28.1 C
Delhi
सोमवार, अक्टूबर 28, 2024
होममध्य प्रदेशजबलपुरजबलपुर में पाँच महीने बाद ही आ गया दूसरा भूकंप

जबलपुर में पाँच महीने बाद ही आ गया दूसरा भूकंप

आज सुबह 11 बजे कुंडम में लोगों ने भूकंप के हल्के झटके महसूस किए। भूकंप की पुष्टि राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा भी की गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार सतह से 23 किलोमीटर भीतर से इस भूकंप की तरंगें उठीं। जिसकी तीव्रता रिएक्टर पर 3.6 मैग्नीट्यूड मापी गई है। भूकंप का केंद्र कुंडम से 8 और जबलपुर से 52 किलोमीटर दूर स्थित महगंवा गाँव बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से अधिकतर लोगों को झटके महसूस नहीं हुए। पाँच महीने बाद यह भूकंप की दूसरी घटना है। जिसकी वजह से भूकंप से जुड़ी अटकलों पर लोगों के बीच चर्चाएँ गर्म हो गयीं हैं।

नवंबर के भूकंप केंद्र साढ़े आठ किलोमीटर की दूरी पर – विदित हो कि कुछ महीनों पहले एक नवंबर को भी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सिसमोलोजी ने 3.9 मैग्निट्यूड तीव्रता के भूकंप झटके की जानकारी दी थी, जिसका केंद्र जबलपुर के उत्तर पूर्व दिशा में सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था। भौगोलिक स्थिति 23.28, 80.35 के मुताबिक केंद्र कुंडम के समीप बदुआ (badua) के नीचे था। जो कि वर्तमान भूकंप के केंद्र की सतह से लगभग साढ़े आठ किलोमीटर की दूरी पर है। यह जानकारी प्राप्त भौगोलिक स्थिति के आँकलन के मुताबिक है, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस बारे में कोई औपचारिक सूचना प्रदान नहीं की है।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
सम्बंधित लेख

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

सर्वाधिक पढ़े गए

हाल ही की प्रतिक्रियाएँ

Pradeep on वक़्त