भारतीय दर्शक हॉलीवुड या फिर कहें इंग्लिश फ़िल्म्स से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं. लेकिन हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई बेन फेल्कोने (BEN FALCONE) द्वारा लिखित एवं निर्देशित फ़िल्म थंडर फ़ोर्स (THUNDER FORCE) ने दर्शकों को काफ़ी निराश किया है. फ़िल्म की कहानी दो महिलाओं पर केंद्रित है जो बचपन के सबसे अच्छे दोस्त थे लेकिन अपने-अपने भविष्य और जीवनशैली के वैचारिक मतभेदों के चलते दोनों अलग हो जाते हैं. उनमें से एक, एमिली (Octavia Spencer) जो एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक के रूप में उभरती है, वो अपने माता-पिता के हत्यारे क्रीयंट्स को और आतंक मचाने से रोकना चाहती है. वहीं दूसरी, लिडा (Melissa McCarthy), एक सामान्य सा जीवन जीने वाली महिला है. जो ख़ुशी-ख़ुशी अपना जीवन अकेले बिता रही है. स्कूल रीयूनियन पार्टी की वजह से लिडा एमिली से दुबारा मिलती है और उसकी वजह से उसे कुछ सुपर पावर्स मिलती हैं. इन दोनों में बस एक समानता है कि दोनों एक अच्छे इंसान हैं. इसलिए बतौर सुपरवुमन इनकी जोड़ी बनती है. पर इतना सबकुछ एक आमदर्शक को बाँधे रखने के लिए काफ़ी नहीं होता है. इसलिए निर्देशक ने लिडा के किरदार में मसखरापन डालने की कोशिश की है. लेकिन ये मसखरापन दर्शकों में हास्य नहीं पैदा कर पाता. खलनायकों से लड़ने के लिए दोनों सुपर वुमन की दिखाई गयीं ताकतें बेहद बचकानी सी प्रतीत होती हैं. हालाँकि मुख्य किरदारों का अभिनय बढ़िया है लेकिन कहानी का उथलापन और किरदारों में फ़िज़ूल की नाटकीयता दर्शकों को मनोरंजन की मुख्यधारा तक नहीं ला पातीं. सुपर वुमन के तौर पर उन्होंने जो कॉस्टयूम पहना है वो आपको STAR WARS फ़िल्म के शुरुआती दौर की याद दिला सकता है. पूरी फ़िल्म को उलट-पलट के देखने पर लगता है जैसे NETFLIX वितरक के तौर पर इस फ़िल्म से इसलिए जुड़ गया क्यूंकि फ़िल्म में कुछ बड़े नाम हैं. हालाँकि इस फ़िल्म का ट्रेलर फ़िल्म से ज़्यादा प्रभावी मालूम होता है, जो कि एक ट्रेलर की ज़िम्मेदारी है. लेकिन फ़िल्म देखने पर आप ख़ुद से ये कहने लगते हैं कि फ़िल्म से ज़्यादा मनोरंजक तो ट्रेलर था. फ़िल्म को PG-13 सर्टिफिकेट दिया गया है इसलिए इस फ़िल्म को बच्चों के लिए ही छोड़ दें. आप OTT प्लेटफॉर्म्स पर और क्या देख सकते हैं ये हम आपको आगे सुझाव देते रहेंगे.
THUNDER FORCE का फ़ोर्स पर्दे पर कमज़ोर, बस बच्चों के लिए ही मनोरंजक है फ़िल्म
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