लोग रोज़ी-रोटी की तलाश में घर से इतना दूर निकल जाते हैं कि कभी-कभी उनके लिए घर लौटना बड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर कोई त्योहार हो तो घर की अहमियत और बढ़ जाती है। दीपवाली के मौके पर ऐसे ही 70 मजदूर घर लौटने की उम्मीद छोड़ चुके थे। लेकिन तभी जबलपुर पुलिस उनके लिए मसीहा बनकर पहुंची और उनकी घर वापसी करवायी।
मामला जबलपुर थाना मझोली अंतर्गत ग्राम उमरधा, खितौला, पडवार, खमरिया और थाना मझगवॉ अंतर्गत ग्राम खिरहनी के 70 मजदूरों का है। जो महाराष्ट्र के ज़िला सोलापुर थाना पंढरपुर अतंर्गत ग्राम सुस्ते और ग्राम हुनूर मजदूरी करने गये थे। लेकिन पैसों की कमी होने के कारण दीपावली त्योहार में गॉव वापिस नहीं आ पा रहे थे। मजदूरों के परिजनों के ने 70 मजदूरों के जिला सोलापुर में फंसे होने की सूचना विधायक अजय विश्नोई और थाना प्रभारी मझोली अभिलाष मिश्रा को दी।विधायक विश्नोई ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा से सोलापुर में 70 मजदूरो के फंसे होने के सम्बंध मे चर्चा की और मदद के लिए कहा। वहीं थाना प्रभारी मझोली अभिलाष मिश्रा द्वारा भी तत्काल सूचना से जबलपुर पुलिस अधीक्षक , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल और एसडीओपी सिहोरा भावना मरावी को अवगत कराया गया। एसपी ने सूचना को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल जिला सोलापुर पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सतपुते से चर्चा करते हुये वस्तुस्थिति से अवगत कराया और तत्काल चौकी प्रभारी इंद्राना उप निरीक्षक ऋषभ सिंह बघेल, सहायक उप निरीक्षक रामसनेही पटेल, आरक्षक सुमित, थाना सिहोरा के आरक्षक मनोज की सोलापुर की टीम गठित कर महाराष्ट्र रवाना भेजी। ये टीम सोलापुर पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से 31 मजदूर ग्राम सुस्ते से और ग्राम हुनूर से 39 मजदूर को साथ लेकर रेल्वेस्टेशन पंढरपुर पहुंची। स्टेशन में इन 70 मजदूरों की भोजन इत्यादि की व्यवस्था करवाकर उसी परिसर में ही जी.आर.पी. और आर.पी.एफ. की मदद से रात्रि कालीन आराम की व्यवस्था भी की। इसके बाद जी.आर.पी. और आर.पी.एफ. की मदद से दीक्षा भूमि एक्सप्रेस से जबलपुर के लिये सभी मजदूरों को रवाना किया और सकुशल जबलपुर स्टेशन लेकर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, एस.डी.ओ.पी. सिहोरा, थाना प्रभारी मझोली ने जबलपुर रेल्वे स्टेशन में फूलमाला पहनाकर पुलिस टीम और मजदूरों का स्वागत किया और सभी मजदूरों को बस में बैठाकर अपने-अपने गाँव भेजा। ये क्षण मजदूरों के लिए भी भावुक करने वाला था। उन्होंने उनकी मदद करने वाली जबलपुर पुलिस और विधायक विश्नोई को धन्यवाद दिया।