जबलपुर, रविवार की शाम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चेलेंजर बेंगलोर के बीच चल रहे आईपीएल मैच पर जबलपुर से लाइव सट्टा लगाया जा रहा था. जिसकी सूचना मुखबिर से मिलते ही कोतवाली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने रानीताल स्थित एक मकान में दबिश दी. जहाँ उन्होंने दो लोगों को मोबाइल पर एक एप के ज़रिये सट्टा खिलाते हुए पकड़ा. अधिक जानकारी देते हुए कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि ये दोनों युवक जिनके नाम मनीष गुप्ता उर्फ़ मनीष केशरवानी(40 वर्ष) और श्यामलाल केशरवानी (45 वर्ष) हैं, ये दोनों मोबाइल फ़ोन को स्पीकर पर डालकर एक रजिस्टर में कोडवर्ड्स में हिसाब लिख रहे थे. स्पीकर पर क्रिकेट के सट्टे के रेट्स भी स्पष्ट सुनायी दे रहे थे. इस दौरान इन्होने रजिस्टर में एक घंटे में लगभग 4 लाख रूपये का हिसाब-किताब लिखा. जिस मकान में ये दोनों सट्टा का हिसाब लिखते हुए पकड़े गए, वो एक आरोपी के ससुर का मकान है. पूछताछ में इन दोनों आरोपियों ने मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करके सट्टा लिखना और खिलाना स्वीकार किया है. दोनों आरोपियों के कब्ज़े से दो एंड्राइड मोबाइल, पाँच कीपैड मोबाइल, 1350 रुपये नकद और एक रजिस्टर जप्त करते हुए, उनके विरुद्ध लार्डगंज थाना में धारा 4(क) सट्टा के तहत मामला कायम कर कार्यवाही की जा रही है. ज्ञात हो कि आईपीएल सीज़न के दौरान सट्टा खिलाने की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने सटोरियों की धरपकड़ हेतु निर्देश दिए हुए हैं. दोनों आरोपियों को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के सहायक उपनिरीक्षक धनंजय सिंह, विजय शुक्ला, प्रधान आरक्षक बृजेंद्र कसाना, दीपक तिवारी, आरक्षक बीरबल, मोहित उपाध्याय, नितिन मिश्रा, नीरज तिवारी, थाना लार्डगंज के उप निरीक्षक अनिल मिश्रा एवं सहायक उप निरीक्षक मनीष जाटव की सराहनीय भूमिका रही।
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