
इस धरती में ईश्वर की बनाई सबसे सुंदर कलाकृति औरत है । जो अपने आप में संपूर्ण है। ईश्वर तो हर जगह नहीं रह सकता इसलिए उसने सबके पास औरत के रूप में मां जैसा एक खूबसूरत तोहफा दिया है औरत के लिए कोई एक दिन नहीं बना, उसके लिए तो हर दिन महिला दिवस से कम नहीं एक नारी ही है जिसका कर्ज हम अपनी पूरी जिंदगी में कभी नहीं चुका सकते। वही जननी है उसका पूरा जीवन ही आपको योग्य, सबल, शक्तिशाली,संस्कारी बनाने में निकल जाता है । हम पूरी जिंदगी उसके कर्जदार रहेंगे एक नारी मां, बेटी, बहन, सहेली, पार्टनर हर रूप में एक शक्ति की तरह हमेशा साथ रहती है। कहते हैं ना की एक नारी चाहे तो घर को स्वर्ग और नरक दोनों बन सकती है। बिना नारी के तो ईश्वर भी शक्ति विहीन है मां सती के दक्ष यज्ञ में आत्मदाह करने पर महादेव शक्ति विहीन हो गए थे तो सोचिए कि बिना नारी के तो हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है यदि हम आज के समय की बात करें तो हर जगह नारी ने अपनी एक सफल जगह बना ली है निम्न स्तर से लेकर ऊंचे स्तर तक चाहे व्यवसाय हो राजनीति हो सरकारी कर्मचारियों के रूप में हो एक ग्रहणी के रूप में हो और भी सभी जगह एक विशेष भूमिका बना ली है परंतु आज के समय में हम इतने सफल जागरूक होने के बावजूद भी औरत को वह दर्ज नहीं दे पा रहे जिसकी वह हकदार है क्या आप या हम सच में एक औरत के लिए यही सोच रखते हैं कि उसके बिना हमारे जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है यदि आप भी अपने जीवन में मां बहन पत्नी के बिना अपने आप को अधूरा समझते हैं तो सच मायने में आप ही हैं जिसके लिए हर दिन महिला दिवस है।