सितंबर माह में आयोजित होने वाले पोषण माह के क्रियान्वयन हेतु जबलपुर जिला कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में बैठक आयेजित की गई, इस बैठक में पोषण माह में महिलाओं एवं बच्चो के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
बैठक में महिला और स्वास्थ्य, बच्चा और शिक्षा-पोषण भी पढ़ाई के साथ जन जातीय क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों के लिए पारंपरिक भोजन को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। साथ ही पोषण पंचायत के स्वरूप को क्रियाशील करने के निर्देश भी दिये गये। आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रतिदिन पोषण माह आधारित गतिविधियों को आयोजित करने के साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग को पूरे माह स्कूलों में आयोजित होने वाली बाल सभाओं में पोषण माह की गतिविधियों का आयोजन किये जाने के निर्देश दिए गये है। बैठक के दौरान आदिवासी विभाग के हॉस्टल अधीक्षकों को कन्या छात्रावास की समस्त बालिकाओं के हिमोग्लोबिन टेस्ट करवाने को कहा गया तथा कम हीमोग्लोबिन पाये जाने पर परामर्श एवं भोजन के मीनू के परीक्षण के भी निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के समस्त आंगनवाड़ी स्कूल छात्रावास के बच्चों को डी वर्मिंग टेबलेट खिलाने को कहा गया है।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने कहा कि पोषण सप्ताह 1 से 30 सितम्बर तक चलेगा और इसमें गैर सरकारी संगठनों को अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करायें। इसमें महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य व शिक्षा पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने, गर्भवती माताओं की जांच, किशोरी बालिकाओं से पोषण व एनिमिया आदि के संबंध में भी बात करने को कहा। पोषण माह में महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त दीनदयाल अंत्योदय समिति और जन अभियान परिषद, सहयोगिनी मातृ समिति, शौर्या दल, स्वसहायता समूह, स्कूल प्रबंधन, महिला आरोग्य समिति, बाल कल्याण समिति तथा अशासकीय संगठनों से भी सहयोग लेने को कहा गया। पोषण माह में हर परियोजना स्तर व जिला स्तर पर 4-5 ऐसी गतिविधियां करने के निर्देश दिये गये। बैठक में कहा गया कि बच्चे के जन्म के बाद 1000 दिन तक यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि बच्चे का खान-पान कैसा है। इस पर विशेष रूप से ध्यान देने पर कहा गया। इस दौरान स्वस्थ्य बालक-बालिका प्रतियोगिता पर भी चर्चा की गई। बच्चों के प्रतिमाह वृद्धि दर की रिपोर्ट टेक होम राशन, डिवार्मिंग, समय पर टीकाकरण करने के लिए आंगनबाड़ी की बैठक करने को कहा गया। पोषण माह में पोषण किट की व्यवस्था करने पर जोर देकर कहा कि इस कार्य में सामाजिक संगठनों को जोड़ा जाये और कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों के घर पोषण किट पहुंचाया जाये। सभी ट्राइबल छात्रावासों में हेल्थ चेकअप के साथ हेल्थ कार्ड जारी करने के निर्देश दिये हैं। इस पोषण माह में हर गतिविधियों की थीम सशक्त, सबल नारी, साक्षर बच्चा व स्वस्थ्य भारत है।
बैठक में जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी डॉ. सलौनी सिडाना, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री एमएल मेहरा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी सहित गैर सामाजिक संगठन के पदाधिकारी तथा छात्रावास अधीक्षक उपस्थित थे।