आपने अक्सर निर्माण और तोड़-फोड़ से संबंधित बड़े-बड़े वाहनों जैसे क्रैन और जेसीबी में लिखा एक वाक्य पढ़ा होगा “कार्य करते समय टूट-फूट और दुर्घटना संभावित है”। जबलपुर में भी फ्लाइओवर का निर्माण प्रगति पर है। और इस निर्माण कार्य के दौरान सड़कों की टूट-फूट हम पहले ही देख चुके हैं। और बीच-बीच में पाइपलाइन टूटने की भी शिकायत आती-जाती रहती है। लेकिन संभवतः यह पिछले कुछ महीनों में ऐसा अनूठा मामला होगा जहां महापौर को टूटी पाइपलाइन सुधारवाने खुद खड़े रहकर काम करवाना पड़ा।
आज रानीताल गेट नं दो के पास फ्लाई ओव्हर निर्माण के दौरान ठेकेदार से नगर निगम की 4 इंच और 6 इंच पाइप लाइन को क्षति पहुंची। जिसके कारण काफ़ी मात्रा में पेयजल की बर्बादी हो रही थी। इसकी शिकायत क्षेत्रीय नागरिकों ने महापौर से फोन पर की। महापौर शिकायत मिलते ही लीकेज वाली जगह पर रानीताल गेट नं. 2 के पास पहुॅंचे। जहॉं उन्होंने मौके पर फ्लाई ओव्हर निर्माण एजेन्सी के कर्मचारी को अस्थायी ढंग से लीकेज सुधारते हुए देखा। उस लीकेज को मिट्टी से भी पूर दिया गया था। शहर के प्रथम नागरिक ने इस पर नाराजगी ज़ाहिर की और पी.डब्लू.डी. सी.ई. और टीम को बुलाया साथ ही सुधार कार्य की पोल खोलते हुए मौके पर खड़े रहकर अपने सामने लीकेज को स्थायी रूप से सुधारवाने का कार्य शुरू करवाया। सुधार कार्य पूरा होने के बाद क्षेत्रीय नागरिकों को पूर्ण दबाव के साथ पेयजल आपूर्ति शुरू हुई। महापौर के मुताबिक एजेंसी की इस कार्य के प्रति बरती गई लापरवाही के लिए उस पर पेनल्टी भी लगायी जाएगी। इस दौरान उपयंत्री अनुराग पाठक भी मौजूद रहे।