिज़ कर दिया, नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने भी इस लिस्ट के फर्ज़ी होने की पुष्टि की, अब ये किसी मसखरे का काम था या किसी हवा बनाने उतारू उम्मीदवार का या किसी विपक्षी ने हवा बिगाड़ने इसे वायरल किया यह तो जांच का विषय है ।

इस लिस्ट के वायरल होते ही चौराहों और ऑनलाइन ग्रुप्स में यह चर्चा का विषय बना रहा, वहीं यह भी चर्चा होती कि इसमे कुछ नाम तो ऐसे थे जिन्हें देखकर ही लिस्ट फर्जी प्रतीत हो गई, तो कुछ लोग इसे सही मानकर अपने राजनीतिक आंकलन करते भी दिखाई दिए ।

सी ए राजेश जैन ने श्री शांतिनाथ भगवान का अभिषेक और रक्षाबंधन विधान सम्पन्न किया

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आज सी ए राजेश जैन ने श्री पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर अग्रवाल कालोनी में 1008 श्री शांतिनाथ भगवान् का अभिषेक और पूजन किया। जहां लगभग एक घंटे चले धार्मिक अनुष्ठान में उनकी पत्नी अनुराधा जैन भी अनेक श्रद्धालुओं के साथ शामिल हुईं। इसके पश्चात उन्होंने आर्यिका 105 ऋजुमति माता जी ससंघ के सान्निध्य में 700 मुनियों की रक्षा हेतु रक्षा बंधन विधान भी सम्पन्न किया।
इस विधान से जुड़ी एक कथा है जिसके अनुसार अनुसार अनन्य जैन भक्त राजा पद्मराय के राज्य हस्तिनापुर में अकंपनाचार्य मुनि ससंघ पधारे। उनका मंत्री बलि उन मुनियों से पहले से ही ईर्ष्या करता था। उसने पूर्वनियोजित ढंग से स्वयं को सात दिन के लिए राजा बना लिया। उसने आचार्य सहित 700 मुनियों के संघ पर उपसर्ग करना प्रारंभ किया, जिस स्थल पर मुनि संघ ठहरा था वहां चारों ओर कांटेदार बागड़ बंधवा कर उसे नरमेध यज्ञ का नाम दे वहां जानवरों के रोम, हड्डी, मांस, चमड़ा आदि होम में डालकर यज्ञ किया। इससे मुनियों को फैली दुर्गंध और दूषित वायु से परेशानी होने लगी। उन्होंने अन्न-जल त्याग कर समाधि ग्रहण की। मुनियों के गले रुंधने लगे, आंखों में पानी आने लगा और उनके लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया। उनकी इस विपत्ति को देख नगरवासियों ने भी अन्न-जल त्याग दिया।


तब सागरचंद्र नामक आचार्य की आज्ञा पाकर क्षुल्लक पुष्पदंत गुरु पर्वत पर पहुंचे और धरणीभूषण पर्वत पर विष्णुकुमार मुनि से मुनियों की रक्षा का अनुरोध किया। विष्णुकुमार मुनि ने हस्तिनापुर 52 अंगुल का शरीर बना ब्राह्मण का वेश धारण कर बलि से तीन पग जमीन मांगी और पूरी दुनिया को नापते हुए तीसरा पग मुनि ने बलि की पीठ पर रखा। बलि को कष्ट हुआ तो उसने उनसे प्रार्थना की तो उनके असली रूप देखकर बलि ने यज्ञ बंद कर मुनियों का उपसर्ग से दूर किया।


नगरवासी सभी श्रावकों ने मुनियों की वैयावृत्ति की उनकी सेवा की और मुनियों को चैतन्य अवस्था में लाए। मुनि पूर्णतः स्वस्थ हो आहार पर निकले तो श्रावकों ने खीर, सिवैया आदि मिष्ठान्न आहार हेतु बनाए थे। मुनियों को आहार करा श्रावकों ने भी खाना खाया और खुशियां मनाई। यह दिन श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था। इसी दिन मुनियों की रक्षा हुई थी। इस दिन को याद रखने के लिए लोगों ने हाथ में सूत के डोरे बांधे। तभी से यह रक्षाबंधन के पर्व के रूप में माना जाने लगा। इसके बाद विष्णुकुमार मुनि ने गुरु के पास जाकर अपने दोषों को बताया और महान तप किया। आज भी जैनियों के घरों में इस दिन खीर बनाई जाती है और विष्णुकुमार मुनि की पूजा तथा कथा के बाद रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है।
रक्षा बंधन विधान में सी ए राजेश जैन समेत मयंक जैन, मुकेश जैन, अशोक जैन(मुन्नू),राजेंद्र नंदा एवं समाज के अन्य श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।

जबलपुर जेल में बहनों ने बांधी भाइयों को राखी

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जबलपुर केंद्रीय कारागार में रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों के लिए की गई विशेष व्यवस्था

नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय कारागार जबलपुर में जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के निर्देश अनुसार, बंदियों के अपनी बहनों से मिलने और रक्षाबंधन मनाने के लिए विशेष मुलाकात का प्रबंध किया गया, इस दौरान 993 पुरूष बंदियों को लगभग 2682 माताओं और बहनों ने भाइयों को कुमकुम लगा राखी बांधी वंही जेल में निररूद्व 39 महिला बंदियों से उनके भाइयों ने राखी बंधवाई ।

राखी बांधने वाली बहनों ने अपने भाइयों से सही रास्ते पर चलने की सौगंध लेते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना की, जेल पुलिस अधीक्षक ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को व्यवस्थित रखने के साथ ही हर्षोल्लास से कार्यक्रम सम्पन्न करने के लिए सभी कर्मचारियों की भी प्रशंशा की ।

महापौर ने चलो बस में सफर करते हुए मनाया रक्षाबंधन

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आज रक्षा बंधन के पावन पर्व पर जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ रक्षाबंधन मनाने बहनों के बीच पहुॅंचे और रेल्वे स्टेशन प्लेट फार्म नं. 6 से मदन महल स्थित अपने निज निवास तक लगभग 5 कि.मी. तक बहनों के साथ चलो बस में सफर किया और उनकी तकलीफों और सुविधाओं के संबंध में भी बहनों के साथ बैठकर चर्चा की। महापौर के रूप में अपने भाई को बस में पाकर बहनें भी खुशी का इजहार किया और भाई को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद दिया। महापौर ने रक्षा बंधन के इस पावन पर्व को बहनों के साथ उत्सव के रूप में मनाया और अपने हाथों से सभी प्यारी बहनों, मातृशक्तियों आदि को रक्षाबंधन का उपहार देकर मिठाईयॉं खिलाई।
इस अवसर पर महापौर ने प्रसन्नचित मुद्रा में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन भाई बहनों के बीच अटूट प्यार का बंधन का दिन है। इस स्नेह रूपी अटूट बंधन को पवित्रता के साथ पुनीत पर्व के रूप में हर वर्ष हम मनाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों के साथ चलों बस में सफर करके बहुत अच्छा लगा साथ ही संस्कारधानी की बहनों एवं मातृशक्तियों का आशीर्वाद और प्यार मिला।

नगर निगम के कर्मचारियों को रक्षाबंधन के पूर्व मिला गल्ला अग्रिम

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Nagar Nigam Karmchari Sangh Swapnil Wankhade

नगर निगम अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमित मेहरा एवं संघ के पदाधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त स्वपनिल वानखेड़े को ज्ञापन पत्र देते हुए नगर निगम के नियमित व विनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को हर वर्ष गल्ला अग्रिम नगर निगम द्वारा प्रदान किया जाता है। इस माह हिंदुओं का धार्मिक त्यौहार रक्षाबंधन समीप ही है, जिसको देखते हुए रक्षाबंधन के पूर्व गल्ला अग्रिम नगर निगम के समस्त कर्मचारियों को प्रदान कराने जैसी माँगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। इस विषय को गंभीरता से लेकर निगम आयुक्त स्वपनिल वानखेड़े ने रक्षाबंधन के पूर्व गल्ला अग्रिम के आदेश जारी किये। जिससे नगर निगम के नियमित व विनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को गल्ला अग्रिम की राशि नगर निगम द्वारा प्रदान की गई। माँग करने वालों में संघ के अध्यक्ष अमित मेहरा, गुलशन जबलपुरी, रामाराव मगरदे, नरसिंहमालू, जगदीश नन्हेट, राजेन्द्र पटेल, मन्नू पटैल, संतोष गौतम, प्रहलाद बर्मन, रामप्रसाद चौधरी, महेन्द्र मलिक, सोनू (सतीश) विश्वकर्मा, अनुज केवट, आयुष चौधरी, साथ ही अधिक संख्या में संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे।

रक्षाबंधन में मेट्रो बस फ्री, महिलाओं को मिला महापौर का तोहफा

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Jabalpur metro bus for women

30 अगस्त को महिलाएं एवं बच्चियां कर सकेगी मुफ्त यात्रा, शहर के रूट पर महिलाओं को मुफ्त यात्रा कराएंगी मेट्रो बसें

जबलपुर में महापौर जगत बहादुर अन्नू ने सभी बहनों एवं बच्चियों को उपहार स्वरूप रक्षाबंधन त्यौहार पर 30 अगस्त को निःशुल्क मेट्रो बस यात्रा कराने की घोषणा की है। महापौर कार्यालय पहुंची बच्चियों एवं महिलाओं ने महापौर को राखी भी बांधी। इस दौरान बच्चियों और बहनों ने महापौर को निःशुल्क मेट्रो बस सेवा के लिए धन्यवाद भी दिया।
रक्षाबंधन पर्व पर 30 अगस्त को सभी माताओं, बहनों, बेटियों एवं भांजियों के लिए मेट्रो बस सेवा यात्रा निःशुल्क करने की एक दिन पूर्व महापौर द्वारा घोषणा की गई है। घोषणा पर अमल करने के लिए महापौर ने मेट्रो बस संचालक के पदाधिकारियों को भी निर्देशित करते हुए कहा है कि रक्षाबंधन त्यौहार के अवसर पर बड़ी संख्या में माताएं बहने, एवं बेटियों के द्वारा अपने-अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधने शहर में आवागमन किया जाता है। कई परिवारों में आने जाने की सुविधा नहीं रहती है इस दृष्टिकोण से रक्षाबंधन पर्व सभी लोग उत्साह एवं सौहाद्र से मनाये उसके लिए मेट्रो बस सेवा यात्रा निःशुल्क रखी जाये।
30 अगस्त को रक्षाबंधन को सुबह 7 बजे से रात को 10 बजे तक जबलपुर शहर के हर कोने में मेट्रो बस दौड़ेगी। जानकारी के मुताबिक रक्षाबंधन के दिन करीब 65 बसें शहर में चलेंगी जिनमें की बच्चियां और महिलाएं निशुल्क सफर कर सकती हैं।

बहनों के आमंत्रण पर सी. ए. राजेश जैन ने प्रजापति ब्रम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में बँधवायी राखी

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श्रावण का महीना अपने साथ शुभ पर्वों को लेकर आता है। जिसमें शिव की भक्ति और आस्था से भरे सावन सोमवार के साथ-साथ भाई-बहिनों के स्नेहपूर्ण पर्व रक्षाबंधन से भी शामिल है। बाजार राखियों और रूमालों से सजे हुए हैं। शहर के नागरिक अपने-अपने परिवारों के साथ राखी के इस त्योहार का बेसब्री से इंतज़ार भी कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों का इस त्योहार को मनाने का तरीका अलग होता है। वे अपने परिवार के अलावा समाज के अन्य लोगों के साथ इस खुशी को बांटने में बिल्कुल नहीं हिचकते। इसी तारतम्य में रक्षाबंधन पर्व को मनाने के लिए सी. ए. राजेश जैन आज प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय भंवरताल, नेपियर टाउन पहुंचे। जहाँ बहनों ने उन्हें रक्षाबंधन के लिए आमंत्रित किया। वहाँ पहुंचकर उन्होंने पहले ब्रह्मा कुमारी दीदियों के मार्गदर्शन में ध्यान किया और इसके पश्चात ब्रह्मा कुमारी भावना दीदी से राखी भी बँधवाई। ब्रह्मा कुमारी दीदियों ने सी.ए. राजेश जैन को निराकार शिव स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस अवसर पर उनकी धर्म पत्नी अनुराधा जैन और साथी अभय रावत, बबलू पांडे, शोभना मलैया इत्यादि भी मौजूद रहे। विदित हो कि सी. ए. राजेश जैन पिछले दिनों नेत्रहीन कन्या हाईस्कूल एवं छात्रावास, रानीताल पहुंचकर भी दिव्य नेत्र कन्याओं से भी राखी बँधवायी थी और साथ ही अपने पुत्र ओणम जैन का भी जन्मदिन मनाया था। सी. ए. राजेश जैन सभी धर्मों और समुदायों के बीच अपने समाजसेवी और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।

सिर्फ एफ़आईआर और कार्यवाही करने से खत्म नहीं होता पुलिस का काम – एसपी जबलपुर

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SP T K Vidyarthi Jabalpur ADPO FIR

आम जनता अपने खिलाफ़ होने वाले उत्पीड़न या अपराध के खिलाफ़ पुलिस की शरण लेती है। पुलिस भी अपराधिक मामलों को दर्ज करके उस पर आगे की कार्यवाही करती है। लेकिन सिर्फ मामला दर्ज करके और उसका अन्वेषण करने तक ही पुलिस का काम खत्म नहीं होता। उस मामले को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना और अपराधियों को उचित दंड दिलाने में भी पुलिस की सक्रिय भूमिका होती है। जिसमें शासकीय अधिवक्ताओं की भी अहम भूमिका होती है। यही वजह थी कि पुलिस अधीक्षक जबलपुर तुषारकान्त विद्यार्थी (भा.पु.से.) ने शनिवार की शाम 5:30 बजे से डी.पी.ओ./ए.डी.पी.ओ. तथा राजपत्रित अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक ली गयी। जो कि 3 घंटे तक चली।


इस बैठक में पुलिस अधीक्षक जबलपुर नें न्यायालय में विचाराधीन गम्भीर, सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों, आर्म्स एक्ट, एन.डी.पी.एस. क्ट, पाक्सो एक्ट के कितने प्रकरणों की पैरवी कर रहे हैं इसकी अद्यातन स्थिति की जानकारी ली और अपनी प्राथमिकतायें बताते हुये कहा कि गम्भीर एवं सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों में, फायर आर्म्स तथा आर्म्स एक्ट के प्रकरणों में एवं नशीले पदार्थो अर्थात एनडीपीएस एक्ट, नशीले इंजैक्शन, तथा पाक्सो एक्ट के प्रकरणों में आप सशक्त एवं सारगर्भित पैरवी करें, ये बेहद जरूरी है इससे निश्चित ही क्राईम कंट्रोल में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ऐसे प्रकरण जिनमें अपराधी को न्यायालय द्वारा दण्डित किया जायेगा, सम्बंधित कोर्ट मोहर्रिर को नगद पुरूस्कार से एवं पैरवी करने वाले शासकीय अधिवक्तागणों को मेरे द्वारा प्रशस्ति पत्र से पुरूस्कृत से सम्मानित किया जावेगा।
इस दौरान उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि न्यायालय मे चालान प्रस्तुत करने के पूर्व एक बार चालान का अवलोकन सम्बंधित ए.डी.पी.ओ. से करा लें, आप भी सुनिश्चित करें कि जो तथ्य डायरी में समाहित होना चाहिये यदि उनमें कोई कमी है तो अपना मार्गदर्शन देते हुये कमी को दूर करायें ताकि न्यायालय में विचारण के दौरान ऐसी कोई कमी न रह जाये, जिसका अपराधी फायदा उठा सके। उन्होंने कहा कि न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में सारगर्भित सशक्त पैरवी करें।
उल्लेखनीय है कि न्यायालय के समक्ष सारगर्भित पैरवी के कारण गम्भीर अपराधों में वर्ष 2023 में अभी तक सजा का प्रतिशत 85 प्रतिशत रहा है, जिसके लिए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस महकमे को बधाई भी दी ।