स्मार्ट सिटी जबलपुर का दावा है कि बहुत जल्द पनागर के परियट क्षेत्र की डेरियों से निकलने वाले गोबर और उसकी बदबू से न सिर्फ वहाँ के लोगों को छुटकारा मिलेगा बल्कि उसे गोबर से बायो सी एन जी भी मिलेगी। स्मार्ट सिटी जबलपुर और साँची दुग्ध संघ के अधिकारियों की सहमति के बाद साँची दुग्ध संघ परिसर में महाकौशल का पहला बायो सी.एन.जी. प्लांट लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसकी लागत लगभग 21 करोड़ रुपये है। उक्त कार्य स्मार्ट सिटी के चेयरमेन एवं कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी., नगर निगम जबलपुर आयुक्त सह कार्यकारी निदेशक स्मार्ट सिटी लिमिटेड आशीष वशिष्ठ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जबलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड निधि सिंह राजपूत, और सी.ई.ओ. जबलपुर सहकारी दुग्धसंघ मर्यादित (सांची) डी.पी. सिंह की पहल पर जबलपुर संस्कारधानी को ये बड़ी सौगात मिलने जा रही है।
जिसके बार में निधि सिंह राजपूत ने बताया कि जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा जबलपुर दुग्ध संघ (सांची) के साथ मिलकर बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने बताया कि यह प्लांट मई 2023 तक पूरा होगा। जिससे लगभग 150 टन गोबर प्रतिदिन उपयोग में लाया जायेगा और 2400 किलो बायो सी.एन.जी. गैस प्रतिदिन उत्पादित होगी।
उन्होंने बताया कि प्लांट तैयार किये जाने हेतु एजेंसी का चयन सांची द्वारा किया जाकर वर्कऑर्डर जारी किया जा चुका है एवं कंपनी ने कार्य भी तेजगति से शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह प्लांट महाकौशल क्षेत्र का पहला बायो सी.एन.जी. प्लांट होगा। जिससे डेयरियों से निकलने वाले गोबर से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति सहयोग मिलेगा तथा इस संयंत्र की स्थापना से नर्मदा और सहायक नदी परियट में गोबर को मिलने से रोका जा सकेगा। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने से बचेगा। साथ ही भारत सरकार द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन के अभियानों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट निर्माण के लिए सितम्बर 2022 में ही कम्पनी के साथ एग्रीमेंट किया गया था और कम्पनी ने रूचि लेते हुए अक्टूबर 2022 से ही काम शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही संस्कारधानी को महाकौशल का पहला और व्यवस्थित बायो सी.एन.जी. गैस प्लांट काम करते हुए मिलेगा।