सीहोर, कोरोनाकाल में प्रशासन की समस्याएँ कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर जहाँ प्रशासन लोगों को मास्क लगाने की प्रेरणा देने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, टीकाकरण करने, क्वारंटाइन की व्यवस्था करने, सरकार के तमाम आदेशों का पालन करवाने और ऐसे ही विभिन्न कार्यों में तत्परता से लगा हुआ है वहीं दूसरी ओर अज्ञानता से भरे लोग प्रशासन का काम और कठिन बना रहे हैं। कोरोना से सम्बंधित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने की सूचनाओं के बीच में बाल विवाह जैसे अपराध की भी सूचनाएँ प्रशासन को मिल रही हैं। ऐसी ही एक सूचना चाइल्ड लाइन 1098 को आज प्राप्त हुई. जिसके फलस्वरूप प्रशासन की सक्रियता के चलते समय पर पहुंचकर नाबालिक का होने वाला विवाह रूकवाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, चाइल्ड लाईन 1098 के संयुक्त दल द्वारा बाल विवाह होने की सूचना मिलने पर धबोटी गाँव पहुंच कर नाबालिग बालिका का विवाह रूकवाया गया तथा और माता—पिता तथा रिश्तेदारों को समझाईश देकर बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। चाइल्ड लाईन 1098 पर सूचना मिली कि ग्राम धबोटी तहसील जिला सीहोर में एक ही परिवार की दो नाबालिग बालिकाओं का विवाह करवाया जा रहा है। जिसकी सूचना चाइल्ड लाईन 1098 जिला समन्वय राजेन्द्र सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग बाल संरक्षण अधिकारी अनिल पोलाया को दी. परियोजना अधिकारी, आंगनवाडी कार्यकर्ता, विशेष किशोर पुलिस इकाई, चाइल्ड लाईन टीम मेंबर मनीषा राठौर, स्वराज कीर द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुऐ मौके पर पहुंच कर बालिका की जन्मतिथि की जाँच की गई। जिसमें दोनों बालिकाए नाबालिंग होने पर माता—पिता परिजन को समझाया गया, एवं बालिका का विवाह 18 वर्ष की होने पर करने हेतु बालिका के माता—पिता की सहमति ली गई।
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