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पुराने कपड़ों के बदले नए बर्तन देने के बहाने पहले करते थे रेकी और फिर चोरी

सूने घरों में पहले रेकी करना और फिर चोरी करना ये चोरों का आम तरीका है। रेकी करने के लिए चोर सामान्य वेश-भूषा में आपके क्षेत्र में आते हैं और फिर रात के अंधेरे में चोरी की वारदात को अंजाम भी दे देते हैं। ऐसे ही ढंग से चोरी करने वाले पाँच आरोपियों को जबलपुर पुलिस ने दंगल मैदान से गिरफ्तार किया। ये आरोपी शहर के अलग-अलग इलाकों में पुराने कपड़ों के बदले नए बर्तन देने के बहाने रेकी करते थे और मौका मिलते ही सूने मकान में हाथ साफ करने पहुँच जाते थे।  

पश्चिम बंगाल और उड़ीसा से आए ये लुटेरे बेलबाग स्थित दंगल मैदान के पास लंबे समय से रह रहे हैं। पिछले दस वर्षों से इन्होंने किराये के मकान में रहते हुए स्थानीय पते के साथ आधार कार्ड भी बनवा लिया। इन्होंने न सिर्फ जबलपुर बल्कि सिवनी, होशंगाबाद और भोपाल में भी बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। इन वारदातों से जुड़े पाँच लोगों को लॉर्डगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए रोनी, फिरोज़, आरिफ़, शुभो और राजू को गिरफ्तार किया। इन सभी की उम्र 30 वर्ष से कम बतायी जा रही है। पूछताछ करने पर इन पाँच आरोपियों ने लॉर्डगंज, आधारताल, विजयनगर, सिवनी और होशंगाबाद में कुल 12 नकबजनी घटनाओं में सोना-चांदी के ज़ेवर चुराने की बात स्वीकार की है। इन सभी घटनाओं को सूने मकानों का ताला तोड़कर अंजाम दिया गया। पुलिस ने इन आरोपियों से विदेशी मुद्रा और लगभग पाँच लाख रुपये की सोना-चांदी भी बरामद की है। एसपी जबलपुर तुषार कान्त विद्यार्थी(भापुसे) के मुताबिक इन आरोपियों को पकड़ने और पूछताछ करने में प्रतीक्षा मार्को थाना प्रभारी लॉर्डगंज, उप निरीक्षक दिनेश गौतम यादव कालोनी चौकी प्रभारी, प्रधान आरक्षक राजीव सिंह, आरक्षक विजय, रूपेश, वीरेंद्र, मानवेंद्र, अनुराग, सैनिक सौरव शुक्ला, क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, सहायक उप निरीक्षक अशोक मिश्रा ने उल्लेखनीय भूमिका निभायी।

Chakreshhar Singh Surya
Chakreshhar Singh Suryahttps://www.prathmikmedia.com
चक्रेशहार सिंह सूर्या…! इतना लम्बा नाम!! अक्सर लोगों से ये प्रतिक्रया मिलती है। हालाँकि इन्टरनेट में ढूँढने पर भी ऐसे नाम का और कोई कॉम्बिनेशन नहीं मिलता। आर्ट्स से स्नातक करने के बाद पत्रकारिता से शुरुआत की उसके बाद 93.5 रेड एफ़एम में रेडियो जॉकी, 94.3 माय एफएम में कॉपीराइटर, टीवी और फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर और डायलॉग राइटर के तौर पर काम किया। अब अलग-अलग माध्यमों के लिए फीचर फ़िल्म्स, ऑडियो-विज़ुअल एड, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स डायरेक्शन, स्टोरी, स्क्रिप्ट् राइटिंग, वॉईस ओवर का काम करते हैं। इन्हें लीक से हटकर काम और खबरें करना पसंद हैं। वर्तमान में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक हिन्दी समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। इनकी फोटो बेशक पुरानी है लेकिन आज भी इतने ही खुशमिज़ाज।
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