दीपवाली में मिट्टी के दीये न सिर्फ घर को रोशन करते हैं बल्कि ये पर्यावरणनुकूल भी हैं। रोशनी के इस पर्व में दीपों का विशेष महत्त्व है। इसलिए सभी वर्ग के लोग दीपवाली में दीपों का उपयोग आवश्यक रूप से करते हैं। सोचिए आपके घर को रोशन करने वाला दीपक ऐसे हाथ से बना हो जो परिवार के बिना जीवन बिता रहा हो, जिसके चेहरे पर वक़्त ने लकीरें खींच दी हों। शायद उसकी नाउम्मीद आँखें फिर अपने परिवार की खुशियों को देखने न जा पाएँ। ऐसे में उस दीपक की वजह से वो आपके घर की खुशियों का हिस्सा बन सकता है। कैसे?
इसके लिए आपको केलक्ट्रेट जबलपुर जाना होगा। जहां जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित वृद्धाश्रम के वृद्धजनों द्वारा दीपावली के मद्देनजर आकर्षक स्वरूप में तैयार किये गये मिट्टी से बने दीये और सजावटी सामग्री का विक्रय कलेक्टर कार्यालय के मार्गदर्शन कक्ष से किया जा रहा है।
कलेक्टर ने की सराहना – कल कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने वृद्धाश्रम के वृद्धजनों द्वारा तैयार की गई इन सजावटी सामग्री के स्टॉल का अवलोकन भी किया। उन्होंने इस अवसर पर वृद्धजनों द्वारा मिट्टी से बनी सजावटी सामग्री एवं दीयों रंगरोगन कर दिये गये आकर्षक स्वरूप की सराहना की। इस अवसर पर जिला रेडक्रॉस के सचिव आशीष दीक्षित ने बताया कि वृद्धाश्रम के वृद्धजनों द्वारा तैयार किये गये दीये और सजावटी सामग्री का एक स्टॉल बाजनामठ स्थित वृद्धाश्रम में भी लगाया जायेगा। जहां नागरिक इसका अवलोकन कर इन्हें खरीद सकेंगे।